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‘संसद में मेरा माइक बंद कर दिया जाता है, आज लोकतंत्र को बड़ा खतरा’, बोले मल्लिकार्जुन खरगे

सदन में जब मैं अपनी बात करने के लिए उठता हूं तो माइक बंद कर दी जाती है. लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह से गायब रहने वाले कांग्रेस प्रमुख और राज्यसभा एलओपी मल्लिकार्जुन खरगे ने जानें क्या कहा

By Amitabh Kumar | August 15, 2023 11:14 AM

लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में कांग्रेस प्रमुख और राज्यसभा एलओपी मल्लिकार्जुन खरगे नहीं पहुंचे. इसको लेकर राजनीति तेज हो गयी है. इस बीच मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि मुझे यह कहते हुए पीड़ा हो रही है कि आज लोकतंत्र, संविधान और संस्थान पर बहुत बड़ा खतरा है. सदन में विपक्ष के सांसदों को निलंबित कर उनकी आवाज़ को कुचलने की कोशिश की जाती है और यह कहते हैं कि हम लोकतंत्र बनाते हैं. भारत में 140 करोड़ लोग समर्पित है लेकिन सदन में जब मैं अपनी बात करने के लिए उठता हूं तो माइक बंद कर दी जाती है.

इस बीच लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह से गायब रहने वाले कांग्रेस प्रमुख और राज्यसभा एलओपी मल्लिकार्जुन खरगे के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता मीरा कुमार ने कहा कि खरगे साहब यहां (AICC मुख्यालय) आए हैं और हमें संबोधित किया. उन्होंने हमें और देश के लोगों को प्रोत्साहित किया. इस बारे में बात की कि कांग्रेस और बड़े नेताओं ने देश को आजादी कैसे दिलाई और देश का निर्माण कैसे किया. वंशवाद की राजनीति पर पीएम के हमले पर मीरा कुमार ने कहा कि यहां चुनाव होते हैं, जो जीतते हैं वे राजनीति में रहते हैं. यहां वंशवाद क्या है?

AICC मुख्यालय में अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तिरंगा फहराया

आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने AICC मुख्यालय में तिरंगा फहराया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं..हमारे पूर्वजों ने राष्ट्रीय आंदोलन में अपना महत्वपूर्ण योगदान देकर, देश की नींव को सशक्त करने का काम किया है. हम उन्हें नमन करते हैं.

जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया!

खरगे ने कहा, पहले “अच्छे दिन” की बात की, फिर ‘न्यू इंडिया’ की बात की, और अब अमृतकाल की बात करते हैं। क्या ये अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए, नाम बदलना नहीं हुआ? उन्होंने कहा कि जहां भी अन्याय होगा, कांग्रेस पार्टी न्याय स्थापित करेगी, लड़ेगी और आवाज़ उठाएगी. युवाओं के अधिकारों के लिए, किसानों की भलाई के लिए, महिलाओं के सम्मान के लिये, समाज के वंचितों को न्याय के लिये, छोटे व्यापारियों की कमाई के लिये, कांग्रेस खड़ी है। ‘इंडिया’ खड़ा है. खरगे ने कहा कि लोकतंत्र और संविधान हमारे देश की आत्मा हैं. इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हम यह प्रण लेते हैं कि हम देश की एकता और अखंडता के लिये, प्रेम और भाईचारे के लिए, सौहार्द और सद्भाव के लिए लोकतंत्र और संविधान की स्वतंत्रता क़ायम रखेंगे. इसी दृढ़ संकल्प के साथ, आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की पुनः बधाई.. जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया!

पूर्व प्रधानमंत्री पंडित नेहरू जी ने इस्पात संयंत्र स्थापित किये

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राष्ट्र निर्माण एक सतत प्रक्रिया है. हमारे आज़ादी के महान नायकों ने इस सपने को साकार किया है. आज कल कुछ लोग जताते हैं कि भारत कि प्रगति कुछ वर्षों में हुई ही नहीं है लेकिन वे ग़लत सोचते हैं. जब यहां सुई भी नहीं बनती थी तब पूर्व प्रधानमंत्री पंडित नेहरू जी ने इस्पात संयंत्र स्थापित किये, सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयां बनाईं, देश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा किये. उन्होंने IIT, IIM, AIIMS, अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान इसरो की भी स्थापना की और देश में परमाणु अनुसंधान की नींव रखी.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने क्या कहा

इधर, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मंगलवार को कहा कि भारत माता हर एक भारतीय की आवाज हैं. उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संदेश में कन्याकुमारी से कश्मीर तक अपनी 145 दिवसीय ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का उल्लेख किया और अपने अनुभव साझा किये. राहुल गांधी ने कहा, (यात्रा के दौरान) मेरी प्यारी भारत माता कोई भूमि नहीं थी. यह विचारों का समूह नहीं था. यह कोई विशेष इतिहास, धर्म या संस्कृति नहीं थी, न ही यह कोई जाति थी… भारत माता हर एक भारतीय की आवाज है, चाहे वह कितना भी कमजोर या मजबूत क्यों न हो. भारत सभी आवाजों के अंदर छिपी खुशी, डर और दर्द है.

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत को सुनने के लिए, मेरी अपनी आवाज, मेरी इच्छाएं, मेरी महत्वाकांक्षाएं खामोश हो गईं. भारत किसी अपने से बात करेगा, लेकिन केवल तभी जब कोई विनम्र और पूरी तरह से चुप हो. उन्होंने फ़ारसी कवि रूमी को उद्धृत करते हुए कहा, अगर शब्द दिल से आते हैं तो वे दिल में प्रवेश करेंगे. राहुल गांधी ने पुरानी चोट के कारण अपने घुटने में हुए दर्द का भी जिक्र किया, जो उनकी यात्रा शुरू करने के तुरंत बाद उभर आया था. उन्होंने कहा कि हर बार जब मैं रुकने के बारे में सोचता था, हर बार जब मैं हार मानने के बारे में सोचता था, तो कोई आता था और मुझे यात्रा जारी रखने की ऊर्जा देता था.

भाषा इनपुट के साथ

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