नगालैंड विधानसभा चुनाव के लिए मतदान सोमवार को होन हैं. इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. प्रदेश के दुर्गम इलाकों के लिए सुरक्षाकर्मियों को भेजा जा रहा है जो लोकतंत्र के इस पर्व को शांति से संपन्न करवाएंगे. आपको बता दें कि राज्य में 13 लाख से अधिक मतदाता हैं तथा 60 सदस्यीय विधानसभा की 59 सीटों के लिए चार महिलाओं एवं 19 निर्दलीय समेत 183 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.
नगालैंड के पुलिस महानिदेशक रुपिन शर्मा ने कहा है कि नगालैंड की सीमाओं को सील कर दिया गया है. सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. नगालैंड में 27 फरवरी को सुबह सात बजे से अपराह्न चार बजे तक मतदान होगा जबकि मतों की गिनती दो मार्च को होगी. सत्तारूढ़ नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपीपी) और भाजपा सीटों की साझेदारी के तहत क्रमश: 40 और 20 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं.
आपको बता दें कि जुन्हेबोटो जिले में आकुलुटो सीट से भाजपा प्रत्याशी और निर्वतमान विधायक काजहेटो किन्मी निर्विरोध जीत गये हैं.
एनडीपीपी ने 2018 में इस पूर्वोत्तर राज्य में भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनायी थी. उसे जनता दल यूनाईटेड और एक निर्दलीय प्रत्याशी का भी समर्थन मिला था. वर्ष 2021 में नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) भी एनडीपीपी नीत सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल हुआ था और उसे ‘यूनाईटेड डेमोक्रेटिक एलायंस’ नाम दिया गया था.
एनडीपीपी-भाजपा गठबंधन इस चुनाव में दूसरे कार्यकाल के लिए जद्दोजेहद कर रहा है। एनडीपीपी के नीफीयू रियो इस गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा हैं.
भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय मंत्रियों सर्बानंद सोनोवाल, किरेन रीजीजू , जॉन बार्ला, असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा एवं अन्य नेताओं ने पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार किया. मुख्यमंत्री रियो की अगुवाई में एनडीपीपी प्रचारकों ने करीब करीब सारे निर्वाचनक्षेत्रों में मतदाताओं को रिझाने का प्रयास किया.