नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसन (एनआईए) ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए दक्षिण और उत्तर भारत के दो प्रमुख राज्य तमिलनाडु और जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर छापेमारी की है. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, एनआईए ने दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु में प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की गैर-कानूनी गतिविधियों से जुड़े एक मामले में छह स्थानों पर छापेमारी की और दो लोगों को हिरासत में लिया. वहीं, जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी साजिश के मामले में सात जिलों के 15 स्थानों पर छापेमारी की. इसमें एनआईए के अधिकारियों ने अनंतनाग में चार, शोपियां में तीन, बडगाम, श्रीनगर और पुंछ में दो-दो ठिकानों के अलावा बारामूला और राजौरी में एक-एक स्थान पर छापेमारी की.
तमिलनाडु में 6 स्थानों पर छापेमारी
समाचार एजेंसी भाषा की एक रिपोर्ट के अनुसार, एनआईए ने मंगलवार को पीएफआई की गैर-कानूनी गतिविधियों से जुड़े एक मामले में तमिलनाडु में छह स्थानों पर छापेमारी की और दो लोगों को हिरासत में लिया. अधिकारियों ने बताया कि पीएफआई के मदुरै क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहम्मद कैसर और थेनी के एसडीपीआई जिला सचिव सादिक अली को हिरासत में लिया गया है. उन्होंने बताया कि चेन्नई, मदुरै, डिंडीगुल और थेनी जिलों में छापे मारे जा रहे हैं. पिछले साल की शुरुआत में मामला दर्ज करने के बाद से अब तक पीएफआई के लगभग एक दर्जन सदस्य एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए जा चुके हैं.
क्या है पीएफआई का मामला
जांच एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि मामला साजिश और गैर-कानूनी गतिविधियों, जैसे धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच वैमनस्य पैदा करना और सार्वजनिक सौहार्द और शांति को बाधित करने के लिए सांप्रदायिक सद्भाव के वास्ते हानिकारक गतिविधियों को अंजाम देना और भारत के खिलाफ असंतोष पैदा करने से संबंधित है. उन्होंने कहा कि संगठन पर सदस्यों के लिए घातक हथियारों के साथ प्रशिक्षण आयोजित करने और जिला और राज्य स्तर पर पीएफआई के नेताओं द्वारा चुने गए लक्ष्यों पर हमला करने का आरोप लगाया गया है.
जम्मू-कश्मीर के 7 जिलों में 15 स्थानों पर छापे
वहीं, समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, एनआईए ने मंगलवार को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी साजिश के मामले में जम्मू-कश्मीर के सात जिलों के 15 स्थानों पर छापेमारी की गई. जांच एजेंसी की ओर से जिन स्थानों पर छापेमारी की गई, उनमें अनंतनाग के चार, शोपियां के तीन, बडगाम, श्रीनगर और पुंछ के दो-दो और राजौरी तथा बारामूला के एक-एक स्थान शामिल हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि आतंकी साजिश के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पिछले साल 21 जून को स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था.