अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इस्लामिक सहयोग संगठन की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि भारत के मुसलमानों का स्वर्ग है. भारत के मुस्लिम समृद्ध हैं. जो देश में माहौल को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं वो उनके हितैषी नहीं हो सकते हैं. इससे पहले इस्लामिक सहयोग संगठन द्वारा भारत में इस्लामोफोबिया की कथित घटनाओं पर चिंता व्यक्त की थी. इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने भारत से अपने अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय के अधिकारों की रक्षा करने और देश में इस्लामोफोबिया की घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया था.
ओआईसी द्वारा आलोचना करने के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम अपना काम दृढ़ विश्वास के साथ कर रहे हैं. प्रधानमंत्री जब भी बोलते हैं, वे सभी 130 करोड़ भारतीयों के अधिकारों और कल्याण के बारे में बात करते हैं. आगे उन्होंने कि अगर कोई इसे नहीं देख सकता है, तो यह उनकी समस्या है. भारत के मुस्लिम और सभी अल्पसंख्यक समृद्ध हैं. ओआईसी का नाम लिये बगैर उन्होंने कहा कि भारत की समृद्धि के इस माहौल को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, वे भारतीय मुसलमानों के दोस्त कभी नहीं हो सकते हैं. मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता और सद्भाव भारत में एक राजनीतिक फैशन नहीं है. यह भारत और भारतीयों के लिए एक जुनूनहै.
उन्होंने मुस्लिम समुदाय से भी नमाज अदा करने और तालाबंदी के दौरान इफ्तार को घर पर रखने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि रमजान का पवित्र महीना 24 अप्रैल से शुरू हो रहा है. सभी धार्मिक नेताओं, धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने मिल कर मुस्लिम समुदाय को प्रार्थना, इफ्तार आयोजित करने के दौरान सामाजिक दूरी बनाये रखने और घरों में रहने की अपील की है. भारत ने मुस्लिम बहुसंख्यक देशों के 57 सदस्यीय समूह में पहले ही यह कह दिया है कि ओआईसी जैसी संस्थाओं को गैर-जिम्मेदाराना बयान नहीं देना चाहिए.
पिछले हफ्ते ही मुख्तार अब्बास ने वीडियो कॉनफ्रेंसिंग के जरिये तमाम राज्य के वक्फ बोर्ड के साथ बैठक की थी. हुई बैठक में तमाम राज्य वक्फ बोर्डों ने इस बात पर सहमति जताई थी कि रमजान के पवित्र महीने के लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जायेगा. साथ ही कोरोना से बचाव के लिए जो भी दिशा-निर्देश दिये गये हैं उसका सख्ती से पालन किया जायेगा. नकवी ने कहा कि कोरोना संकट के खिलाफ लड़ाई में देश के प्रत्येक नागरिक को स्वास्थ्य कर्मियों, सुरक्षा बलों, प्रशासनिक अधिकारियों, सफाईकर्मचारियों का सहयोग करना चाहिए.