Operation Trinetra के तहत राजौरी-पुंछ में नार्को टेरेरिज्म मॉड्यूल का पर्दाफाश, 8 गिरफ्तार, हो रहे बड़े खुलासे
मामले पर बात करते हुए अधिकारी ने बताया कि, आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी को देखते हुए राजौरी और पुंछ जिले में पहले से अधिक सतर्कता बरती जा रही है. इन जिलों में इसी साल जनवरी के महीने में ढांगरी में आतंकी हमले के दौरान 7 ग्रामीणों की मौत हो गयी थी.
Operation Trinetra: जम्मू-कश्मीर के राजौरी और पुंछ जिले में पिछले दो हफ्तों के दौरान सिक्योरिटी फोर्सेस द्वारा कई प्रमुख नार्को टेरेरिज्म मॉड्यूल से पर्दा उठाया गया है. इसमें अबतक कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किये गए आरोपितों के पास से 44 किलोग्राम हेरोइन और हथियार बरामद किये गए हैं. केवल यहीं नहीं राजौरी और पुंछ से पिछले कुछ महीनों के दौरान हुए आतंकवादी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार आतंकियों को खोज निकालने के लिए एक बड़ा ऑपरेशन चलाया जा रहा है जिसे ऑपरेशन त्रिनेत्र नाम दिया गया है.
प्रमुख मॉड्यूल ध्वस्त
जम्मू जॉन के एडीजीपी मुकेश सिंह ने इस ऑपरेशन के बारे में बात करते हुए बताया कि, पिछले दो हफ़्तों के दौरान राजौरी और पुंछ रेंज में पुलिस और सिक्योरिटी फोर्सेस ने प्रमुख मॉड्यूल को ध्वस्त कर दिया है. इस ऑपरेशन के दौरान 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपितों के पास से 44.47 किलोग्राम हेरोइन, एक AK-47 राइफल, आठ ग्रेनेड, तीन पिस्टल और 13.2 लाख रुपये जब्त किये गए हैं. ध्यान में रखने वाली बात है कि, कुछ ही दिनों पहले पंजाब के दो लोगों को राजौरी के सुंदरबनी चौक पर गिरफ्तार किया गया था. इनके वाहन से पुलिस ने 22 किलोग्राम हेरोइन जैसा पदार्थ बरामद किया था.
LOC पर सेना ने घुसपैठ की कोशिशों को किया नाकाम
30 मई को भी आधी रात के दौरान LOC पर सेना ने घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर दिया था. दोनों ही पक्षों के बीच मुठभेड़ के बाद दो घुसपैठियों को गिरफ्तार किया गया था. तीसरा घुसपैठिया मुठभेड़ के दौरान घयल हो गया था. सिक्योरिटी फोर्सेस ने इन तीनों को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लिए जाने पर इनके पास से भारी मात्रा में नकद बरामद किया गया था. इन तीनों तश्करों से अभी भी पूछताछ की जा रही है.
बरती जा रही सतर्कता
मामले पर बात करते हुए अधिकारी ने बताया कि, आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी को देखते हुए राजौरी और पुंछ जिले में पहले से अधिक सतर्कता बरती जा रही है. इन जिलों में इसी साल जनवरी के महीने में ढांगरी में आतंकी हमले के दौरान 7 ग्रामीणों की मौत हो गयी थी. वहीं, 20 अप्रैल के दिन पुंछ के भाटाधुलियां में सेना के वाहन पर हमला किया गया जिसमें 5 जवान शहीद हो गए थे. 5 मई को राजौरी स्थित केसरी हिल में हुए मुठभेड़ में भी सेना के 5 कमांडो शहीद हो गए थे.