पीएम मोदी 30 मई को चुनाव प्रचार खत्म करने के बाद कन्याकुमारी में ध्यान मंडपम में करेंगे मेडिटेशन
134 साल पहले स्वामी विवेकानंद ने इसी स्थान को ध्यान के लिए चुना था.
ध्यान करने के बहुत सारे फायदे होते हैं.
पीएम मोदी भी समय-समय पर ध्यान मुद्रा में रहते हैं.
ध्यान करने से थकान मिटती है और एकाग्रता बढ़ती है.
मेडिटेशन हमें अपने लक्ष्य को पाने में मदद करता है.
बार-बार मेडिटेशन करने से पांचों इंद्रियां पर बेहतर नियंत्रण बना रहता है.
2019 में पीएम मोदी ने चुनावी प्रचार के बाद केदारनाथ की गुफा में धुनी मुद्रा में बैठे थे.