बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के परिवार के सदस्यों ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की. सोमवार को जेडीयू नेता रामनाथ ठाकुर समेत उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने पीएम मोदी के साथ मुलाकात की. इस दौरान रामनाथ ठाकुर ने पिता कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा के लिए पीएम मोदी का आभार जताया. गौरतलब है कि भारत सरकार ने बीते महीने कर्पूरी ठाकुर को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की घोषणा की थी. बता दें, रामनाथ ठाकुर स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर के पुत्र हैं. वह राज्यसभा के सदस्य भी हैं.
पीएम मोदी ने साझा की मुलाकात की तस्वीर
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर कर्पूरी ठाकुर के परिवार से मुलाकात की एक तस्वीर भी पोस्ट की है. साथ ही अपने पोस्ट में पीएम मोदी ने लिखा है कि भारत रत्न से सम्मानित जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के परिजनों से मिलकर बहुत खुशी हुई. कर्पूरी जी समाज के पिछड़े और वंचित वर्गों के मसीहा रहे हैं, जिनका जीवन और आदर्श देशवासियों को निरंतर प्रेरित करता रहेगा.
भारत रत्न से सम्मानित जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के परिजनों से मिलकर बहुत खुशी हुई। कर्पूरी जी समाज के पिछड़े और वंचित वर्गों के मसीहा रहे हैं, जिनका जीवन और आदर्श देशवासियों को निरंतर प्रेरित करता रहेगा। pic.twitter.com/Ihp7B08LXu
— Narendra Modi (@narendramodi) February 12, 2024
पिछड़े और वंचित वर्गों के मसीहा कहलाते हैं कर्पूरी ठाकुर
गौरतलब है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर पिछड़े और वंचित वर्गों के मसीहा के रूप में जाने जाते हैं. भारत सरकार उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित कर रही है. बीते महीने ष्ट्रपति भवन ने इसकी घोषणा की थी. जननायक के रूप में मशहूर कर्पूरी ठाकुर दिसंबर 1970 से जून 1971 तक और दिसंबर 1977 से अप्रैल 1979 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे थे. उनका 17 फरवरी, 1988 को निधन हो गया था.
इस साल पांच लोगों को भारत रत्न
गौरतलब है कि इस साल पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव, पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर और हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन को मोदी सरकार ने भारत रत्न देने की घोषणा की है. पांच भारत रत्न अब तक किसी एक वर्ष में सर्वाधिक है. जिन लोगों को इस बार भारत रत्न दिया गया उनमें से चार राजनीतिज्ञ रहे हैं. बता दें, इस वर्ष के 5 पुरस्कारों को छोड़ दें तो आजादी के बाद से अब तक कुल 48 लोगों को भारत रत्न का सम्मान मिल चुका है.