प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शहरी स्वच्छता मिशन की शुरुआत कर दी. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा, स्वच्छता अभियान बापू की प्रेरणा से संभव हो सका है. इस अभियान के तहत 10 करोड़ शौचालय बनाने का संकल्प हुआ है. हमारा लक्ष्य है कि शहर कचरों के ढेर से मुक्त हो. इस पूरे अभियान के महानायक सफाईकर्मी हैं. हमारी कोशिश है कि सीवेज और सेफ्टी मैनजमेंट पर ध्यान दें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता अभियान का जिक्र करते हुए कहा, पहले शहरों में सड़क और गलियों पर कचरा नजर आता था. अब स्वच्छता ऐप के जरिये लोग अपडेट कर देते हैं. लोग तरह- तरह के अभियान में शामिल हो रहे हैं. कहीं भी कचड़ा फेंकने पर रोक लगा देते हैं. स्वच्छता रैकिंग में कोई दूसरा शहर आगे निकल जाये, तो लोग चर्चा करते हैं कि वह शहर आगे निकला हममें क्या कमी थी.
पीएम मोदी ने कोराना काल में सुस्त पड़े अभियान का जिक्र करते हुए कहा, एक बार फिर सभी को तेजी से स्वच्छता के अभियान में लग जाना है. स्वच्छता एक जीवन मंत्र है. जैसे सुबह उठते ही दातों को साफ करने की आदत होती है वैसे ही साफ सफाई को जीवन का हिस्सा बनाना होगा. पर्सनल नहीं मैं सोशल हाइजिन की बात कर रहा हूं.
घर – घर तक जल पहुंचाने के लिए मिशन अमृत की योजना है. शहरों को पूरी तरह कचरा मुक्त करने की योजना है. दूषित और काले पानी के निपटारे पर काम करना है. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने तीन आर का जिक्र किया Reduce Reuse Recycle पर फोकस करना होगा.
2014 के पहले के 7 वर्षों की बात करें, तो शहरी विकास मंत्रालय के लिए करीब सवा लाख करोड़ रुपये का ही बजट आवंटित था हमारी सरकार के 7 वर्षों में शहरी विकास मंत्रालय के लिए करीब 4 लाख करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया.