संसद के बजट सत्र के आज आखिरी यानी शनिवार को सदन में पीएम मोदी ने राम मंदिर पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया. प्रधानमंत्री मोदी ने सदन में बोलते हुए कहा कि आज देश में यह जज्बा पैदा हुआ है कि अगले 25 साल में भारत एक विकसित देश बनाने का सपना पूरा करना है. उन्होंने 17वीं लोकसभा के आखिरी सत्र के अंतिम दिन सदन में यह भी कहा कि अगली लोकसभा में कामकाज की 100 प्रतिशत उत्पादकता का संकल्प लेना चाहिए. प्रधानमंत्री ने 17वीं लोकसभा में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने, महिला आरक्षण कानून बनाने, तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने, नए आपराधिक कानूनों समेत कई विधेयकों के पारित होने का भी जिक्र किया. 11 पॉइंट में पढ़ें आज सदन में पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें…
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लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये पांच साल देश में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के थे. ऐसा बहुत कम होता है कि रिफॉर्म और परफॉर्म दोनों हो और हम अपनी आंखों के सामने बदलाव देख सकें. देश 17वीं लोकसभा के माध्यम से इसका अनुभव कर रहा है और देश 17वीं लोकसभा को आशीर्वाद देना जारी रखेगा.
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अगले 25 साल हमारे देश के लिए काफी अहम हैं. राजनीतिक गतिविधियां से इतर देश की आकांक्षाएं, अपेक्षाएं, सपने और संकल्प ये हैं कि ये आने वाले 25 साल ऐसे हैं जिनमें देश वांछित परिणाम हासिल करेगा.
पीएम मोदी ने कहा कि सदन ने अनुच्छेद 370 हटाया जिससे संविधान का पूर्ण रूप सामने आया. संविधान निर्माताओं की आत्मा हमें जरूर आशीर्वाद दे रही होगी.
75 साल तक हम अंग्रेजों की दी गई दंड संहिता के साथ रहे. नई पीढ़ी के लिए हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि अगली पीढ़ी अपने न्याय संहिता के साथ रहेगी. यही सच्चा लोकतंत्र है.
पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग सामाजिक न्याय से वंचित थे. आज हमें संतुष्टि है कि हमने सामाजिक न्याय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप जम्मू-कश्मीर के लोगों को सामाजिक न्याय दिलाया है.
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पीएम मोदी ने कहा कि इस कार्यकाल में परिवर्तनकारी सुधार हुए, 21वीं सदी के भारत की मजबूत नींव इनमें नजर आती है.
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17वीं लोकसभा की कार्य उत्पादकता 97 फीसदी रही, 18वीं लोकसभा में कार्य उत्पादकता सौ फीसदी रहने का हम संकल्प लेंगे.
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आने वाले 25 साल देश के लिए काफी अहम हैं. यह सपना, आशा और संकल्प है कि देश इच्छित परिणाम हासिल करके रहेगा.
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पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव ज्यादा दूर नहीं हैं, कुछ लोगों को घबराहट हो सकती है. लेकिन ये लोकतंत्र का जरूरी पहलू है. हम सब इसे गर्व से स्वीकार करते हैं.
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पीएम मोदी ने कहा कि भारत को जी 20 की अध्यक्षता का अवसर मिला. यह देश के लिए बहुत बड़ी सम्मान है. देश के हर राज्य ने भारत की क्षमता और अपनी पहचान दुनिया के सामने रखी. इसका प्रभाव आज भी दुनिया के मानस पटल पर है.
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संसद के नए भवन का निर्माण करवाने का निर्णय लेने का श्रेय लोकसभा अध्यक्ष बिरला को देते हुए कहा कि उसी का परिणाम है कि देश को संसद का नया भवन प्राप्त हुआ. भाषा इनपुट से साभार