लोकसभा चुनाव के पहले पीएम मोदी को याद आया साल 2004 का इलेक्शन, मंत्रियों को दी खास सलाह
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह ने हिंदी पट्टी सहित देशभर में बीजेपी के लिए अनुकूल माहौल पैदा किया है. इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के पहले अपने मंत्रियों को खास नसीहत दी है. जानें क्या कहा
लोकसभा चुनाव के चंद महीने शेष रह गये हैं. इसको लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को नसीहत दी है. दरअसल, भले ही अयोध्या में रामजन्मभूमि मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद हिंदी बेल्ट में बीजेपी के हौसले बुलंद हैं, लेकिन हमेशा व्यावहारिक रहने वाले पीएम मोदी ने अपने कैबिनेट मंत्रियों से कहा है कि वे राजनीतिक विश्लेषकों के बहकावे में न आएं. आगामी 2024 लोकसभा चुनाव में जी-जान लगा दें. इस संबंध में अंग्रेजी वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स ने खबर प्रकाशित की है.
पीएम मोदी को आई साल 2004 के चुनाव की याद
मोदी सरकार के प्रति जनता का मूड पॉजिटिव होने की बात कही जा रही है. इस बीच पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों से कहा है कि जब तक बीजेपी की चुनाव में जीत नहीं हो जाती, तबतक आराम से बैठना नहीं है. प्रधानमंत्री ने साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव की याद ताजा की और कहा कि 2004 के चुनाव में बीजेपी नेतृत्व लापरवाही बरतता नजर आया था. इस चुनाव के अंत में परिणाम यह हुआ कि सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने चुनाव जीता. कांग्रेस केवल सात सीट बीजेपी से ज्यादा लाई और अगले 10 वर्षों तक शासन करने के लिए यूपीए गठबंधन बनाया. उस वक्त मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने.
अबकी बार चार सौ पार
आपको बता दें कि बीजेपी कार्यकर्ता इस बार एक नारा लगा रहे हैं- अबकी बार 400 पार…इस बार पीएम मोदी और अमित शाह हर वो रणनीति अपना रहे हैं जिससे बीजेपी को ज्यादा से ज्यादा सीट मिल सके. बिहार में पिछले दिनों ही बीजेपी ने जदयू के साथ मिलकर सरकार बनाई है. नीतीश कुमार ने बिहार में राजद और कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बनाई. ओडिशा में भी बीजेपी को कुछ सकारात्मकता की उम्मीद है क्योंकि यहां नवीन पटनायक की पार्टी कांग्रेस से दूरी बनाकर चलती है.
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केमिस्ट्री के बाद अंकगणित की जरूरत
पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जानते हैं कि चुनाव जीतने के लिए केमिस्ट्री के बाद अंकगणित की जरूरत होती है. यही वजह है कि दोनों नेता पार्टी के नेताओं पर जोर लगा रहे हैं और कह रहे हैं कि वर्तमान सरकार द्वारा किए गए कार्यों को जनता तक पहुंचाने का काम तेजी से करें. यही नहीं पहली बार वोट करने वाले युवाओं से भी संपर्क करें.