ढाका : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश की स्वतंत्रता के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में शुक्रवार को आयोजित मुख्य समारोह में ‘बंगबंधु’ शेख मुजीबुर्रहमान को श्रद्धांजलि देने के दौरान खादी का बना काले रंग का ‘मुजीब जैकेट’ पहना था. बांग्लादेश में बेहद लोकप्रिय मुजीब जैकेट, ऊंचे गले का बिना बांह का पुरुषों द्वारा पहना जानेवाला कोट है, जिसके निचले हिस्से में दो जेब, बाएं हिस्से में ऊपर एक जेब और पांच से छह बटन लगे होते हैं. इस प्रकार के कोट को बांग्लादेश के संस्थापक ‘बंगबंधु’ पहना करते थे.
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने 100 मुजीब जैकेट की आपूर्ति की है, जिसे प्रधानमंत्री के बांग्लादेश दौरे के दौरान गणमान्य व्यक्तियों द्वारा पहना जायेगा. विज्ञप्ति में बताया गया कि ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग के इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र ने मोदी के दौरे से पहले सौ जैकेट का ऑर्डर दिया था.
बांग्लादेश, इस साल रहमान की जन्मशती ‘मुजीब वर्ष’ मना रहा है. विशेष रूप से तैयार किये गये इन जैकेट को उच्च गुणवत्ता वाले पॉली खादी फैब्रिक से बनाया गया है. खादी फैब्रिक की पर्यावरण के प्रति अनुकूलता को देखते हुए इन जैकेट के कवर को भी काले खादी सूती फैब्रिक से बनाया गया है और इस पर ‘खादी इंडिया’ का चिह्न भी लगा है.
राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर, प्रधानमंत्री मोदी ने रहमान की बेटियों (प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनकी छोटी बहन शेख रेहाना) को गांधी शांति पुरस्कार सौंपा, जो भारत की ओर से रहमान को प्रदान किया गया है. मोदी ने कहा, ”यह मेरे जीवन के सबसे अविस्मरणीय क्षणों में से एक है. मैं आभार व्यक्त करता हूं कि बांग्लादेश ने मुझे इस आयोजन में शामिल होने का मौका दिया. यह गर्व का विषय है कि हमें शेख मुजीबुर रहमान को गांधी शांति पुरस्कार देने का अवसर मिला.”
गांधी शांति पुरस्कार, महात्मा गांधी की 125वीं जयंती के अवसर पर भारत सरकार की ओर से 1995 से दिया जा रहा है. वर्ष 2020 का गांधी शांति पुरस्कार बंगबंधु को प्रदान किया गया. यह पहली बार हुआ है, जब यह सम्मान किसी को मरणोपरांत दिया गया है.