लव जिहाद पर फिर बोले नसीरूद्दीन शाह कहा, मैं गुस्से में हूं…

बॉलीवुड अभिनेता नसीरूद्दीन शाह ने एक बार फिर लव जिहाद के मामले पर अपनी राय रखी है. उन्होंने लव जिहाद के नाम पर विभाजन को लेकर चिंता जाहिर की जन अभियान, कारवां-ए-मोहब्बत इंडिया को दिये एक वीडियो इंटरव्यू में यह टिप्पणी की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2021 9:02 PM

बॉलीवुड अभिनेता नसीरूद्दीन शाह ने एक बार फिर लव जिहाद के मामले पर अपनी राय रखी है. उन्होंने लव जिहाद के नाम पर विभाजन को लेकर चिंता जाहिर की. उन्होंने जन अभियान, कारवां-ए-मोहब्बत इंडिया को दिये गये इंटरव्यू में विस्तार से कई मुद्दों पर बात की.

इस यूट्यूब चैलन पर रविवार को वीडियो अपलोड किया गया. नसीरूद्दीन शाह ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में लव जिहाद तमाशे की तरह जिस प्रकार से विभाजन पैदा किया जा रहा है, उसे लेकर मैं सचमुच गुस्से में हूं. जिन लोगों ने भी यह मुहावरा दिया है वे जिहाद शब्द का मतलब नहीं जानते हैं.”

इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि कोई भी व्यक्ति इतना बेवकूफ होगा कि वह सचमुच में इस बात पर यकीन कर लेगा कि मुसलमानों की आबादी हिंदुओं से अधिक होगी. यह अकल्पनीय है. इसलिए यह पूरी धारणा ही अवस्ताविक है. ”

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अभिनेता ने अपने इंटरव्यू में यह भी कहा, ‘‘लव जिहाद” शब्द अंतर-धार्मिक विवाहों को कलंकित करने और हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सामाजिक मिलाप रोकने के विचार से निकला है. ‘वे लोग न सिर्फ अंतर-धार्मिक विवाहों को हतोत्साहित कर रहे हैं बल्कि हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सामाजिक मिलाप पर भी पाबंदी लगा रहे हैं. ”

अभिनेता ने कहा, मेरा मानना रहा है कि हिंदू महिला से शादी एक स्वस्थ उदाहरण स्थापित करेगा. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि यह गलत है.” अभिनेता ने कहा कि जब वह रत्ना से शादी करने जा रहे थे तब उनकी (नसीरूद्दीन की) मां ने उनसे कहा था कि क्या वह चाहते हैं कि उनकी होने वाली पत्नी अपना धर्म परिवर्तन करे, ‘‘इस पर मेरा जवाब ना था.”

उन्होंने कहा कि आजकल लव जिहाद के नाम पर युवा जोड़ों को प्रताड़ित किये जाते देख उन्हें दुख होता है. उन्होंने कहा, ‘‘यह वो दुनिया नहीं है जिसकी वह कल्पना करते थे. ” उल्लेखनीय है कि कारवां-ए-मोहब्बत को 2018 में दिये एक इंटरव्यू में अभिनेता ने कहा था कि कई स्थानों पर गो हत्या को किसी पुलिसकर्मी की हत्या से अधिक महत्व दिया जा रहा है.

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नसीरूद्दीन ने कहा, इसका गलत मतलब निकाला गया कि मैं डर महसूस कर रहा हूं.” उन्होंने कहा, ‘‘मैं बार-बार कहा है कि मैं नहीं डर रहा. मैं भला क्यूं डरूं? यह मेरा देश है, मैं अपने घर में हूं. मेरे परिवार की पांच पीढ़ियों को इसी मिट्टी में दफन किया गया है. मेरे पूर्वज यहां 300 से साल से रह रहे हैं. क्या इससे मैं हिन्दुस्तानी नहीं होता हूं, फिर और क्या चाहिए?’

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