National Engineers Day 2022: देशभर में आज का दिन अभियंता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. भारत में आज भी अधिकतर युवाओं की पसंद इंजीनियरिंग ही है. आजकल यह देखा जा रहा है कि कई आईआईटीयन इंजीनियरिंग के अलावा कई अन्य क्षेत्रों में अधिक रुचि ले रहे हैं और काम की जिम्मेदारी को शानदार ढंग से निभा रहे हैं. कई IITians व्यवसाय, राजनीति और सामाजिक कार्य, मनोरंजन, विज्ञान और अन्य क्षेत्रों का चयन करते हैं. आज हम ऐसे ही नेताओं से बारे में बताएंगे जिन्होंने इंजीनियरिंग के बाद भारतीय राजनीति को चुना. आइए नजर डालते हैं भारत के प्रसिद्ध IITians पर जो IIT JEE के बाद सफल राजनेता बने.
अजित सिंह
राष्ट्रीय लोक दल के संस्थापक और प्रमुख अजित सिंह ने लखनऊ विश्वविद्यालय से बी.टेक करने के बाद आईआईटी खड़गपुर से इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से एम.एस. किया है. अगर बात उनके राजनीतिक कैरियर की करें तो उन्हें पहली बार 1986 में राज्यसभा के लिए चुना गया था. वे 1987 और 1988 में लोक दल और जनता पार्टी के अध्यक्ष थे. साथ ही वी.पी. सिंह की में कैबिनेट एक साल के लिए उद्योग मंत्री थे. वे 1989 में बागपत से लोकसभा के लिए चुने गए और 1991 में लोकसभा के लिए फिर से चुने गए. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वे कृषि मंत्री थे. वह दिसंबर 2011 से मई 2014 तक नागरिक उड्डयन मंत्री थे.
मनोहर पर्रिकर
गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने 1978 में IIT मुंबई से मेटलर्जिकल में इंजीनियरिंग की थी. मनोहर पर्रिकर भारत में भारतीय जनता पार्टी के एक राजनीतिक सदस्य थे. वे यू.पी. से राज्यसभा में संसद सदस्य थे और भारत सरकार में रक्षा मंत्री के पद पर भी रहे है. बता दें कि केंद्र सरकार के मंत्रिपरिषद से पहले वह गोवा के मुख्यमंत्री थे. मनोहर पर्रिकर को 2001 में आईआईटी बॉम्बे द्वारा विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
जयराम रमेश
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश की शिक्षा आईआईटी बॉम्बे से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी-टेक और सार्वजनिक प्रबंधन में मास्टर ऑफ साइंस की हुई है. जयराम रमेश राज्यसभा में आंध्र प्रदेश राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले संसद सदस्य हैं. वह भारत की केंद्रीय मंत्रिपरिषद के लिए चुने जा चुके है. जयराम रमेश ने फरवरी 2009 में 15वें लोकसभा चुनाव के साथ कांग्रेस पार्टी के चुनाव रणनीति पैनल का नेतृत्व किया. उन्हें कांग्रेस के नेतृत्व वाले प्रशासन में राज्य मंत्री के रूप में पर्यावरण और वन का स्वतंत्र प्रभार दिया गया था. जयराम रमेश अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की “स्थापना दिवस समिति” का हिस्सा भी थे.
अरविंद केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने IIT खड़गपुर से 1989 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है. केजरीवाल 2012 में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक चुने गए. सामाजिक कार्यकर्ता से राजनेता बने भ्रष्टाचार विरोधी अभियान में शामिल होने के लिए नौकरी छोड़ने से पहले आईआरएस में शामिल हो गए. अरविंद केजरीवाल ने दिसंबर 2013 में दिल्ली के दूसरे सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी.
Also Read: Engineer’s Day 2022: इंजीनियर्स डे आज, जानें क्या है इस साल का थीमआलोक अग्रवाल
आलोक अग्रवाल ने आईआईटी कानपुर से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया है. अगर उनके राजनीतिक कैरियर की चर्चा करें तो “नर्मदा बचाओ आंदोलन” नामक एक सामाजिक आंदोलन के नेता और कार्यकर्ता रहे है. आलोक अग्रवाल जनवरी 2014 में आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हुए. वर्तमान में, वह आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं और आम आदमी पार्टी, मध्य प्रदेश के संयोजक भी हैं.
जयंत सिन्हा
सांसद जयंत सिन्हा ने आइआइटी दिल्ली से स्नातक की पढ़ाई पूरी की और पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय से ऊर्जा प्रबंधन और नीति में मास्टर ऑफ साइंस पूरा किया. जयंत सिन्हा ने 1990 से भारतीय राजनीति और नीति-निर्माण में भाग लिया है. 2014 में सिन्हा ने झारखंड की हजारीबाग सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था. उन्होंने नवंबर 2014 में केंद्रीय मंत्रिपरिषद में राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 20 वर्षों के बाद, वह जुलाई 2016 में नागरिक उड्डयन मंत्रालय में चले गए थे.