National Flag: एआईएमआईएम (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैंने अपने ट्वीट के जरिए कहा कि ऑर्गेनाइजर पत्रिका आरएसएस (RSS) का मुखपत्र है. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 17 जुलाई 1947 को आरएसएस ने कहा था कि देश के राष्ट्रीय ध्वज का रंग भगवा होना चाहिए. देश के प्रधानमंत्री कहते हैं कि आरएसएस उनकी नींव है और उन्हें इससे प्रेरणा मिली है.
एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने तिरंगा को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रुख पर सवाल उठाते हुए कहा कि आरएसएस पत्रिका ने भी कहा झंडे में तीन रंग बुरे हैं. मैं प्रधानमंत्री से सवाल करता हूं कि उन्होंने जो कहा है वह सही है या गलत, उन्हें स्पष्ट करना चाहिए.
Delhi | RSS magazine also said three colours in flag are evil, I question him (PM) whether what they've said is right or wrong, he should clarify: AIMIM chief Asaduddin Owaisi on his tweet on organizer magazine (2/2) pic.twitter.com/54ned179aZ
— ANI (@ANI) August 4, 2022
कर्नाटक में मौजूद राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर लिखा, कर्नाटक खादी ग्रामोद्योग के सभी साथियों से मिलकर बहुत खुशी हुई. इतिहास गवाह है, हर घर तिरंगा मुहिम चलाने वाले उस देशद्रोही संगठन से निकले हैं, जिन्होंने 52 सालों तक तिरंगा नहीं फहराया. आजादी की लड़ाई से, ये कांग्रेस पार्टी को तब भी नहीं रोक पाए और आज भी नहीं रोक पाएंगे. वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी आरएसएस के ट्विटर अकाउंट का स्क्रीनशॉट शेयर करके तंज किया है.
पीएम नरेंद्र मोदी की अपील पर अमल न करने के कारण आरएसएस आलोचनाओं का सामना कर रहा है. दरअसल, पिछले दिनों पीएम मोदी ने आजादी के अमृत उत्सव के दौरान सोशल मीडिया डीपी को तिरंगे के रूप में बदलने की अपील की थी. खुद पीएम मोदी ने भी ऐसा ही किया और बीजेपी के नेता और मंत्री भी ये कर रहे हैं. लेकिन, आरएसएस और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का डीपी नहीं बदला है. इसी को लेकर वे विपक्ष के निशाने पर हैं.
Also Read: असम ‘‘जिहादी” गतिविधियों का अड्डा, मदरसे के टूटने के बाद सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कही ये बात