नेशनल हेराल्ड मामला : मल्लिकार्जुन खड़गे तक पहुंची केस की जांच की आंच, ईडी ने की पूछताछ
ईडी अधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया जाएगा. कांग्रेस नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर अमूमन कहती है कि यंग इंडिया लिमिटेड का उद्देश्य लाभ अर्जित करना नहीं है बल्कि इसका गठन चैरिटी के लिए किया गया है.
नेशनल हेराल्ड केस की जांच की आंच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे तक पहुंच चुकी है. सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने खड़गे से पूछताछ की है.
जानकारी के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से पूछताछ की. इस संबंध में ईडी अधिकारियों ने बताया कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता खड़गे (79) को जांच के संबंध में संघीय एजेंसी के समक्ष पेश होने को कहा गया था. उन्होंने बताया कि एजेंसी जांच संबंधी कुछ पहलुओं को समझना चाहती है.
ED is questioning senior Congress leader Mallikarjuna Kharge in connection with the National Herald corruption case. He was summoned to appear before ED today: Sources
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— ANI (@ANI) April 11, 2022
ईडी अधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया जाएगा.
सोनिया और राहुल गांधी सहित इनपर आरोप
यहां चर्चा कर दें कि सुब्रमण्यन स्वामी ने नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, दिवंगत नेता मोतीलाल वोरा, पत्रकार सुमन दुबे और टेक्नोक्रेट सैम पित्रोदा पर आरोप लगाने का काम किया था. आरोप लगाया गया था कि यंग इंडिया लिमिटेड के जरिए गलत तरीके से इसका अधिग्रहण किया गया और कांग्रेस नेताओं ने 2,000 करोड़ रुपये तक की संपत्ति पर कब्जा कर लिया. यदि आपको याद हो तो मामले की जांच 2014 में ईडी की ओर से शुरू की गई थी. कांग्रेस इस मामले को लेकर अमूमन कहती है कि यंग इंडिया लिमिटेड का उद्देश्य लाभ अर्जित करना नहीं है बल्कि इसका गठन चैरिटी के लिए किया गया है.