National Herald Case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को नेशनल हेराल्ड कार्यालय को सील करते हुए निर्देश दिया कि एजेंसी की अनुमति के बिना परिसर को नहीं खोला जाए. इसके साथ ही, दिल्ली में अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय और 10 जनपथ स्थित सोनिया गांधी के आवास के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है.
इसकी खबर मिलते ही मल्लिकार्जुन खड़गे, सलमान खुर्शीद, दिग्विजय सिंह, पी चिदंबरम समेत अन्य नेता कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे हैं. सलमान खुर्शीद ने कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है कि अचानक बैरिकेडिंग की वजह क्या है? उन्होंने कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग जांच के संबंध में हमने स्पष्ट रूप से बताया है कि इस मामले का कोई आधार नहीं है, क्योंकि इसमें पैसा नहीं है. कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने नेशनल हेराल्ड के कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कहा कि अगर पैसा नहीं है, तो लॉन्ड्रिंग कैसे हो सकती है.
Regarding the money laundering investigation, we have clearly said that the matter holds no ground because there is no money. If no money is involved, how can there be laundering?: Congress leader Salman Khurshid on National Herald alleged money laundering case pic.twitter.com/IgvY7TW5l7
— ANI (@ANI) August 3, 2022
वहीं, दिल्ली पुलिस का कहना है कि ऐसी सूचना मिली थी कि कांग्रेस मुख्यालय पर प्रदर्शनकारी जमा हो सकते हैं, इसलिए ऐहतियातन यह कदम उठाया गया, ताकि कोई अवांछित परिस्थिति न पैदा हो. न्यूज एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के कहा कि हमें अपनी विशेष शाखा से जानकारी मिली कि कांग्रेस मुख्यालय पर प्रदर्शनकारी एकत्र हो सकते हैं. इसलिए ऐहतियातन कदम उठाया गया है. हमने अवरोधक लगाए हैं और पुलिसकर्मियों को तैनात किया है ताकि कोई अवांछित परिस्थित पैदा नहीं हो.
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दिल्ली में नेशनल हेराल्ड कार्यालय में यंग इंडियन कंपनी के परिसर को अस्थायी रूप से सील कर दिये जाने पर कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिये ट्वीट किया, सत्य की आवाज नहीं डरेगी पुलिसिया पहरों से. गांधी के अनुयायी लड़ के जीतेंगे इन अंधेरों से. नेशनल हेराल्ड कार्यालय सील करना, कांग्रेस मुख्यालय को पुलिस पहरे में कैद करना तानाशाह की डर और बौखलाहट दोनों दिखाता है. पर महंगाई और बेरोजगारी के सवाल तो फिर भी पूछे जाएंगे.