भारत ने तैयार किया पहला स्वदेशी एंटीबॉडी कोरोना टेस्ट किट, डॉ हर्षवर्धन ने किया ऐलान
National Institute of Virology Pune भारत इस समय कोरोना वायरस के खिलाफ मजबूती के साथ जंग लड़ रहा है. तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच एक बड़ी खबर है कि भारत ने पहला स्वदेशी एंटीबॉडी (antibody) कोरोना टेस्ट किट (COVID19 test kit) (1st indigenous anti-SARS-CoV-2 human IgG ELISA test kit ) तैयार कर लिया है. इसकी घोषणा केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन (Union Health and Family Welfare Minister Dr. Harsh Vardhan) ने की.
नयी दिल्ली : National Institute of Virology Pune भारत इस समय कोरोना वायरस के खिलाफ मजबूती के साथ जंग लड़ रहा है. तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच एक बड़ी खबर है कि भारत ने पहला स्वदेशी एंटीबॉडी (antibody) कोरोना टेस्ट किट (COVID19 test kit) (1st indigenous anti-SARS-CoV-2 human IgG ELISA test kit ) तैयार कर लिया है. इसकी घोषणा केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन (Union Health and Family Welfare Minister Dr. Harsh Vardhan) ने की.
डॉ हर्षवर्धन ने बताया, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे ने COVID19 के एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए 1 स्वदेशी anti-SARS-CoV-2 human IgG ELISA टेस्ट किट को सफलतापूर्वक विकसित किया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया, यह संक्रमण के संपर्क में आने वाली आबादी के अनुपात की निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
National Institute of Virology, Pune has successfully developed the 1st indigenous anti-SARS-CoV-2 human IgG ELISA test kit for antibody detection of #COVID19. It will play a critical role in surveillance of proportion of population exposed to the infection: Union Health Minister pic.twitter.com/Tno7EIRsFU
— ANI (@ANI) May 10, 2020
इससे पहले उन्होंने कोरोना वायरस से निपटने की राह में कामयाबी की ओर बढ़ने का हवाला देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को कहा कि पिछले 24 घंटे में 10 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है और स्वस्थ होने की दर 30 फीसदी से अधिक तक बढ़ गई है.
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स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 1,511 मरीज स्वस्थ हुए हैं. यह एक दिन में ठीक होने वाले मरीजों की अब तक की सबसे अधिक संख्या है. राष्ट्रीय राजधानी के मंडोली क्षेत्र में कोविड-19 के चिकित्सा केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे हर्षवर्धन ने संवाददाताओं से कहा कि देशभर में शनिवार को 86,000 नमूनों की जांच की गई और अब भारत की क्षमता प्रतिदिन 95,000 नमूने जांचने की है.
उन्होंने कहा कि भारत ने कोविड-19 के नमूने जांच करने के लिए एक प्रयोगशाला से शुरुआत की थी, जो अब बढ़कर 472 तक पहुंच गई है. उन्होंने कहा कि अब देशभर में 4,362 कोरोना चिकित्सा केंद्र कार्यरत हैं, जहां मामूली संक्रमण के लक्षण वाले 3,46,856 मरीजों को रखा जा सकता है.
हर्षवर्धन ने कहा, हम कोरोना वायरस से युद्ध में कामयाबी की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. पिछले तीन दिन से मामले दोगुना होने की दर 12 दिन हो चुकी है. मरीजों के स्वस्थ होने की दर 30 फीसदी से अधिक है. कोविड-19 के करीब 60,000 मरीज में से लगभग 20,000 ठीक होकर घर जा चुके हैं.
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उन्होंने ने यह भी बताया कि महामारी से निपटने में दिल्ली और नौ राज्य की सरकारों की सहायता के लिए केंद्रीय दलों को भेजा जा रहा है. इनमें तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब और पश्चिम बंगाल शामिल हैं.
हर्षवर्धन ने कहा, ‘केंद्र सरकार ने अब तक राज्य सरकारों को 72 लाख एन-95 मास्क और 36 लाख व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई किट) का वितरण किया है. केंद्रीय मंत्री ने महामारी से निपटने में संघर्ष कर रहे ‘कोरोना योद्धाओं’ की भी सराहना की. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, रविवार तक देश में संक्रमितों की संख्या 62,939 रही जबकि मृतकों की संख्या 2,109 तक पहुंच गई.