राजस्थान: कोटा में NEET के एक और छात्र ने की आत्महत्या, इस साल अब तक 7वीं मौत
पुलिस ने बताया कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के खुर्जा कस्बे के रहने वाले धनेश कुमार शर्मा को कुन्हारी इलाके के लैंडमार्क सिटी में स्थित उसके हॉस्टल के वार्डन ने मृत पाया. पुलिस ने बताया कि धनेश 11 वीं कक्षा का छात्र था और एक महीने पहले ही कोटा आया था.
राजस्थान के कोटा में कोचिंग ले रहे 15 वर्षीय NEET परीक्षार्थी का शव उसके कमरे में लगे पंखे से लटका मिला है. कोचिंग हब कोटा में पिछले चार दिनों में संदिग्ध आत्महत्या का यह दूसरा मामला है.
यूपी का रहने वाला है छात्र
पुलिस ने बताया कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के खुर्जा कस्बे के रहने वाले धनेश कुमार शर्मा को कुन्हारी इलाके के लैंडमार्क सिटी में स्थित उसके हॉस्टल के वार्डन ने मृत पाया. पुलिस ने बताया कि धनेश 11 वीं कक्षा का छात्र था और एक महीने पहले ही कोटा आया था और एक कोचिंग सेंटर में राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) की तैयारी कर रहा था.
कमरे में लटकता मिला छात्र का शव
कुन्हारी के एसएचओ गंगा सहाय शर्मा ने कहा कि छात्र ने बुधवार की रात को खाना खाया और 110 नंबर के अपने कमरे में चला गया. उसके माता पिता ने उसे बार-बार फोन किया लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया तो वे चिंतित हो गए. उन्होंने कोटा में रहने वाले अपने ही शहर के एक लड़के से अपने बेटे का हाल जानने के लिए कहा. एसएचओ ने बताया कि लड़का और हॉस्टल वार्डन गुरुवार की सुबह जब धनेश के कमरे में घुसे तो वह उन्हें पंखे से लटकता मिला.
प्रथम दृष्टया आत्महत्या का कारण पढ़ाई का तनाव बताया गया
क्षेत्राधिकारी शंकर लाल ने बताया, प्रथम दृष्टया घर की याद और पढ़ाई का तनाव आत्महत्या का कारण प्रतीत होता है. हालांकि, उसके कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है और उसकी मौत के वास्तविक कारणों का पता लगाया जाएगा.
इससे पहले भी एक छात्र ने की थी आत्महत्या
गौरतलब है कि सोमवार को बेंगलुरु के रहने वाले 22 वर्षीय मोहम्मद नसीद ने इस साल नीट-यूजी परीक्षा देने के बाद कथित तौर पर एक बहुमंजिला इमारत की दसवीं मंजिल से छलांग लगा दी, जिससे उसकी मौत हो गयी थी.
इस साल कोटा में 7 छात्रों ने की आत्महत्या
इस साल अब तक कोटा के विभिन्न कोचिंग सेंटरों में पढ़ने वाले कम से कम सात छात्रों की कथित तौर पर आत्महत्या से मौत हो चुकी है. हालांकि, आत्मदाह का प्रयास करने वाले एक छात्र को बचा लिया गया था. आंकड़ों के अनुसार पिछले साल कोचिंग हब में 15 छात्रों ने आत्महत्या कर ली थी. मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों की प्रवेश परीक्षा पास करने के लिए इस शैक्षणिक सत्र में 2.25 लाख से अधिक छात्रों के शहर के विभिन्न कोचिंग केंद्रों में दाखिला लेने का अनुमान है.