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Chandrayaan 3: चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद देशभर में खुशियों की लहर, इसरो को मिल रही बधाई

Chandrayaan 3 Landing: भारत ने इतिहास रच दिया है. चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग हो चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चंद्रमा पर चंद्रयान की लैंडिंग से पहले वीडियो लिंक के जरिये इसरो के वैज्ञानिकों से जुड़ें थे. चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल ने चांद की सतह पर सफल ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ की, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर उतरने वाला पहला देश भारत बन गया है. चंद्रयान-3 से जुड़ी हर अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.

लाइव अपडेट

कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने सफल लैंडिंग के लिए इसरो प्रमुख और उनकी टीम को बधाई दी

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग पर इसरो प्रमुख एस सोमनाथ और वैज्ञानिकों की पूरी टीम को बधाई दी.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रोवर प्रज्ञान को लैंडर से सफलतापूर्वक बाहर निकालने के लिए इसरो को बधाई दी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लैंडर ‘विक्रम’ के अंदर से रोवर ‘प्रज्ञान’ को सफलापूर्वक बाहर निकालने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की टीम और देश के नागरिकों को गुरुवार को बधाई दी और कहा कि यह चंद्रयान-3 के एक और चरण की सफलता को दर्शाता है. मुर्मू ने सोशल नेटवर्किंग साइट ‘एक्स’ पर कहा, मैं अपने देशवासियों और वैज्ञानिकों के साथ पूरे उत्साह से उस जानकारी और विश्लेषण की प्रतीक्षा कर रही हूं जो प्रज्ञान हासिल करेगा और चंद्रमा के बारे में हमारे ज्ञान को समृद्ध करेगा.

लैंडर विक्रम से बाहर निकला रोवर प्रज्ञान, इसरो ने दी जानकारी

चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग के बाद चंद्रयान-3 से जुड़ी एक अहम जानकारी मिल रही है. जिसमें इसरो सूत्रों के हवाले से खबर है कि लैंडर विक्रम से रोवर प्रज्ञान बाहर निकल चुका है. आगे रोवर अपने अभियान को अंजाम देगा.

चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर उतरने के लिए अमेरिका और यूरोप की अंतरिक्ष एजेंसियों ने इसरो को बधाई दी

अमेरिका और यूरोप की अंतरिक्ष एजेंसियों ने बुधवार को चंद्रमा पर चंद्र मिशन की सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग कराने वाला चौथा देश बनने पर भारत को बधाई दी और इसरो की इस उपलब्धि को अंतरिक्ष इतिहास में एक 'अतुल्य' क्षण करार दिया.

इसरो ने जारी की नयी तस्वीर

इसरो ने ट्वीट किया जिसमें एक तस्वीर नजर आ रही है. इसरो ने कहा कि लैंडिंग इमेजर कैमरा के द्वारा तस्वीर ली गयी है. यह लैंडिंग के बाद की है. इसमें चंद्रयान-3 की लैंडिंग साइट का एक हिस्सा नजर आ रहा है. एक पैर और उसके साथ की परछाई भी नजर आ रही है. चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की सतह पर अपेक्षाकृत समतल क्षेत्र चुना है.

खाड़ी देशों में रह रहे भारतीयों ने चंद्रयान-3 की सफलता का जश्न मनाया

चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल ‘‘सॉफ्ट लैंडिंग’’ के बाद खाड़ी में रहने वाले भारतीय खुशी से उछल पड़े और सामूहिक रूप से गर्व की भावना व्यक्त की. भारत ने बुधवार को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर ‘विक्रम’ और 26 किलोग्राम वजनी रोवर ‘प्रज्ञान’ से लैस लैंडर मॉड्यूल की ‘सॉफ्ट लैंडिग’ कराने में सफलता हासिल की. भारतीय समयानुसार शाम करीब छह बजकर चार मिनट पर इसने चांद की सतह को छुआ.

रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने भारत को दी बधाई

रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने भारत को बधाई दी और कहा कि चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में इसकी प्रभावशाली प्रगति को दर्शाती है.

चंद्रयान-3 के लैंडर और एमओएक्स के बीच संचार लिंक स्थापित: इसरो

चंद्रयान-3 मिशन के सफल होने के तुरंत बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा कि लैंडर और यहां स्थित अंतरिक्ष एजेंसी के मिशन संचालन परिसर (एमओएक्स) के बीच संचार लिंक स्थापित हो गया है. एमओएक्स इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) में स्थित है. इसरो ने चंद्रमा की सतह पर उतरने के दौरान ‘लैंडर हॉरिजॉन्टल वेलोसिटी कैमरे’ द्वारा ली गईं तस्वीरें भी जारी कीं.

इसरो नेतृत्व और वैज्ञानिकों की पीढ़ियों की मेहनत का है नतीजा है चंद्रयान-3 की सफलता : सोमनाथ

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस.सोमनाथ ने बुधवार को कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता इसरो नेतृत्व और वैज्ञानिकों की पीढ़ियों की मेहनत का नतीजा है. उन्होंने कहा कि यह सफलता ‘बहुत बड़ी’ और ‘प्रोत्साहित करने वाली’ है. प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी भी दक्षिण अफ्रीका से ऑनलाइन माध्यम से इस जटिल मिशन के मुकाम तक पहुंचने के गवाह बनने के लिए जुड़े थे और उन्होंने भी वैज्ञानिकों की कोशिश की प्रशंसा की.

चंद्रमा की ताजा तस्वीर आयी सामने, इसरो ने किया जारी

इसरो ने चंद्रमा पर उतरते समय चंद्रयान-3 के लैंडर हॉरिजॉन्टल वेलोसिटी कैमरे द्वारा ली गयी चंद्रमा की तस्वीरें जारी की है. इसरो ने कहा कि Ch-3 लैंडर और MOX-ISTRAC के बीच संचार लिंक स्थापित हो गया है.

सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ की प्रतिक्रिया

प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डी वाई चंद्रचूड़ ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की ‘साफ्ट लैंडिंग’ को ऐतिहासिक बताया है.

सभी वैज्ञानिकों को बधाई : भूपेश बघेल

चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मैं सभी वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं...

बधाईयों का तांता

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इसरो के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर बधाई दी. उन्होंने कहा, मैं इस सफलता के लिए चंद्रयान-3 मिशन से जुड़े सभी लोगों को बधाई देता हूं...इसरो के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं इसरो वैज्ञानिक को इस सफलता के लिए बधाई देता हूं। यह नया भारत है और जिसकी भुजाएं मंगल से चंद्रमा तक फैली हुई हैं. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम सभी गौरवान्वित हैं, देश खुशियों से भर गया है...पीएम मोदी के नेतृत्व में एक नए भारत का उदय हुआ है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने इसरो के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर बधाई दी. उन्होंने कहा,मैं चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं... चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि इस अमृत काल में, हमने अमृत वर्षा का एक सच्चा क्षण देखा है. अब हमें अपने कर्तव्य के प्रति कार्य करना चाहिए.

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर राष्ट्रपति ने कहा -‘अविस्मरणीय क्षण’

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने चंद्रयान-3 की सफल 'सॉफ्ट लैंडिंग' पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और मिशन में शामिल सभी लोगों को बुधवार को बधाई दी और कहा कि यह एक अविस्मरणीय क्षण है तथा वैज्ञानिकों ने इतिहास रचकर भारत को गौरवान्वित किया है. चंद्रयान की सफल लैंडिंग देखने के बाद अपने वीडियो संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, चंद्रयान-3 की ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह एक ऐसी घटना है जो जीवनकाल में एक बार होती है. चंद्रयान-3 की चंद्रमा की सतह पर 'लैंडिंग' के साथ ही वैज्ञानिकों ने इतिहास रच दिया है और भारत को गौरवान्वित किया है.

सोमनाथ ने कहा कि पीएम मोदी ने हम सभी को बधाई दी

चंद्रयान-3 की सफलता पर इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि पीएम मोदी ने हम सभी को बधाई दी और कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से आकर हममें से प्रत्येक को बधाई देना चाहेंगे... इसरो का अगला मिशन आदित्य एल-1 मिशन है जो श्रीहरिकोटा में तैयार हो रहा है.

नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने दी बधाई

नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने ट्वीट किया-चंद्रयान-3 के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग के लिए इसरो को बधाई और भारत को चंद्रमा पर अंतरिक्ष यान की सफलतापूर्वक सॉफ्ट-लैंडिंग करने वाला चौथा देश बनने पर बधाई...हमें इस मिशन में आपका भागीदार बनकर खुशी हो रही है.

चंद्रयान की सफल ‘लैंडिंग’ देश के लिए बड़ी उपलब्धि: केजरीवाल

आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चंद्रयान-3 की सफल ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ को ऐतिहासिक और देश के लिए बड़ी उपलब्धि करार दिया तथा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सभी वैज्ञानिकों और कर्मचारियों को बधाई दी. केजरीवाल ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, यह ऐतिहासिक है। देश के लिए बड़ी उपलब्धि है. हम सबके लिए गर्व की बात है. चंद्रयान-3 की सफलता के लिए सभी देशवासियों, इसरो के वैज्ञानिकों, इंजीनियर और कर्मचारियों को बहुत-बहुत बधाई.... भारत माता की जय...

सीएम मनोहर लाल खट्टर ने क्या कहा

हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि अरे वाह, मजा आ गया! आज देखिए चंद्रमा हमारे और भी करीब आ गया है. ये बहुत खुशी की बात है. चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतरने के बाद चंद्रयान-3 चंद्रमा की सतह पर भारत की उपस्थिति को दर्शा रहा है. इस महान अवसर पर मैं इसरो और वैज्ञानिकों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं क्योंकि उनके कौशल, साहस और प्रतिभा के कारण हमें यह उपलब्धि मिली है.

जेपी नड्डा ने दी बधाई

चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि मैं इस मिशन से जुड़े सभी वैज्ञानिकों और देश के लोगों को बधाई देता हूं. पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में अपनी एक विशिष्ट पहचान बना रहा है.

पीएम मोदी ने फोन पर सोमनाथ को दी बधाई

दक्षिण अफ़्रीका के जोहान्सबर्ग में चंद्रयान-3 की सफलता के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो प्रमुख एस सोमनाथ को फोन कर बधाई दी. इसका वीडियो सामने आया है.

कांग्रेस मुख्यालय के बाहर जश्न

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता प्रत्येक भारतीय की सामूहिक सफलता है. चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर उतरने पर कांग्रेस मुख्यालय के बाहर जश्न मनाया गया.

अमित शाह और जेपी नड्डा ने तालियां बजाईं

चंद्रयान-3 के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तालियां बजाईं जिसका वीडियो सामने आया है.

चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की बधाई जितेंद्र सिंह ने दी

चंद्रयान-3 मिशन के परियोजना निदेशक पी. वीरमुथुवेल ने कहा कि हम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास जाने वाले पहले देश बन गए हैं. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसरो को उसके तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग के लिए बधाई दी और कहा कि हमारे पास लागत प्रभावी तरीकों से सफलता हासिल करने की क्षमता है.

विकसित भारत का बज चुका है बिगुल: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमने धरती पर संकल्प किया और चांद पर उसे साकार किया...भारत अब चंद्रमा पर है. उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक क्षण है और विकसित भारत का बिगुल बज चुका है.

ये क्षण चंद्रपथ पर चलने का : पीएम मोदी

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का तीसरा चंद्र मिशन चंद्रयान-3 चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग किया जिसके बाद पीएम मोदी ने देश को बधाई दी. उन्होंने कहा कि ये क्षण चंद्रपथ पर चलने का है.

प्रधानमंत्री मोदी ने देश को किया संबोधित

प्रधानमंत्री मोदी चंद्रमा पर चंद्रयान की लैंडिंग से पहले वीडियो लिंक के जरिये इसरो के वैज्ञानिकों से जुड़ें थे. सफल लैंडिंग के बाद पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी ऐतिहासिक घटना देश कभी भूल नहीं पाएगा. उन्होंने कहा ये पल विकसित भारत का है.

भारत ने रचा इतिहास, चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग

भारत ने इतिहास रच दिया है. चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग हो चुकी है.

तीसरा चरण सफलतापूर्वक पूरा

इसरो ने बताया कि तीसरा चरण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है.

दूसरा चरण सफलता पूर्वक पूरा, पीएम मोदी जुड़े लाइव

चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम ने चंद्रमा की सतह की तस्वीरें साझा कीं. पीएम मोदी सारी प्रक्रिया लाइव देख रहे हैं. पीएम मोदी वर्चुअल रूप से चंद्रयान-3 की लैंडिंग को देखने के लिए जोहान्सबर्ग से जुड़ चुके हैं. इसरो ने बताया कि दूसरा चरण सफलता पूर्वक पूरा हो गया है.

पहले चरण की अस्सी प्रतिशत प्रक्रिया पूरी

चंद्रमा पर विक्रम लैंडर की लैंडिंग देखने के लिए दिल्ली में CSIR मुख्यालय में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह मौजूद हैं. लैंडिंग में अब दस मिनट से भी कम का वक्त बचा है. इसरो ने बताया कि पहले चरण की अस्सी प्रतिशत प्रक्रिया पूरी हो गयी है.

चंद्रयान-3 ने पूरी की लगभग आधी यात्रा

चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम आज चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा. बेंगलुरु में इसरो के मिशन कंट्रोल कॉम्प्लेक्स की ओर से जानकारी दी गयी है कि अब तक सबकुछ तय प्रक्रिया के तहत हो रहा है. आधी यात्रा पूरी हो गयी है.

चंद्रयान-3 का पावर डिसेंट शुरू

इसरो प्रमुख एस सोमनाथ चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग देखने के लिए बेंगलुरु के मिशन कंट्रोल कॉम्प्लेक्स में मौजूद हैं. चंद्रयान-3 का पावर डिसेंट शुरू हो गया है. पहले चरण की प्रक्रिया 11 मिनट की होगी.

6 बजकर 04 मिनट पर विक्रम लैंडर रोवर सहित चांद पर लैंड करेगा

चंद्रयान-3 की लैंडिंग में अब चंद पलों का इंतजार है. ठीक 6 बजकर 04 मिनट पर विक्रम लैंडर रोवर सहित चांद पर लैंड करता नजर आएगा. इस पल का इंतजार पूरे देश को है.

इसरो के हेडक्वार्टर से लाइव टेलीकास्ट जारी

इसरो के हेडक्वार्टर से चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव टेलीकास्ट जारी है. इसरो ने इसे देश और दुनिया के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया है. इसके संबंध में हर जानकारी दी जा रही है.

इसरो ने शुरू किया लाइव अपडेट

इसरो ने लाइव अपडेट शुरू कर दिया है. आप प्रभात खबर पर भी इसे लाइव देख सकते हैं.

एक नजर में जानें खास बातें

-30 किमी की ऊंचाई से चंद्रमा पर उतरा लैंडर ‘विक्रम’

-उतरते ही लैंडर का साइड पैनल मुड़ा, रोवर के उतरने के लिए खुला रास्ता

-लैंडर पर लगे तीन पेलोड्स प्लाज्मा, तापमान व भूकंपीय क्षेत्र की करेंगे स्टडी

-लैंडर के सेंसर चांद की सतह पर मौजूद खनिजों की करेंगे पहचान

-04 घंटे बाद रोवर ‘प्रज्ञान’ लैंडर से निकलेगा बाहर

-14 दिनों तक रोवर करेगा चांद की सतह का अध्ययन

-चांद के मौसम का जानेगा हाल, पानी का लगायेगा पता

चंद्रयान-3 की लैंडिंग में बचा है एक घंटे से कम का वक्त

चंद्रयान-3 की लैंडिंग में एक घंटे से कम का वक्त बचा है. रोवर प्रज्ञान में इसरो का लोगो और तिरंगा बना हुआ है. जैसे-जैसे प्रज्ञान आगे बढ़ेगा, चांद की सतह पर भारतीय तिरंगा और इसरो का लोगो बनता चला जायेगा.

चंद्रयान-3: कार्तिक और मल्लिका साराभाई ने अपने पिता को याद किया

भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक और भौतिक विज्ञानी विक्रम साराभाई के बेटे कार्तिकेय साराभाई और पुत्री मल्लिका साराभाई ने बुधवार को कहा कि चंद्रयान-3 परियोजना ‘नये भारत’ को प्रतिबिंबित करती है और प्रत्येक नागरिक को इस पर गर्व है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने विक्रम साराभाई को श्रद्धांजलि स्वरूप चंद्रयान-3 के लैंडर का नाम ‘विक्रम’ रखा है.

चंद्रयान-3 की सफलता के लिए मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारों में विशेष प्रार्थना की गई

चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल के चंद्रमा पर सफलतापूर्वक ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करने को लेकर दिल्ली के कई हिस्सों में मंदिरों, मस्जिदों और गुरुद्वारों में बुधवार को विशेष प्रार्थनाएं की गईं. केंद्रीय आवास एवं शहरी मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अभियान की सफलता के लिए बंगला साहिब गुरुद्वारे में अन्य लोगों के साथ विशेष ‘‘अरदास’’ की. इस बीच, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने भारत की महत्वाकांक्षी परियोजना की सफलता के लिए प्रार्थना करते हुए संत नगर बुराड़ी में एक ‘‘यज्ञ’’ का आयोजन किया.

लैंडिंग से पहले एक-एक पैरामीटर पर पैनी नजर, इसरो ने किया ये ट्वीट

चंद्रयान-3 की लैंडिंग से पहले एक-एक पैरामीटर पर नजर रखने का काम किया जा रहा है. ISRO कमांड सेंटर के अंदर की तस्वीरें सामने आई है जिसे इसरो ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है.

हरियाणा के स्कूलों में चंद्रयान-3 की लैंडिंग का सीधा प्रसारण दिखाया जाएगा

हरियाणा के स्कूलों में छात्रों को प्रेरित करने तथा उनका आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए बुधवार शाम को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की लैंडिंग का सीधा प्रसारण किया जाएगा. राज्य के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने यह जानकारी दी. शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को बुधवार शाम पांच बजे से छह बजे तक स्कूल खोलने का निर्देश दिया गया है.

इसरो ने ऑटोमैटिक लैंडिंग सीक्वेंस की तैयारी पूरी की, कमांड सेंटर की तस्वीर जारी

इसरो ने ऑटोमैटिक लैंडिंग सीक्वेंस की तैयारी पूरी कर ली है. इसरो ने कमांड सेंटर की तस्वीर भी सोशल मीडिया के जरिये शेयर की है. बताया एएलएस कमांड मिलने के बाद लैंडर की स्पीड कम होनी शुरू हो जाएगी. इसरो ने बताया, लैंडर मॉड्यूल के निर्धारित बिंदु पर पहुंचने का इंतजार है.

चंद्रमा पर केवल एक दिन काम करेगा लैंडर और रोवर, जानें लैंडिंग से जुड़ी खास बातें

चंद्रमा के परिवेश का अध्ययन करने के लिए लैंडर और रोवर का मिशन जीवन एक चंद्र दिवस (लगभग 14 पृथ्वी दिवस) का होगा. हालांकि, इसरो अधिकारी इनका जीवन काल एक और चंद्र दिवस तक बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं करते हैं.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वैज्ञानिकों को धन्यवाद दिया

चंद्रयान-3 पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, पूरा देश को गर्व है. मैं सभी वैज्ञानिकों को तहे दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं...पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ने बहुत कुछ हासिल किया है.

इसरो के संस्थापक विक्रम साराभाई के बेटे ने चंद्रयान-3 मिशन को बताया ऐतिहासिक

चंद्रयान-3 मिशन पर इसरो के संस्थापक विक्रम साराभाई के बेटे कार्तिकेय साराभाई ने कहा, यह एक बड़ा दिन है. यह सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि इस ग्रह पर किसी के लिए भी इतनी सटीकता से इसे भेजने के लिए एक शानदार बात है जिसके साथ हम चंद्रयान -3 भेजने में सक्षम हुए हैं. और वह भी एक ऐसी प्रक्रिया के माध्यम से जो दूसरों से अलग है... विज्ञान और इंजीनियरिंग में, हम गलतियों से सीखते हैं...यह मानवता के लिए बहुत बड़ी बात होगी क्योंकि चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से पर आज तक कोई नहीं उतर सका है.

30.5 KM की ऊंचाई से उतरना शुरू करेगा विक्रम लैंडर, इसरो ने कमांड किया लोड

चंद्रयान-3 के लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग से पहले बड़ी जानकारी सामने आयी है. इसरो ने लैंडर विक्रम में कमांड लोड कर दिया है. जिसे दोपहर में लॉक कर दिया जाएगा. इसरो ने बताया, लैंडर के सारे पैमानों की लगातार जांच हो रही है. शाम 5.45 बजे चांद पर लैंडर के उतरने की शुरुआत होगी. जिसे 30.5 किलोमीटर की ऊंचाई से उतारा जाएगा.

ISRO के पूर्व निदेशक सुरेंद्र पाल को पूरा विश्वास चंद्रयान-3 की होगी सफल लैंडिंग

ISRO के पूर्व निदेशक डॉ सुरेंद्र पाल ने बताया, मुझे ISRO के वैज्ञानिकों की तरह ही विश्वास है कि हम बहुत बेहतर करेंगे क्योंकि चंद्रयान 2 की तुलना में बहुत सारे बदलाव किए गए हैं. बहुत सारे एल्गोरिदम बदले गए हैं. पूर्ण अंशांकन किया गया है. लैंडर में घूमने की क्षमता है. लैंडिंग क्षेत्र को 2.5 किमी से बढ़ाकर 4 किमी कर दिया गया है.

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए बागेश्वर धाम में विशेष पूजा-अर्चना

चंद्रयान-3 की सफल चंद्र लैंडिंग के लिए विशेष पूजा-अर्चना करने के लिए मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. एक श्रद्धालु राजीव शर्मा ने कहा, हजारों श्रद्धालु यहां पूजा-अर्चना करने आए हैं. एक अन्य भक्त मयंक साहू कहते हैं, चंद्रयान की सफलता के लिए यहां विशेष प्रार्थनाएं की गईं.

चंद्रयान- 3 की सफलता के लिए कुचिपुड़ी डांसर ने 'नमो नमो भारताम्बे' पर किया डांस

नागपुर महाराष्ट्र की भरतनाट्यम और कुचिपुड़ी नृत्यांगना पूजा हिरवाडे ने 'नमो नमो भारताम्बे' और चंद्रयान गान पर भरतनाट्यम प्रस्तुत किया. चंद्रयान-3 आज शाम लगभग 6.04 बजे IST पर सफलतापूर्वक चंद्रमा पर उतरने के लिए तैयार है.

चंद्रयान-3 की लैंडिंग के दौरान दक्षिण अफ्रीका से वर्चुअली जुड़ेंगे पीएम मोदी

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर देश और दुनिया की नजर बनी हुई है. हर कोई चंद्रमा की सतह पर लैंडर की सफल लैंडिंग के लिए प्रार्थना कर रहा है. दक्षिण अफ्रीका दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस गर्व के क्षण में इसरो की हौसला अफजाई के लिए वर्चुअली जुड़ेंगे. पीएम मोदी भी उस क्षण को लाइव देखेंगे.

चंद घंटों का इंतजार और इतिहास रच देगा भारत

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के महत्वाकांक्षी तीसरे चंद्र मिशन के तहत चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल (एलएम) आज शाम को चंद्रमा की सतह पर उतरने को तैयार है. ऐसा होने पर भारत पृथ्वी के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बनकर इतिहास रच देगा. लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर मॉड्यूल के आज शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र के निकट सॉफ्ट लैंडिंग करने की उम्मीद है.

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए महाकालेश्वर मंदिर में विशेष 'भस्म आरती'

Chandrayaan3 की सफल लैंडिंग के लिए उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में विशेष 'भस्म आरती' की गई. इसरो के अनुसार, चंद्रयान-3 आज लगभग 18:04 बजे IST पर चंद्रमा पर उतरने के लिए पूरी तरह तैयार है.

चंद्रयान-3 की सफलता के लिए अमेरिका के न्यू जर्सी में की जा रही प्रार्थना

मिशन च्रंद्रयान की सफल लैंडिंग के लिए अमेरिका के न्यू जर्सी के मोनरो में ओम श्री साईं बालाजी मंदिर और सांस्कृतिक केंद्र में प्रार्थना की जा रही है. भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सदस्यों का कहना है, यह हमारे सभी भारतीय समुदाय के लिए गर्व का क्षण है. उम्मीद है कि सब कुछ ठीक होगा. चंद्रयान टीम को शुभकामनाएं.

कब होगी ‘क्रैश लैंडिंग’ की आशंका ?

इसरो अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र के निदेशक नीलेश देसाई ने कहा, यदि हम उस गति को नियंत्रित नहीं करते हैं, तो ‘क्रैश लैंडिंग’ की आशंका होगी. यदि 23 अगस्त को (लैंडर मॉड्यूल का) कोई भी तकनीकी मानक असामान्य पाया जाता है, तो हम लैंडिंग को 27 अगस्त तक के लिए स्थगित कर देंगे. एक सवाल के जवाब में, देसाई ने उम्मीद जताी कि वैज्ञानिक लैंडर मॉड्यूल को चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतारने में सफल होंगे.

30 किलोमीटर की ऊंचाई से चंद्रमा की सतह पर उतरने की कोशिश करेगा यान

इसरो अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र के निदेशक नीलेश देसाई के अनुसार, वैज्ञानिकों का ध्यान चंद्रमा की सतह के ऊपर अंतरिक्ष यान की गति को कम करने पर होगा. उन्होंने बताया, लैंडर 23 अगस्त को 30 किलोमीटर की ऊंचाई से चंद्रमा की सतह पर उतरने की कोशिश करेगा और उस समय इसकी गति 1.68 किलोमीटर प्रति सेकंड होगी. हमारा ध्यान उस गति को कम करने पर होगा क्योंकि चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण बल की भी इसमें भूमिका होगी.

किस स्थिति में टल सकता है साफ्ट लैंडिंग ? जानें यहां

चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान की चंद्रमा की सतह पर बहुप्रतीक्षित ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ की तैयारियों के बीच लैंडर मॉड्यूल के तकनीकी मानक ‘‘असामान्य’’ पाये जाने की स्थिति में इसकी ‘लैंडिंग’ 27 अगस्त तक के लिए टाली जा सकती है. यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है. इसरो ने चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान की ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ 23 अगस्त को भारतीय समयानुसार शाम 06.04 बजे करने की योजना बनाई है. चंद्र मिशन 14 जुलाई को पूर्वाह्न 2.35 बजे श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया गया था.

Chandrayaan-3 Landing Update: चंद घंटों में चांद पर उतरेगा चंद्रयान-3, Live Tracker में देखें क्या है पोजिशन

चंद्रयान-3 में लगभग 80% बदलाव किये गये हैं

चंद्रयान -3 की सुरक्षित लैंडिंग पर इसरो के पूर्व वैज्ञानिक वाईएस राजन ने कहा कि लगभग 80% बदलाव (चंद्रयान-3 में) किये गये हैं. चंद्रयान-3 में कई चीजें शामिल की गयह है. पहले यह उतरते समय केवल ऊंचाई देखता था, जिसे अल्टीमीटर कहा जाता है, अब इसके अलावा एक वेलोसिटी मीटर भी जोड़ा गया है, जिसे डॉप्लर कहा जाता है, जिससे ऊंचाई और वेग भी पता चल जाएगा, ताकि यह खुद को नियंत्रित कर सके.

‘चंद्रयान-3’ के कार्यक्रम से जुड़ेंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर मंगलवार को जोहान्सबर्ग पहुंचे. जो खबर सामने आ रही है उसके अनुसार वह ‘चंद्रयान-3’ के कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़ेंगे.

‘सॉफ्ट लैंडिंग’ कराने का प्रयास

चंद्रयान-3 ने 14 जुलाई को प्रक्षेपण के बाद पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था. प्रणोदन और लैंडर मॉड्यूल को अलग करने की कवायद से पहले इसे छह, नौ, 14 और 16 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में नीचे लाने की कवायद की गई, ताकि यह चंद्रमा की सतह के नजदीक आ सके. अब 23 अगस्त को चांद पर इसकी ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ कराने का प्रयास किया जाएगा.

दक्षिणी ध्रुव पर उतरने की दौड़ में रूस पीछे छूट गया

चंद्रयान-3 की निर्धारित ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ से कुछ ही दिन पहले चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने की दौड़ में रूस उस वक्त पीछे छूट गया, जब उसका रोबोट लैंडर चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. रूसी लैंडर लूना-25 अनियंत्रित कक्षा में जाने के बाद चंद्रमा पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. इसरो ने 20 अगस्त को कहा था कि उसने चंद्रयान-3 मिशन के एलएम को कक्षा में थोड़ा और नीचे सफलतापूर्वक पहुंचा दिया. उसने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा था, ‘‘दूसरे और अंतिम डीबूस्टिंग (धीमा करने की प्रक्रिया) अभियान में लैंडर मॉड्यूल सफलतापूर्वक कक्षा में और नीचे आ गया है. मॉड्यूल अब आंतरिक जांच प्रक्रिया से गुजरेगा और निर्दिष्ट लैंडिंग स्थल पर सूर्योदय का इंतजार करेगा.

चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर उतरने को लेकर उत्साहित हैं सुनीता विलियम्स

चंद्रमा की सतह पर बुधवार को चंद्रयान-3 की बहुप्रतीक्षित लैंडिंग को लेकर भारतीय अमेरिकी अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स ने अपना उत्साह और आशा व्यक्त करते हुए इसे रोमांचक समय बताया. अंतरिक्ष अभियानों में अपने प्रशंसनीय योगदान के लिए मशहूर विलियम्स ने प्रज्ञान रोवर के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में अन्वेषण कार्य को लेकर आशा जतायी. उन्होंने अंतरिक्ष की खोज के क्षेत्र को आकार देने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को भी सराहा.

Chandrayaan 3: दिल थाम लीजिए! इतनी देर के लिए 'विक्रम लैंडर' बढ़ाएगा देश की धड़कन

यूजीसी ने उच्च शिक्षण संस्थानों से चंद्रयान-3 की लैंडिग की लाइव स्ट्रीमिंग देखने के लिए छात्रों को प्रोत्साहित करने को कहा

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने देश के विश्वविद्यालयों एवं कालेजों से कहा है कि वे 23 अगस्त को चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर लैंडिंग की लाइव स्ट्रीमिंग देखने के लिए छात्रों एवं शिक्षकों को प्रोत्साहित करें. यूजीसी के सचिव मनीष जोशी ने इस संबंध में 21 अगस्त को सभी विश्वविद्यालयों एवं कालेजों से आग्रह किया है. इसमें कहा गया है कि छात्रों और शिक्षक संकाय के लिए एक विशेष सभा का आयोजन किया जाए जिससे वे भी इस गौरवशाली क्षण का हिस्सा बन सकें.

बस एक दिन का इंतजार

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के महत्वाकांक्षी तीसरे चंद्र मिशन के तहत चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल (एलएम) के बुधवार शाम को चंद्रमा की सतह पर उतरते ही भारत पृथ्वी के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह के अज्ञात दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बनकर इतिहास रच देगा. लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर मॉड्यूल के बुधवार को शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र के निकट सॉफ्ट लैंडिंग करने की उम्मीद है.

भारत के विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों ने इतिहास रचा

चंद्रयान 3 मिशन पर केंद्रीय मंत्री ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने कहा कि भारत के विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों ने इतिहास रचा है. पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत नई ऊंचाइयों को छू रहा है और अब हमारा प्रयास है कि चांद पर भी तिरंगा फहराए.

चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर उतरने का देख पाएंगे सीधा प्रसारण

एमओएक्स/आईएसटीआरएसी से चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर उतरने का सीधा प्रसारण बुधवार शाम पांच बजकर 20 मिनट से शुरू किया जाएगा. लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर मॉड्यूल के बुधवार को शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा की सतह के दक्षिण ध्रुवी क्षेत्र के निकट उतरने की उम्मीद है.

चंद्रयान-3 मिशन पर केजरीवाल ने कहा, सफल लैंडिंग के लिए प्रार्थना करता हूं

चंद्रयान-3 मिशन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, यह देश के लिए बेहद खुशी का पल है कि चंद्रयान-3 कल लैंडिंग करेगा. मैं ईश्वर से इसकी सफल लैंडिंग के लिए प्रार्थना करता हूं. पूरा देश इसका बेसब्री से इंतजार कर रहा है.

इसरो ने सॉफ्ट लैंडिंग को लेकर किया ट्वीट, बताया- मिशन तय समय पर

इसरो ने ट्वीट किया, मिशन तय समय पर है. सिस्टम की नियमित जांच हो रही है. सुचारू रूप से आगे बढ़ना जारी है. मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स (MOX) ऊर्जा और उत्साह से भरा हुआ है! MOX/ISTRAC पर लैंडिंग ऑपरेशन का सीधा प्रसारण 17 बजे से शुरू होगा.

लैंडर और रोवर फिलहाल चंद्रमा की प्री-लैंडिंग कक्षा में लगा रहे चक्कर

चंद्रयान-3 मिशन पर खगोलशास्त्री, प्रोफेसर डॉ आरसी कपूर ने कहा, लैंडर और रोवर फिलहाल चंद्रमा की प्री-लैंडिंग कक्षा में चक्कर लगा रहे हैं. इन्हें (लैंडर और रोवर) स्थिति की जांच करके तैयार किया गया है पिछली बार का. एल्गोरिदम को बग-मुक्त बनाया गया है. इसके अलावा, लेग मैकेनिज्म जो लैंडर के डिजाइन का एक प्रमुख हिस्सा है, को भी मजबूत बनाया गया है.

Chandrayaan-3 Live: चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए वाराणसी और प्रयागराज में किया जा रहा हवन

23 अगस्त को चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए प्रयागराज के श्री मठ बाघंबरी गद्दी में हवन किया जा रहा है. उसी तरह वाराणसी के कामाख्या मंदिर में भी हवन किया जा रहा है.

Chandrayaan-3 Live: लैंडिंग में आ सकती हैं ऐसे मुश्किलें

चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव में बने गड्ढे हमेशा अंधेरे में रहते हैं. 25 किलामीटर की ऊंचाई से लैंडर को सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी. वैसे में लैंडर की रफ्तार को नियंत्रित करना सबसे बड़ी चुनौती साबित हो सकती है.

Chandrayaan-3 Live: सॉफ्ट लैंडिंग के लिए रहना होगा सावधान

इसरो के पूर्व प्रमुख जी माधवन नायर ने कहा है कि चंद्रमा की सतह पर उतरने की प्रक्रिया बहुत जटिल है. उन्होंने कहा कि सफल लैंडिंग ग्रहीय अन्वेषण के इसरो के अगले चरण की शानदार शुरुआत करेगा. वह 2008 में चंद्रयान-1 मिशन को भेजे जाने के समय अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख थे. उन्होंने कहा, कई चीजों पर एक साथ काम करना होगा...थ्रर्स्टर्स, सेंसर, अल्टीमीटर, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर आदि. कहीं भी कोई भी गड़बड़ी होने पर हम संकट में घिर सकते हैं. नायर ने कहा, हमें सावधान रहना होगा और नजर रखनी होगी.

Chandrayaan-3 Live: लैंडिंग के लिए इसरो की क्या है तैयारी

सफल लैंडिंग के लिए लैंडर की रफ्तार से निबटने के लिए चंद्रयान - 3 में वो सारी तैयारी की गयीं हैं जिससे इसे आसानी से उतारकर भेजने का मकसद हासिल किया जा सके. इस सबसे के लिए नयी तकनीक विकसित की गयी है.

Chandrayaan-3 Live: अबतक इन देशों ने किया है चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग

चंद्रमा पर अगर भारत सॉफ्ट लैंडिंग कराने में कामयाब हो जाता है, तो ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा. अभी तक केवल तीन देशों ने ही ऐसा करने में सफलता हासिल की है. जिसमें अमेरिका, रूस और चीन शामिल है.

Chandrayaan-3 Live: 23 अगस्त को ही लैंडिंग क्यों

एक सवाल सभी के मन में उठ रहा होगी, आखिरी सॉफ्ट लैंडिंग के लिए 23 अगस्त का ही दिन क्यों रखा गया है. इसके पीछे कारण है कि चंद्रमा पर 14 दिनों का दिन और 14 दिनों का रात होता है. इस समय वहां रात है और 23 अगस्त को वहां सूर्योदय होगा. लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान दोनों सोलर पैनल के इस्तेमाल से ऊर्जा प्राप्त कर सकेंगे.

Chandrayaan-3 Live: चंद्रयान-3 हमें पानी, जल स्रोतों और खनिजों की पहचान करने में मदद करेगा

मयंक एन. वाहिया (खगोल विज्ञान प्रोफेसर, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च) ने कहा कि चंद्रयान 3 चांद की सतह पर उतरने वाला है. पहले चंद्रयान मिशन ने साबित किया कि चांद पर पानी है. चंद्रयान-2 मिशन में चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर लगाना था लेकिन चीजें ठीक से काम नहीं कर पाईं. लेकिन चंद्रयान-2 का मॉड्यूलर मिशन उल्लेखनीय रूप से सफल रहा...चंद्रमा पर उतरना कितना मुश्किल है, इसका अंदाज़ा लगाने के लिए आप देख सकते हैं कि रूस लूना-25 को उतारने में सफल नहीं हो सका...मुझे पूरा यकीन है कि 23 अगस्त को सफल लैंडिंग होगी. चंद्रयान-3 हमें पानी, जल स्रोतों और खनिजों की पहचान करने में मदद करेगा.

Chandrayaan-3 Live: चंद्रमा की सतह पर कब उतरेगा यान जानें

इसरो ने रविवार को कहा था कि चंद्रयान-3 मिशन का ‘लैंडर मॉड्यूल’ चंद्रमा की सतह पर बुधवार शाम करीब छह बजकर चार मिनट पर उतरने वाला है.

रूस के लूना-25 चंद्र मिशन की नाकामी का क्या चंद्रयान-3 पर पड़ेगा असर ? जानें क्या कहा सिवन ने

इस बीच सबके मन में एक सवाल आ रहा है कि क्या रूस के लूना-25 चंद्र मिशन की नाकामी का इसरो के चंद्रयान-3 अभियान पर कोई असर नहीं पड़ेगा ? इस सवाल का जवाब भारत के शीर्ष अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने दिया है. चंद्रयान-2 मिशन को 2019 में भेजे जाने के समय इसरो प्रमुख रहे के. सिवन ने कहा है कि लूना-25 का कोई असर नहीं पड़ेगा. उनसे जब पूछा गया था कि रूसी मिशन की नाकामी के बाद क्या इसरो ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ से पहले अतिरिक्त दबाव में है. उसके जवाब में उन्होंने उपरोक्त बात कही.

कब चंद्रमा में उतरेगा यान ?

चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण 14 जुलाई को किया गया था और इसका मकसद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ की उपलब्धि हासिल करना है. इसरो ने रविवार को कहा कि रोवर के साथ लैंडर मॉड्यूल के 23 अगस्त को शाम तकरीबन छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा की सतह पर उतरने की संभावना है.

चंद्रमा पर चंद्रयान-2 ने किया चंद्रयान-3 का स्वागत

इसरो ने ट्वीट किया कि Ch-2 ऑर्बिटर ने Ch-3 LM का औपचारिक स्वागत किया. दोनों के बीच दोतरफा संचार स्थापित हो गया है.

चंद्रमा के सुदूर पार्श्व भाग की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने ‘लैंडर हजार्ड डिटेक्टशन एंड अवॉइडेंस कैमरा’ (एलएचडीएसी) में कैद की गयी चंद्रमा के सुदूर पार्श्व भाग की तस्वीरें सोमवार को जारी कीं जिसे देखकर लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है.

इसरो के पूर्व निदेशक बोले- चंद्रयान 2 से सबक सीखा

चंद्रयान 3 मिशन पर ISRO के पूर्व निदेशक के सिवन ने कहा, पिछली बार लैंडिंग प्रक्रिया के बाद हमने डेटा देखा था...उसके आधार पर सुधारात्मक उपाय किए गए हैं. इतना ही नहीं, हमने जो सुधार किया था उससे कहीं अधिक हमने किया. जहां भी मार्जिन कम है, हमने उन मार्जिन को बढ़ाया... चंद्रयान 2 से हमने जो सबक सीखा है, उसके आधार पर सिस्टम अधिक मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है.

चंद्रयान- 3 ने भेजी चंद्रमा की एक और तस्वीर, ISRO ने किया जारी

चंद्रयान - 3 ने चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग से पहले एक और तस्वीर भेजी है. इसरो ने चंद्रमा की नयी तस्वीर शेयर करते हुए यह जानकारी दी है.

चंद्रयान-3 23 अगस्त को करेगा अच्छी लैंडिंग: पी के घोष

चंद्रयान 3 मिशन और रूस लूना-25 क्रैश पर अंतरिक्ष रणनीतिकार पी के घोष ने कहा, मुझे लगता है कि चंद्रयान 3 23 अगस्त को अच्छी लैंडिंग करेगा. रूस के लूना-25 का क्रैश होना एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. करीब 47 साल बाद रूस ने ऐसा किया है. इससे पता चलता है कि आपको अंतरिक्ष अन्वेषण में कभी भी कुछ भी हल्के में नहीं लेना चाहिए.

चंद्रयान-3 की ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ एक यादगार क्षण होगी

इसरो ने कहा कि चंद्रयान-3 की ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ एक यादगार क्षण होगी जो न केवल जिज्ञासा को बढ़ाती है, बल्कि हमारे युवाओं के मन में अन्वेषण के लिए जुनून भी जगाती है. इसने कहा कि यह गर्व और एकता की गहरी भावना पैदा करता है क्योंकि हम सामूहिक रूप से भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी की शक्ति की खुशी मनाते हैं. यह वैज्ञानिक जांच और नवाचार के माहौल को बढ़ावा देने में योगदान देगा.

पूरा देश ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ में सफल होते देखना चाहता है

पूरा देश चंद्रयान-3 को ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ में सफल होते देखना चाहता है. इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम का सीधा प्रसारण 23 अगस्त, 2023 को भारतीय समयानुसार शाम 17:27 बजे शुरू किया जाएगा. ‘सॉफ्ट-लैंडिंग’ का सीधा प्रसारण इसरो की वेबसाइट, इसके यूट्यूब चैनल, इसरो के फेसबुक पेज और डीडी नेशनल टीवी चैनल सहित कई मंचों पर उपलब्ध होगा.

चंद्रयान-3 की ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ का सीधा प्रसारण

इसरो ने कहा कि इसके आलोक में, देशभर के सभी विद्यालय और शैक्षणिक संस्थानों को छात्रों और शिक्षकों के बीच इस कार्यक्रम को सक्रिय रूप से प्रचारित करने और अपने परिसरों में चंद्रयान-3 की ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ का सीधा प्रसारण करने के लिए आमंत्रित किया जाता है.

चंद्रयान-3 की ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ का 23 अगस्त को कई मंच पर होगा सीधा प्रसारण: इसरो

अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत के प्रयास को 23 अगस्त को तब उल्लेखनीय सफलता मिल जाएगी जब इसका चंद्रयान-3 मिशन चंद्रमा की सतह पर ‘साफ्ट लैंडिंग’ करेगा और इसका कई मंचों पर सीधा प्रसारण किया जाएगा. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने रविवार को कहा कि यह उपलब्धि भारतीय विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगी, जो अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की प्रगति का प्रतीक होगी.

23 अगस्त को शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा की सतह पर उतरने की उम्मीद है

इसरो ने बताया कि चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर मॉड्यूल के 23 अगस्त को शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा की सतह पर उतरने की उम्मीद है.

चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव इतना महत्वपूर्ण क्यों है?

चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव अपने संभावित बर्फ के भंडार के कारण एक आकर्षक गंतव्य बना हुआ है. वैज्ञानिकों का अनुमान है कि ये बर्फ के भंडार भविष्य के मिशनों के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं, जो ईंधन, ऑक्सीजन और यहां तक ​​​​कि पीने योग्य पानी जैसे संसाधनों की पेशकश कर सकते हैं.

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने चंद्रयान के चंद्रमा के करीब पहुंचने पर जतायी खुशी

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने चंद्रयान-3 के चंद्रमा के करीब पहुंचने पर खुशी जताते हुए कहा, चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की उलटी गिनती शुरू हो गयी है.

चंद्रमा से केवल 25 किलो दूर चंद्रयान-3, 23 अगस्त को सफल लैंडिंग का इंतजार

इसरो ने ट्वीट कर बताया, दूसरे और अंतिम डीबूस्टिंग ऑपरेशन ने एलएम कक्षा को सफलतापूर्वक 25 किमी x 134 किमी तक कम कर दिया है. मॉड्यूल को आंतरिक जांच से गुजरना होगा और निर्दिष्ट लैंडिंग स्थल पर सूर्योदय का इंतजार करना होगा. पावर्ड डिसेंट 23 अगस्त, 2023 को लगभग 17:45 बजे IST पर शुरू होने की उम्मीद है.

...ताकि यह चंद्र सतह के नजदीक आ सके

चंद्रयान-3 ने 14 जुलाई को प्रक्षेपण के बाद पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था. प्रणोदन और लैंडर मॉड्यूल को अलग करने की कल की कवायद से पहले इसे छह, नौ, 14 और 16 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में नीचे लाने की कवायद की गई, ताकि यह चंद्र सतह के नजदीक आ सके.

विक्रम लैंडर ने भेजी चांद की नई तस्वीर

18 अगस्त यानी शुक्रवार को विक्रम लैंडर (Vikram Lander) ने अपने ऑर्बिट को घटाया. चंद्रमा से अब उसकी दूरी मात्र 113 किलोमीटर शेष रह गई है. 20 अगस्त को होने वाली दूसरी डीबूस्टिंग में इसे घटाकर करीब 24 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंचाने का टारगेट है.

23 अगस्त को चांद पर लैंड करेगा चंद्रयान

चंद्रयान-3 चांद की सतह पर 23 अगस्त को सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान से युक्त लैंडर मॉड्यूल को धीरे-धीरे कक्षा में नीचे लाया जा रहा है. इससे 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग के लिए चंद्रमा की सतह के और करीब आ जाएगा.

चंद्रयान ने भेजी चंद्रमा की तस्वीर

इसरो ने चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल पर लगे कैमरों से ली गयीं चंद्रमा की तस्वीरें भी शुक्रवार को जारी कीं. प्रपल्सन मॉड्यूल व लैंडर मॉड्यूल के अलग होने के बाद ली गयी तस्वीरों में चंद्रमा की सतह पर गड्ढे दिखायी देते हैं. इन्हें ‘फैब्री’, ‘जियोर्डानो ब्रूनो’और ‘हरखेबी जे’ के रूप में चिह्नित किया गया है. इसरो द्वारा साझा की गयीं तस्वीरों में 15 अगस्त को ‘लैंडर पोजिशन डिटेक्शन कैमरा’ (एलपीडीसी) द्वारा ली गयीं तस्वीरें और 17 अगस्त को प्रणोदन मॉड्यूल से लैंडर मॉड्यूल के अलग होने के ठीक बाद ‘लैंडर इमेजर’ कैमरा-1 द्वारा ली गयीं तस्वीरें शामिल हैं.

चंद्रयान-3 चंद्रमा के और करीब पहुंचा

चंद्रयान-3 बिलकुल सटीक ढंग से आगे बढ़ रहा है. शुरुआत से लेकर अब तक इसरो को हर प्रोसेस में सफलता हासिल हुई है. इसरो ने शुक्रवार को बताया कि चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल (एलएम) को चंद्रमा के करीब ले जाने वाली एक ‘डिबूस्टिंग’ प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी कर ली गयी है. इसकी स्थिति सामान्य है. लैंडर (विक्रम) व रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर मॉड्यूल 20 अगस्त ( रात दो बजे ) को दूसरी ‘डिबूस्टिंग’ से गुजरेगा. डिबूस्टिंग गति कम करने की एक प्रक्रिया है. इस प्रक्रिया के तहत इसे एक कक्षा में उतारा जायेगा, जो इसे चंद्रमा की सतह के बहुत करीब ले जायेगा. चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ 23 अगस्त को होने की उम्मीद है. लैंडर मॉड्यूल ने सफलतापूर्वक डिबूस्टिंग प्रक्रिया को पूरा किया है. अब इसकी कक्षा घटकर 113 किमी x 157 किमी रह गयी है. चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल और प्रणोदन मॉड्यूल गुरुवार को सफलतापूर्वक अलग हो गये थे.

पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था चंद्रयान-3

चंद्रयान-3 ने 14 जुलाई को प्रक्षेपण के बाद पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था. प्रणोदन और लैंडर मॉड्यूल को अलग करने की कल की कवायद से पहले इसे छह, नौ, 14 और 16 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में नीचे लाने की कवायद की गई, ताकि यह चंद्र सतह के नजदीक आ सके. इसरो ने आज चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल को चंद्रमा के करीब ले जाने वाली एक ‘डीबूस्टिंग’ प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी की. लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर मॉड्यूल 20 अगस्त को दूसरी ‘डीबूस्टिंग’ (गति कम करने की प्रक्रिया) से गुजरेगा, जिसके तहत इसे एक कक्षा में नीचे लाया जाएगा जिससे यह चंद्रमा की सतह के बहुत करीब हो जाएगा.

23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’

लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर मॉड्यूल को शुक्रवार को एक कक्षा में नीचे लाया जाएगा जिससे यह 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ के लिए चंद्रमा की सतह के और करीब आ जाएगा.

‘लैंडर इमेजर’ (एलआई) कैमरा-1 द्वारा ली गईं तस्वीरें

देश की अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की गईं तस्वीरों में 15 अगस्त को ‘लैंडर पोजिशन डिटेक्शन कैमरा’ (एलपीडीसी) द्वारा ली गईं तस्वीरें और 17 अगस्त को प्रणोदन मॉड्यूल से लैंडर मॉड्यूल के अलग होने के ठीक बाद ‘लैंडर इमेजर’ (एलआई) कैमरा-1 द्वारा ली गईं तस्वीरें शामिल हैं.

इसरो ने चंद्रयान-3 के लैंडर द्वारा ली गईं चंद्रमा की तस्वीरें जारी की

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल पर लगे कैमरों द्वारा ली गईं चंद्रमा की तस्वीरें शुक्रवार को जारी कीं. प्रणोदन मॉड्यूल और लैंडर मॉड्यूल के बृहस्पतिवार को अलग होने के बाद ली गईं तस्वीरों में चंद्रमा की सतह पर गड्ढे दिखाई देते हैं जिन्हें इसरो द्वारा जारी की गईं तस्वीरों में 'फैब्री', 'जियोर्डानो ब्रूनो' और 'हरखेबी जे' के रूप में चिह्नित किया गया है.

चंद्रयान-3 चंद्रमा के और करीब पहुंचा, जानें इसरो ने क्या दी जानकारी

इसरो ने बताया कि चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल की ‘डिबूस्टिंग’ प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी कर ली गयी है. यान चंद्रमा के और करीब पहुंच गया है. चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल (एलएम) की स्थिति सामान्य है.

चंद्रयान-3 के लैंडर पोजिशन डिटेक्शन कैमरा (एलपीडीसी) द्वारा ली गई चंद्रमा की तस्वीरें सामने आयी

15 अगस्त को चंद्रयान-3 के लैंडर पोजिशन डिटेक्शन कैमरा (एलपीडीसी) द्वारा ली गई चंद्रमा की तस्वीरें सामने आयी है जिसे इसरो ने जारी किया है.

रूस का लूना-25 भी कर रहा चंद्रमा पर उतरने की तैयारी

रूस का लूना-25 भी अगले सप्ताह चंद्रमा पर उतरने की तैयारी कर रहा है. दोनों यानों के चंद्रमा पर उतरने की संभावित तारीखों से संबंधित टकराव ने भी दुनिया भर के वैज्ञानिक समुदाय में उत्साह बढ़ा दिया है. लूना-25 के चंद्र सतह पर उतरने की तारीख जहां 21-23 अगस्त है, वहीं चंद्रयान-3 के उतरने की तारीख 23-24 अगस्त है. चंद्रमा के ध्रुवीय क्षेत्र पर्यावरण और वहां से संबंधित कठिनाइयों के लिहाज से बहुत अलग भूभाग हैं और इसलिए ये अज्ञात बने हुए हैं. चंद्रमा पर पहुंचने वाले पिछले सभी अंतरिक्ष यान भूमध्यरेखीय क्षेत्र में, चंद्र भूमध्य रेखा के उत्तर या दक्षिण में कुछ डिग्री अक्षांश पर उतरे थे.

चंद्रयान-2 सॉफ्ट लैंडिंग करने में असफल हुआ था

गौरतलब है कि चंद्रयान-3 से पहले भेजा गया चंद्रयान-2 सात सितंबर 2019 को सॉफ्ट लैंडिंग करने में असफल रहा था. चंद्रयान-3 का उद्देश्य भी चंद्र सतह पर सुरक्षित साफ्ट लैंडिंग करने, चांद पर रोवर के घूमने और वैज्ञानिक प्रयोग करने का है. चंद्रयान-1 मिशन 2008 में भेजा गया था. अगर चंद्रयान-3 ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करने में सफल रहता है तो अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ के बाद भारत इस तकनीक में महारत हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा.

दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास

इसरो की ओर से गुरुवार को कहा गया था कि प्रणोदन मॉड्यूल से अलग हुए लैंडर को एक ऐसी कक्षा में लाने के लिए डीबूस्ट से गुजारा जाएगा, जहां पेरिल्यून (चंद्रमा से कक्षा का निकटतम बिंदु) 30 किलोमीटर और अपोल्यून (चंद्रमा से सबसे दूर का बिंदु) 100 किमी की दूरी पर होगा, जहां से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास किया जाएगा.

Chandrayaan-3: जारी है लैंडर विक्रम की आगे की जर्नी

प्रोपल्शन मॉड्यूल (पीएम) से सफलतापूर्वक अलग होने के बाद विक्रम लैंडर ने अपनी आगे यात्रा शुरू कर दी है. विक्रम लैंडर 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की सतह पर लैंडिंग होगी. विक्रम लैंडर को चांद की सतह पर उतरने की आखिरी 100 किलोमीटर की यात्रा खुद करनी है. इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने हाल में कहा था कि लैंडिंग का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा लैंडर के वेग को 30 किलोमीटर की ऊंचाई से अंतिम लैंडिंग तक लाने की प्रक्रिया है और यान को क्षैतिज से ऊर्ध्वाधर दिशा में स्थानांतरित करने की क्षमता वह प्रक्रिया है जहां हमें अपनी काबिलियत दिखानी होगी. सोमनाथ ने कहा, लैंडिंग प्रक्रिया की शुरुआत में वेग लगभग 1.68 किलोमीटर प्रति सेकंड है, लेकिन यह गति चंद्रमा की सतह के क्षैतिज है. यहां चंद्रयान-3 लगभग 90 डिग्री झुका हुआ है, इसे लंबवत करना होगा.

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