बीएमसी कोविड घोटाला मामला : ईडी ने आदित्य ठाकरे के करीबी सहयोगी को पूछताछ के लिए भेजा समन
ईडी ने छापेमारी के दौरान 68.65 लाख रुपये नकद जब्त किए. बताया जाता है कि महाराष्ट्र में विभिन्न स्थानों पर स्थित 150 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 50 अचल संपत्तियां, 15 करोड़ रुपये की सावधि जमा और निवेश के कागजात और 2.46 करोड़ रुपये के जेवरात भी बरामद किए गए हैं.
मुंबई : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे के करीबी सूरज चव्हाण को बीएमसी कोविड घोटाला मामले में पूछताछ के लिए तलब किया है. इससे पहले ईडी ने सूरज चव्हाण के आवास समेत मुंबई में करीब 15 स्थानों पर छापेमारी की गई और दस्तावेज बरामद किए गए. अधिकारी के अनुसार, बुधवार की सुबह मुंबई के चेंबूर इलाके में चव्हाण के आवास पर छापेमारी की गई थी.
संजय राउत के करीबी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस
समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीएमसी कोविड घोटाला मामले में शिवसेना (यूबीटी) संजय राउत के करीबी व्यवसायी सुजीत पाटकर और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है. ईडी के सूत्रों के मुताबिक, कोविड-19 अस्पताल प्रबंधन अनुबंधों के संबंध में बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के कुछ अधिकारियों और आईएएस अधिकारी संजीव जायसवावल समेत कुछ अन्य लोगों से जुड़े स्थानों पर भी छापे मारे गए.
छापेमारी में 68.65 लाख रुपये की नकदी जब्त
सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने छापेमारी के दौरान 68.65 लाख रुपये नकद जब्त किए. बताया जाता है कि महाराष्ट्र में विभिन्न स्थानों पर स्थित 150 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 50 अचल संपत्तियां, 15 करोड़ रुपये की सावधि जमा और निवेश के कागजात और 2.46 करोड़ रुपये के जेवरात भी बरामद किए गए हैं.
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बॉडी बैग के कीमतों में हेराफेरी
सूत्रों ने बताया कि ईडी ने कई आपत्तिजनक दस्तावेजों के साथ मोबाइल फोन और लैपटॉप भी जब्त किए हैं. जांच में पता चला है कि एक कंपनी मृत कोविड रोगियों के लिए बॉडी बैग दूसरी कंपनी को 2,000 रुपये में दे रही थी. ईडी सूत्रों ने बताया कि फिर वही दूसरी कंपनी वही बॉडी बैग केंद्रीय खरीद विभाग को 6,800 रुपये में दे रही थी और इस अनुबंध पर बीएमसी के तत्कालीन मेयर ने हस्ताक्षर किए थे.