National News : केंद्र सरकार ने देश के बुजुर्गों को बड़ा उपहार दिया है. यह उपहार उनके स्वास्थ्य की देखरेख की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है. बीते सप्ताह केंद्रीय मंत्रिमंडल की हुई एक बैठक में आयुष्मान भारत योजना में बड़े बदलाव का निर्णय लिया गया. इसकी जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस योजना में अब 70 वर्ष से ऊपर के वरिष्ठ नागरिक भी शामिल होंगे. सरकार की घोषणा के बाद लोगों के मन में इस योजना को लेकर प्रश्न उठना स्वाभाविक है, जैसे क्या इस योजना का लाभ 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को मिलेगा या इसके लिए भी कोई शर्त है, जिनके पास दूसरा मेडिकल बीमा है, क्या वे भी इस योजना के पात्र हैं आदि? ऐसे में जानते हैं आयुष्मान भारत योजना से जुड़ी विभिन्न जानकारियों के बारे में.
सभी वरिष्ठ नागरिकों को मिलेगा इस योजना का लाभ
मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृति मिलने के साथ ही आयुष्मान भारत पीएम जन आरोग्य योजना के तहत अब 70 वर्ष के वरिष्ठ नागरिकों को पांच लाख तक का इलाज नि:शुल्क मिल सकेगा. इस योजना से साढ़े चार करोड़ परिवारों के छह करोड़ वरिष्ठ नागरिक लाभान्वित होंगे. सरकार के अनुसार, वह बहुत जल्द इस योजना की शुरुआत करेगी. इस योजना का लाभ उठाने के लिए वरिष्ठ नागरिकों को आवेदन करना होगा.
- वैसे परिवार के वरिष्ठ नागरिक जो पहले से ही आयुष्मान भारत योजना के दायरे में हैं, उन्हें अब अपने लिए अलग से पांच लाख रुपये सालाना का टॉप-अप कवर मिलेगा. यह शेयर्ड टॉप-अप कवर होगा. हालांकि वरिष्ठ नागरिक इस टॉप-अप कवर को परिवार के दूसरे सदस्य, जो 70 वर्ष से कम उम्र के हैं, उनके साथ साझा नहीं कर सकेंगे. यानी ये पांच लाख रुपये केवल और केवल 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए ही होंगे.
- यदि किसी परिवार में एक से अधिक वरिष्ठ नागरिक (70 वर्ष से अधिक उम्र के) हैं, तो ऐसी स्थिति में वरिष्ठ नागरिकों के लिए मिलने वाले पांच लाख के बीमा कवर (आयुष्मान योजना का विस्तार करते हुए जिसकी अभी सरकार ने घोषणा की है) में ही सभी वरिष्ठ नागरिक शामिल होंगे.
निजी बीमा पॉलिसी लेने वाले भी होंगे पात्र
- वैसे परिवार जो मध्य वर्ग या उच्च मध्य वर्ग से आते हैं, यानी जो परिवार वर्तमान समय में आयुष्मान भारत योजना के दायरे में नहीं है, लेकिन उनके परिवार में 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग हैं, वैसे परिवार के बुजुर्गों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा. इस परिवार के बुजुर्ग व्यक्ति को हर वर्ष पांच लाख रुपये का शेयर्ड कवर मिलेगा. दूसरे शब्दों में कहें, तो इस योजना का लाभ 70 वर्ष से अधिक उम्र के हर बुजुर्ग को मिलेगा, चाहे उसकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति कैसी भी क्यों न हो.
- इस सरकारी योजना का लाभ उन बुजुर्गों को भी मिलेगा, जिन्होंने निजी कंपनियों से बीमा पॉलिसी खरीद रखी है.
- इसके साथ ही, वैसे बुजुर्ग भी आयुष्मान भारत पीएम जन आरोग्य योजना के जरिये इलाज करा सकेंगे जो कर्मचारी राज्य बीमा योजना से जुड़े हुए हैं.
बुजुर्ग नागरिकों को जारी होगा नया कार्ड
इस सरकारी योजना का लाभ उठाने के पात्र वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान भारत पीएम जन आरोग्य योजना (एबी पीएम जेएवाई ) के तहत एक नया कार्ड अलग से जारी किया जायेगा. इसी कार्ड को दिखाने के बाद वरिष्ठ नागरिक अपना नि:शुल्क इलाज करवा पायेंगे.
विकल्प चुनने का भी मिलेगा अधिकार
सत्तर वर्ष और उससे अधिक उम्र के वैसे वरिष्ठ नागरिक, जो पहले से ही केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं (सीजीएचएस), पूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ईसीएचएस), आयुष्मान केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) जैसी दूसरी सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा योजनाओं से जुड़े हैं और इनके जरिये अपना इलाज करवाते रहे हैं, उन्हें इस योजना का तब तक लाभ नहीं मिलेगा, जब तक वे अपनी मौजूदा योजना का लाभ ले रहे हैं. हालांकि उनके पास योजनाओं को चुनने का विकल्प खुला है. यह चुनाव उनके हाथ में है कि वे अपनी मौजूदा योजना में बने रहें या सरकार द्वारा घोषित नयी योजना- एबी पीएम जेएवाई का चुनाव करें. यानी उनके पास दोनों में से किसी एक को चुनने का विकल्प मौजूद रहेगा. पर वे किसी एक योजना का ही लाभ ले पायेंगे.
क्या है शेयर्ड कवर का अर्थ
शेयर्ड कवर का अर्थ है कि एक परिवार में यदि 70 वर्ष से अधिक उम्र के एक से अधिक बुजुर्ग मौजूद हैं, तो उपचार के लिए सालाना मिलने वाले पांच लाख रुपये का उपयोग वे साझा तौर पर कर सकेंगे. इसे ऐसे समझें कि यदि एक परिवार में किसी के माता-पिता दोनों की ही उम्र 70 वर्ष से अधिक है, तो प्रतिवर्ष पांच लाख के हेल्थ कवर में दोनों ही शामिल होंगे. दोनों के लिए अलग-अलग पांच-पांच रुपये नहीं मिलेंगे. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णन का कहना है कि इस योजना में शेयर्ड का अर्थ है, वरिष्ठ नागरिकों के साथ साझा. चूंकि एबी पीएम जेएवाई परिवार आधारित योजना है, इसलिए इसे शेयर्ड आधारित रखा गया है.