महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक सरगर्मी कम होने का नाम नहीं ले रही है. गुरुवार 11 मई को एकनाथ शिंदे सरकार के फैसले का दिन है. ऐसा इसलिए क्योंकि सुप्रीम कोर्ट 16 विधायकों के निलंबन पर अपना फैसला सुनाएगा. दरअसल पिछले साल एकनाथ शिंदे और उनके गुट के विधायकों ने शिवसेना से बगावत कर ली थी. जिसके बाद महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार गिर गयी थी.
उद्धव ठाकरे गुट ने 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने को लेकर याचिका दायर की
महाराष्ट्र में सत्ता गंवाने के बाद उद्धव ठाकरे गुट ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. जिसमें 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की थी. एकनाथ शिंदे ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. अब दोनों की याचिका पर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा. पिछले 9 महीने से इस मामले में सुनवाई चल रही है. हालांकि शीर्ष अदालत ने इस साल मार्च में राज्य में पिछले साल के राजनीतिक संकट से संबंधित उद्धव ठाकरे और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुटों की याचिकाओं पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था.
शिंदे गुट के विधायक ने क्या कहा
शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा, मुझे जानकारी मिली है कि 16 विधायकों की अयोग्यता पर सुप्रीम कोर्ट कल अपना आदेश सुनाएगा. कल सब कुछ साफ हो जाएगा, मैं भी 16 विधायकों में से एक हूं.
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The Constitution Bench of the Supreme Court is likely to deliver the judgment on the Maharashtra political crisis tomorrow
CJI DY Chandrachud says we are going to be delivering two judgments tomorrow. pic.twitter.com/ussIowOaOm
— ANI (@ANI) May 10, 2023
आदित्य ठाकरे ने कहा, हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा
उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा, सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ कल महाराष्ट्र राजनीतिक संकट पर फैसला सुना सकती है. हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. संविधान का पालन करने से ही देश को फायदा होगा.
महाराष्ट्र सरकार स्थिर है: विधानसभा अध्यक्ष नारवेकर
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नारवेकर ने एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले कहा कि मौजूदा राज्य सरकार के पास बहुमत है, चाहे कोई भी फैसला आए. नारवेकर ने कहा, मेरे स्पीकर बनने के बाद, यह सरकार बहुमत परीक्षण में सफल रही. संख्या बल के हिसाब से देखें तो इस सरकार के पास बहुमत है, चाहे कोई भी फैसला आए. नारवेकर ने कहा, विधायकों की अयोग्यता के संबंध में निर्णय विधानसभा अध्यक्ष का विशेषाधिकार है. न्यायपालिका अपनी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों से अच्छी तरह से अवगत है.
39 विधायकों के साथ शिंदे ने शिवसेना के खिलाफ बगावत की थी
पिछले साल जून में शिंदे और 39 विधायकों ने शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी. इसके परिणामस्वरूप पार्टी टूट गई थी और ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी सरकार (जिसमें राकांपा और कांग्रेस भी शामिल हैं) गिर गई थी. शिंदे ने बाद में महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन किया. शिंदे ने 30 जून, 2022 को मुख्यमंत्री जबकि भाजपा के देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली.