कोरोना वायरस महामारी के कारण किस तरह अपने भी अपनों से दूर होते जा रहे हैं इसकी तस्वीर कर्नाटक में देखने को मिली. जहां दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आयी जब एक महिला को अपने पति के शव को अंतिम संस्कार करने के लिए ठेले में ले कर जाना पड़ा. मृतक की अंतिम यात्रा के वक्त उसे चार लोग भी कंधा देने के लिए नहीं आये. यहां तक कि उसका कोई रिश्तेदार भी कंधा देने के लिए तैयार नहीं हुआ. क्योकि लोगों को आशंका थी कि व्यक्ति की मौत कोरोना वायरस की वजह से हुई है.
यह तस्वीर कर्नाटक के बेलागवी अतंर्गत अथानी से आयी है, जहां मृतक की पत्नी और बेटे को शव को ठेले पर रखकर ले जा रहे थे. बताया जा रहा है कि उस शख्स की मौत दो दिन पहले घर में ही हुई थी. पर उसकी मौत के बाद परिवार का कोई सदस्य, दोस्त या रिश्तेदार उसके घर नहीं आये. क्योंकि सभी को शक था कि उस व्यक्ति की मौत कोरोना संक्रमण से हुई है. हालांकि जब उस व्यक्ति की कोरोना जांच कि गयी को रिपोर्ट निगेटिव आयी.
ऐसा नहीं है कि कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज या संदिग्ध व्यक्ति की हुई मौत पर भेदभाव का यह पहला मामला है. इससे पहले भी कोरोना संक्रमित मरीज या कोरोना संदिग्ध की मौत के बाद उनके साथ भेदभाव किया जाता है. कई बार तो अमानवीय बर्ताव भी उनके साथ होता. देश में कई जगहों से कोरोना संदिग्ध मरीज होने के आरोप में मारपीट की भी खबरें आयी थी. कई जगह तो शवों को जेसीबी और ट्रैक्टर में रखकर भी ले जाया गया है.
इधर राज्य में कोरोना वायरस के मामले बढते ही जा रहे हैं. शुक्रवार को 3,693 नए मरीज मिले और 115 लोगों की मौत हो गई. कोविड-19 राज्य में अभी तक 55 हजार 115 लोग संक्रमित हो चुके हैं. इनमें से 33 हजार 205 एक्टिव केस हैं. कुल 20,757 लोग ठीक हुए हैं तो 1,147 लोग जान गंवा चुके हैं.
Posted BY: Pawan Singh