पणजी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को गोवा में जी-20 के पर्यटन मंत्रियों की बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कहा कि आतंकवाद बांटता है, लेकिन पर्यटन जोड़ता है. पर्यटन से सौहार्दपूर्ण समाज का निर्माण किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि भारत यात्रा केवल खूबसूरत नजारे देखने से नहीं जुड़ी, बल्कि एक अलौकिक अनुभव है. हमने पिछले नौ साल में पर्यटन क्षेत्र के विकास पर विशेष जोर दिया है, इसे हमारे सुधारों के केंद्र में रखा है. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि हमें नवाचार के लिए ‘एआई’ और ‘ऑगमेंटिड रियलिटी’ जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों का व्यापक उपयोग करना चाहिए.
वैश्विक पर्यटन का आदर्श बन सकता है वसुधैव कुटुम्बकम
गोवा में जी-20 के पर्यटन मंत्रियों की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की जी-20 की मेजबानी की थीम वसुधैव कुटुम्बकम् ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ वैश्विक पर्यटन का आदर्श बन सकता है. उन्होंने कहा कि कहा कि हमारा लक्ष्य सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना और पर्यटन के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण करना है.
वाराणसी में 10 गुणा बढ़ी पर्यटकों की संख्या
पीएम मोदी ने आगे कहा कि वाराणसी में इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के बाद पर्यटकों की संख्या में 10 गुणा की बढ़ोतरी हुई है. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने निर्माण के एक साल के अंदर 27 लाख पर्यटक पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि जी-20 की मेजबानी के दौरान हम लगभग 200 से अधिक बैठकों का आयोजन देश में 100 अलग-अलग जगह पर कर रहे हैं. हमारा लक्ष्य हमारी सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण और पर्यटन क्षेत्र के लिए विश्व स्तर के इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण करना है.
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विकास लक्ष्यों की पूर्ति के लिए पर्यटन की पहचान
उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि हम सतत विकास लक्ष्यों की पूर्ति के लिए पर्यटन क्षेत्र की प्रासंगिकता को भी पहचान रहे हैं. हम हरित पर्यटन, डिजिटलीकरण, कौशल विकास, पर्यटन MSME और गंतव्य प्रबंधन के 5 परस्पर क्षेत्रों पर काम कर रहे हैं. यह हमारी प्राथमिकता को दर्शाता है. हमें इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी तकनीकों का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए.