राहुल गांधी का पीएम मोदी पर निशाना, तमिलनाडु के लोगों पर कोई और विचार थोपने का लगाया आरोप
तमिलनाडु पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को मुख्यमंत्री और डीएमकेअध्यक्ष एमके स्टालिन पर लिखी किताब (MK Stalin Autobiography) का चेन्नई में विमोचन किया. इस दौरान राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है.
Tamil Nadu News तमिलनाडु पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को मुख्यमंत्री और डीएमके (DMK) अध्यक्ष एमके स्टालिन पर लिखी किताब (MK Stalin Autobiography) का चेन्नई में विमोचन किया. इस दौरान आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला भी उपस्थित रहे.
राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
इस दौरान कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि जब प्रधानमंत्री यहां आते हैं और तमिलनाडु के लोगों पर कोई और विचार थोपने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें समझ में नहीं आता कि तमिलनाडु केवल 2 शब्द नहीं, बल्कि 3,000 साल है. वह राज्य और हमारे देश का अपमान करते हैं.
Today the people of J&K don't rule themselves but bureaucrats from UP&Gujarat rule them. In Punjab, they have unilaterally taken away 100 kms of land from Punjab&gave it to BSF.Our vision is unity in diversity while theirs is unity through conformity: Congress leader Rahul Gandhi pic.twitter.com/3J6LVhOPKr
— ANI (@ANI) February 28, 2022
गुजरात के नौकरशाह करते है जम्मू-कश्मीर पर शासन
चेन्नई में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग खुद पर शासन नहीं करते हैं, लेकिन यूपी, गुजरात के नौकरशाह उन पर शासन करते हैं. राहुल गांधी ने कहा कि पंजाब में उन्होंने एकतरफा पंजाब से 100 किमी जमीन छीनकर बीएसएफ को दे दी. हमारी दृष्टि विविधता में एकता है और उनकी दृष्टि अनुरूपता के माध्यम से एकता.
स्टालिन पर लिखी किताब में उनके शुरुआती 23 वर्षों का उल्लेख
इससे पहले रविवार को पत्रकारों से बातचीत में सीएम स्टालिन ने बताया था कि इस पुस्तक में उन्होंने अपने जीवन के शुरुआती 23 वर्षों की यात्रा का उल्लेख किया है. उन्होंने कहा कि पुस्तक में उनके जन्म से लेकर 1976 में आपातकाल के दौरान मीसा के तहत गई गिरफ्तारी का जिक्र है. पुस्तक में उन्होंने अपने बचपन के विचार, स्कूल की यादें और अपने सभी अनुभवों को दर्ज किया है. इसमें उनके राजनीतिक भागीदारी शुरू होने का समय भी शामिल है. इसके साथ ही पेरियार, अन्नादुरई और करुणानिधि सहित द्रविड़ आंदोलन के संस्थापक नेताओं द्वारा किए गए संघर्षों का भी उल्लेख किया है.
Also Read: Amul Milk Price Hike: अमूल दूध पीना हुआ महंगा, जानिए क्या है नया रेट और कब से लागू होगी नई कीमतें