Himachal Pradesh Snowfall: हिमाचल प्रदेश में हुए ताजा हिमपात के बाद शिमला, मनाली और कुफ्री में आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ गई है और होटलों के कम से कम 70 प्रतिशत कमरे भर चुके हैं. कल रात आठ बजे समाप्त हुए 12 घंटे की अवधि के दौरान 7,164 वाहन शोघी सीमा के रास्ते शिमला में दाखिल हुए. शिमला होटल और रेस्त्रा संघ के उपाध्यक्ष प्रिंस कुकरेजा ने बताया कि शाम तक होटलों के कमरों की बुकिंग में 10 प्रतिशत और वृद्धि की संभावना है.
पुलिस ने पर्यटकों को शिमला आने की योजना बनाने से पहले भारी यातायात को ध्यान में रखने, फिसलने वाले स्थानों पर सावधानीपूर्वक वाहन चलाने और आपात स्थिति में 0177-2812344 या 112 पर संपर्क करने की सलाह दी है. पुलिस ने कहा कि बारिश के बाद सड़कों पर जमा मलबे की वजह से पैदल चलने वालों को परेशानी हो सकती है और लोग बर्फ हटाने के बाद ही बाहर निकले.
उल्लेखनीय है कि मनाली में 23 सेंटीमीटर हिमपात हुआ है. जबकि, खाद्राला में 16 सेमी, शिल्लारु में 16 सेमी, कुफरी में 12 सेमी, भरमौर में 10 सेमी, शिमला और गोंडाला में छह-छह सेंटीमीटर,डलहौजी और कल्पा में चार-चार सेंटीमीटर और हंसा-केयलान्ग में तीन-तीन सेंटीमीटर हिमपात हुआ है, मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है कि अगले चार दिनों तक शुष्क मौसम रह सकता है और निचले पहाड़ी इलाके 14 से 17 जनवरी के बीच घने कोहरे और शीतलहर की चपेट में रह सकते हैं.
दिल्ली से आए पर्यटक शेखर ने बताया कि आज सुबह हिमपात देखकर हम उत्साहित हैं और कुफ्री की ओर जा रहे हैं. हिमपात की वजह से लाहौल स्पीति की 177, शिमला की 21, चंबा की 14, किन्नौर की 11, मंडी-मनाली की 10-10, कांगड़ा की दो और चार राष्ट्रीय राजमार्ग सहित करीब 250 सड़के वाहनों के लिए बंद हैं और करीब 623 बिजली ट्रांसफार्मर से आपूर्ति बाधित हो गई है.
लाहौल स्पीति का आदिवासी बहुल केयलान्ग राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा जहां पर कल रात तापमान शून्य से 7.9 डिग्री नीचे दर्ज किया गया जबकि, कल्पा दूसरा ठंडा स्थान रहा जहां पर तापमान शून्य से 2.6 डिग्री कम रहा. इस बीच पर्यटकों स्थलों नरकंडा में तापमान शून्य से 2.5 डिग्री नीचे दर्ज किया गया. कुफरी और मनाली में भी न्यूनतमत तापमान शून्य से क्रमश: 0.8 डिग्री और 0.2 डिग्री कम दर्ज किया गया.
कृषि विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हिमपात और बारिश के साथ ही शुष्क दौर का समापन हुआ है और जनवरी महीने में बारिश की कमी घटकर 68 प्रतिशत रह गई है. उन्होंने बताया कि बारिश जारी रहने से गेंहू और सब्जियों का नुकसान घटकर क्रमश: 20 से 25 प्रतिशत और 10 से 15 प्रतिशत क्षेत्रों में रह जाएगा.