National Voters Day 2021: राष्ट्रीय मतदाता दिवस का इतिहास पता है, क्यों खास है हमारे लिए 25 जनवरी का दिन?
National Voters Day 2021, Rashtriya Matdata Diwas, Theme, History: भारतीय चुनाव आयोग 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस (National Voters Day) मना रहा है. इस बार राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम ‘मतदाताओं को सशक्त, सचेत, सुरक्षित और जागरूक’ (Making Our Voters Empowered, Vigilant, Safe and Informed) बनाना है.
National Voters Day 2021, Rashtriya Matdata Diwas, Theme, History: भारतीय चुनाव आयोग 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस (National Voters Day) मना रहा है. इस बार राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम ‘मतदाताओं को सशक्त, सचेत, सुरक्षित और जागरूक’ (Making Our Voters Empowered, Vigilant, Safe and Informed) बनाना है. इस बार कोरोना संकट (Corona Pandemic) में सुरक्षित मतदान को लेकर चर्चा की जाएगी. दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) वर्चुअली शामिल होंगे.
मतदाता दिवस की शुरुआत कब से?
25 जनवरी 2011 से राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत की गई. 26 जनवरी 1950 को चुनाव आयोग ने काम करना शुरू किया था. राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत का मकसद ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं का सूची में नाम जोड़ना, मतदान के लिए प्रेरित करना है.
मतदाता दिवस पर क्या होता है?
राष्ट्रीय मतदाता दिवस मतदाताओं को समर्पित है. इस दिन मतदाताओं के बीच जागरूकता फैलाई जाती है. नए मतदाताओं को वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने के लिए प्रेरित किया जाता है. इस अवसर पर नए मतदाताओं को वोटर कार्ड देकर सम्मानित भी किया जाता है.
बेहतरीन काम करने वालों को सम्मान
राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राष्ट्रीय पुरस्कार देंगे. मतदान से जुड़े बेहतरीन कार्य करने वाले राज्य और जिला स्तरीय ऑफिसर्स को सम्मानित किया जाएगा. कोविड-19 संकट में मतदान के दौरान नई तकनीक को बढ़ावा देने, सुरक्षा के उपाय करने, मतदाताओं को जागरूक करने वालों को भी सम्मानित किया जाएगा.
वेब रेडियो ‘हैलो वोटर्स’ का शुभारंभ
इस साल राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर ई वोटर्स कार्ड की शुरुआत की जाएगी. जबकि, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद वेब रेडियो ‘हैलो वोटर्स’ का शुभारंभ भी करेंगे. इस डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए मतदाताओं में जागरूकता फैलाई जाएगी. एफएम रेडियो सर्विस की तर्ज पर वेब रेडियो से कार्यक्रम प्रसारित किए जाएंगे. हिंदी, अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषाओं में श्रोताओं को मतदान से जुड़ी जानकारियां दी जाएगी.