पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में नवजोत सिंह सिद्धू आज पद संभालेंगे. इस पद पर पहले सुनील जाखड़ थे. नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच का विवाद अब भी जारी है. इस पूरे विवादों के बाद भी आज पदभार ग्रहण करते वक्त पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह मौजूद रहेंगे.
आज के कार्यक्रम में सबकी नजर सिद्धू और अमरिंदर सिंह पर रहेगी, क्या इन दोनों के बीच जारी विवाद खत्म होगा ? कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ खुलकर अपनी बात रखने के बाद लंबे समय से चल रहा विवाद कम होता नजर आ रहा है.
Also Read: अजीत सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपित गिरधारी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के कड़े विरोध के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को सिद्धू को पार्टी की पंजाब इकाई का नया प्रमुख नियुक्त किया. उन्होंने अगले साल होने वाले पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए सिद्धू की सहायता के लिए चार कार्यकारी अध्यक्षों – संगत सिंह गिलजियान, सुखविंदर सिंह डैनी, पवन गोयल और कुलजीत सिंह नागरा को भी नियुक्त किया है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलने के बाद से ही नवजोत सिंह सिद्धू लगातार अपना दबदबा साबित करने में लगे हैं. सिद्धू विधायकों के साथ माथा टेकने स्वर्ण मंदिर पहुंचे थे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गाजे बाजे के साथ उनका स्वागत किया था.
Also Read: Afghanistan: तालिबान ने 100 अफगानी लोगों की हत्या की, स्पिन बोल्डक इलाके में घरों पर हमला तेज
सिद्धू ने कैप्टन को अलग से एक चिट्ठी लिखकर उन्हें आमंत्रित किया है. इस चिट्ठी में नवजोत ने लिखा है आप आयें और नयी टीम को आशीर्वाद दें. उन्होंने राज्य के लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि उनका एकमात्र उद्देश्य पंजाब के लिए कांग्रेस आलाकमान के “जन-समर्थक” 18 सूत्री एजेंडे को पूरा करना है.
उन्होंने लिखा, पंजाब के मुद्दों पर मेरा संकल्प और प्रतिबद्धता और हर पंजाबी के कल्याण के लिए हाईकमान के जन-समर्थक 18 सूत्री एजेंडे को पूरा करना आप और सभी को अच्छी तरह से पता है. हमारे पंजाब कांग्रेस परिवार में सबसे बड़े होने के नाते, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया आएं और नई टीम को आशीर्वाद दें.