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आखिर कौन पड़ा है नवजोत सिंह सिद्धू के पीछे हाथ धोकर ? फर्जी आईडी बनाकर कर रहा है परेशान

navjot singh sidhu: कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने पिछले शनिवार ही अपना यूट्यूब चैनल ‘जीतेगा पंजाब' शुरू किया है. इसके दो दिन के बाद ही उनकी परेशानी बढ़ गयी है.

By Amitabh Kumar | March 17, 2020 9:07 AM

फर्जी आईडी से आखिर कौन नवजोत सिंह सिद्धू के यूट्यूब चैनल को बर्बाद करने की कोशिश कर रहा है ? यह सवाल इसलिए क्योंकि चैनल के चीफ एडमिन स्मित सिंह ने दावा किया कि कुछ “पंजाब विरोधी ताकतें” इसी नाम की फर्जी आईडी बनाकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहा है. यदि आपको याद हो तो कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने पिछले शनिवार ही अपना यूट्यूब चैनल ‘जीतेगा पंजाब’ शुरू किया है.

यूट्यूब चैनल बनाने के दो दिन बाद ही चैनल के चीफ एडमिन स्मित सिंह ने यह दावा करके सबको चौंका दिया कि कुछ ताकतें नवजोत सिंह सिद्धू के पीछे लगी हुईं हैं. सिंह ने आगे कहा कि इसी नाम की फर्जी आईडी बनाकार लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है. यह बहुत ही निंदनीय कार्य है. गौर हो कि क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू ने शनिवार को अपना यूट्यूब चैनल ‘जीतेगा पंजाब’ शुरू करते हुए इसे पंजाब को पुनरुद्धार और पुनर्जागरण की ओर प्रेरित करने का एक मंच बताया है.

यूट्यूब पर फर्जी ‘जीतेगा पंजाब’ आईडी

आगे स्मित सिंह ने कहा कि पंजाब विरोधी ताकतें यूट्यूब पर फर्जी ‘जीतेगा पंजाब’ आईडी के साथ लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही हैं. वे नवजोत सिंह सिद्धू के लोगों से सीधे जुड़ाव से आशंकित हैं जबकि अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए दर्शकों में भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रही हैं. उन्होंने दावा किया कि ‘जीतेगा पंजाब’ के लॉन्च के कुछ ही मिनटों के भीतर इसी नाम की सैकड़ों फर्जी यूट्यूब आईडी बन गईं. इससे साबित होता है कि कुछ पेशेवर लोग जनता के साथ सिद्धू के सीधे जुड़ाव को कम करने में लगे हैं.

सिद्धू पंजाब के ज्वलंत मुद्दों पर अपने विचार लोगों से करेंगे साझा

सिद्धू के कायार्लय ने चैनल को लेकर जानकारी दी कि यह पंजाब को पुनरुद्धार और नवजागरण के लिए प्रेरित करने वाला एक मंच है. नौ महीने के चिंतन और आत्मावलोकन के बाद पूर्व मंत्री और 4 बार संसद के सदस्य और अमृतसर पूर्व के विधायक रह चुके नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब के ज्वलंत मुद्दों पर अपने विचार लोगों से साझा करेंगे. साथ ही पंजाब के पुनरुत्थान के लिए ठोस रोडमैप बनाने का प्रयास करेंगे.

सिद्धू का इस्तीफा

यहां आपको बता दें कि सिद्धू ने पिछले साल जुलाई में राज्य मंत्रिमंडल से अपना इस्तीफा दिया था. कहा जा रहा था कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह के साथ पोर्टफोलियों के आवंटन पर मतभेदों के चलते सिद्धू नाराज चल रहे थे. बाद में उन्होंने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था.

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