नवजोत सिंह सिद्धू की धमकी-नशीले पदार्थ पर एसआईटी की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाये वरना आमरण अनशन करूंगा
नवजोत सिंह सिद्धू ने मोगा जिले के बाघापुराना में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अपनी ही सरकार पर निशाना साधा और कहा कि यदि पंजाब सरकार (एसटीएफ) रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं करती है तो सिद्धू आमरण अनशन शुरू कर देंगे.
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर चर्चा में हैं. उन्होंने एक बार फिर अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ के झंडा बुलंद किया है और धमकी दी है कि अगर उनकी पार्टी की राज्य सरकार मादक पदार्थ पर विशेष जांच दल (एसआईटी) की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं करती है तो वह आमरण अनशन पर बैठ जायेंगे.
सिद्धू ने बेअदबी के मामलों में न्याय सुनिश्चित करने के लिए उठाये गये कदमों को लेकर भी राज्य सरकार से सवाल किया. नवजोत सिंह सिद्धू ने मोगा जिले के बाघापुराना में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अपनी ही सरकार पर निशाना साधा और कहा कि यदि पंजाब सरकार (एसटीएफ) रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं करती है तो सिद्धू आमरण अनशन शुरू कर देंगे.
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) November 25, 2021
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, हजारों युवा नशीले पदार्थों के चलते बर्बाद हो गये, माताओं ने अपने बेटे खो दिये, इसलिए राज्य सरकार को एसटीएफ की रिपोर्ट सार्वजनिक करने करनी चाहिए. रिपोर्ट को सार्वजनिक करने से रोकने का कोई कोर्ट आर्डर भी नहीं आया है, ऐसे में सरकार क्यों इसे सार्वजनिक नहीं करना चाहती यह समझ से परे है.
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साल 2015 में गुरूग्रंथ साहिब के बेअदबी का मामला सामने आया था
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बेअदबी का विरोध कर रहे लोगों पर पुलिस फायरिंग हुई, जिसमें दो की मौत हुई थी
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नशे की गिरफ्त में है पूरा पंजाब
सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को निशाने पर लेते हुए कहा कि हम यह जानना चाहते हैं कि पिछले मुख्यमंत्री आखिर इस रिपोर्ट को क्यों छुपाकर रखना चाहते थे, आखिर इसमें ऐसी क्या बात है.
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गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में की न्याय की मांग
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी के मामले में भी न्याय की मांग की. गौरतलब है कि साल 2015 में कोटकपुरा बठिंडा रोड पर गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी को लेकर लोग प्रदर्शन कर रहे है. भीड़ पर पंजाब पुलिस ने फायरिंग कर दी थी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गयी थी.
इस मामले को लेकर प्रदेश में अकाली दल और भाजपा की सरकार को कुर्सी गंवानी पड़ी थी,जिसके बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह सत्ता में लौटे थे, लेकिन यह मामला उनके लिए भी परेशानी का ही सबब बना रहा. अब सिद्धू ने एकबार फिर इस मसले को उठाकर चरणजीत सिंह चन्नी को परेशानी में डाल दिया है. इस मामले को उठाये जाने से पंजाब की राजनीति एक बार फिर गरमा गयी है.
Posted By : Rajneesh Anand