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Navratri 2021: 27 साल से जारी शक्ति पूजा को फिर करेंगे CM योगी, दशमी पर दंडाधिकारी बन करेंगे श्रीराम का तिलक

गोरक्षपीठ में शिव और शक्ति की आराधना की अद्भुत परंपरा रही है. मठ के पहले तल के शक्ति मंदिर में नवरात्रि में अनवरत साधना चलती रहती है. नवरात्रि की पूर्णाहुति पर भगवान श्रीराम के राजतिलक करने की परंपरा कहीं और दिखाई नहीं देती है. विजयादशमी पर राघव और शक्ति मिलन में गोरक्ष पीठाधीश्वर खुद मौजूद रहेंगे.

Navratra 2021: गोरखपुर के गोरक्ष पीठ में शारदीय नवरात्रि शक्ति पूजा की तैयारी हो गई है. नवरात्रि में प्रतिपदा (7 अक्टूबर) को गोरक्षनाथ मंदिर के गोरक्ष पीठाधीश्वर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शाम 5 बजे शक्ति कलश की स्थापना करेंगे. इसके साथ ही विशेष पूजा अनुष्ठान कार्यक्रम की शुरुआत हो जाएगी.

गोरक्षपीठ में शिव और शक्ति की आराधना की अद्भुत परंपरा रही है. मठ के पहले तल के शक्ति मंदिर में नवरात्रि में अनवरत साधना चलती रहती है. नवरात्रि की पूर्णाहुति पर भगवान श्रीराम के राजतिलक करने की परंपरा कहीं और दिखाई नहीं देती है. विजयादशमी पर राघव और शक्ति मिलन में गोरक्ष पीठाधीश्वर खुद मौजूद रहेंगे.

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मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ के मुताबिक गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ दोपहर बाद गोरखपुर आएंगे. नवरात्र प्रतिपदा पर शाम 5 बजे गोरखनाथ मंदिर में परंपरागत कलश यात्रा निकलेगी. मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ की अगुवाई में यात्रा मंदिर के परंपरागत सैनिकों की सुरक्षा में निकाली जाएगी. इसमें सभी पुजारी, योगी, वेद पाठी बालक, पुरोहित और श्रद्धालु भी शामिल होंगे.

कलश यात्रा में शिव-शक्ति और बाबा गोरखनाथ के अस्त्र त्रिशूल को मंदिर के मुख्य पुजारी योगी कमलनाथ लेकर चलेंगे. परंपरा के अनुसार त्रिशूल लेकर चलने वाले को 9 दिन मंदिर में रहना होता है. भीम सरोवर के जल से मठ के प्रथम तल पर कलश की स्थापना करके सीएम योगी आदित्यनाथ मां भगवती की उपासना करेंगे.

देवी भागवत कथा, महानिशा पूजन करेंगे पीठाधीश्वर

मंदिर के सचिव द्वारिका तिवारी ने बताया मठ में शारदीय नवरात्र में श्रीमद देवी भागवत कथा और दुर्गा सप्तशती का पाठ प्रतिपदा से विजयाशदमी तक सुबह और शाम 4 से 6 बजे तक चलेगा. देवी-देवताओं के आह्वान के साथ पूजन-आरती भी होगी. अष्टमी की रात्रि 13 अक्टूबर को सीएम योगी महानिशा पूजन करेंगे.

नौ दिन व्रत रहते हैं गोरक्षपीठाधीश्वर

नवरात्र में गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ 9 दिन व्रत रखेंगे. सीएम बनने के पहले वो अनवरत नौ दिनों तक शक्ति की आराधना में मंदिर परिसर से बाहर नहीं जाते थे.

मातृ स्वरूप में कन्याओं के पांव पखारेंगे योगी

नौ दिन व्रत की पूर्णाहुति हवन और कन्या पूजन से होती है. 14 अक्टूबर को पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ कन्याओं का मातृ स्वरूप में पूजन करके उनके पांव पखारेंगे. बटुक भैरव के रूप में कुछ बालक भी शामिल होंगे. यह कार्यक्रम मठ के प्रथम तल पर आयोजित किए जाएंगे.

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तिलकोत्सव के बाद निकलेगी विजय शोभायात्रा

विजयादशमी (15 अक्टूबर) की सुबह 9 बजे श्रीनाथ जी का विशिष्ट पूजन गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ करेंगे. उसके बाद सभी देव विग्रह और समाधि पर पूजन होगा. दोपहर में 1 से 3 बजे तक तिलकोत्सव का कार्यक्रम चलेगा.

उसके बाद 4 बजे से सीएम योगी रथ पर सवार होकर मानसरोवर मंदिर में देव विग्रहों का पूजन और अभिषेक करेंगे. उसके बाद मानसरोवर रामलीला मैदान में मर्यादापुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम का राजतिलक भी किया जाएगा. इसके बाद राघव-शक्ति मिलन की परंपरा का निर्वहन होगा. गोरक्षपीठाधीश्वर विजयादशमी के दिन साधु-संतों के आपसी विवादों के समाधान के लिए दंडाधिकारी की भी भूमिका में होंगे.

(इनपुट: अभिषेक पांडेय, गोरखपुर)

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