Aparna Iyer: मां ब्रह्मचारिणी की तपस्या का परिणाम है Wipro में CFO तक का सफर! पढ़ें प्रेरक कहानी

नवरात्रि का दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है. ब्रह्म का अर्थ है तपस्या और चारिणी यानी आचरण करने वाली, इसी तरह के ब्रह्मचारिणी का अर्थ हुआ तप का आचरण करने वाली. ब्रह्मचारिणी का दूसरा नाम अपर्णा भी है. आज हम देश की एक ऐसी ही अपर्णा के बार म बात करने वाले है.

By Aditya kumar | October 16, 2023 3:49 PM

Aparna Iyer: नवरात्रि का दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है. श्रद्धालु इस दिन अपने मन की हर कामना बताते हैं ताकि उसकी पूर्ति हो सके. ब्रह्म का अर्थ है तपस्या और चारिणी यानी आचरण करने वाली, इसी तरह के ब्रह्मचारिणी का अर्थ हुआ तप का आचरण करने वाली. इसी तरह अपनी तपस्या के बल पर भारत की एक महिला ने बहुत कुछ पाया है. एक कंपनी में सीए के तौर पर ज्वाइन करने वालीं गोल्ड मेडलिस्ट अपर्णा अय्यर अब विप्रो जैसी बड़ी कंपनी की चीफ फाइनेंस ऑफिसर हैं. आइए जानते हैं कि आखिर कौन हैं अपर्णा अय्यर और इनकी कहानी कैसे देती हैं लोगों को प्रेरणा…

स्वर्ण पदक विजेता है अपर्णा सी अय्यर

अपर्णा सी अय्यर के पास चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) का पद है और सीए 2002 बैच में स्वर्ण पदक विजेता भी है. इसके बाद बताया जाता है कि साल 2003 के अप्रैल महीने में वह विप्रो का हिस्सा बनीं. विप्रो में करीब 20 साल से अधिक समय के कार्यकाल के दौरान अपर्णा सी अय्यर ने वित्त क्षेत्र में विभिन्न पद संभाले हैं. इन भूमिकाओं में आंतरिक ऑडिट, बिजनेस फाइनेंस, वित्तीय योजना और विश्लेषण, कॉर्पोरेट ट्रेजरी और निवेशक संबंध, और विप्रो फुलस्ट्राइड क्लाउड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और सीएफओ के रूप में उनकी सबसे हालिया स्थिति शामिल थी.

  • मीडिया एजेंसी मनी कंट्रोल की मानें तो इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) में भर्ती होने से पहले, अपर्णा अय्यर ने 2001 में नरसी मोनजी, मुंबई से वाणिज्य स्नातक की डिग्री पूरी की.

  • अय्यर 2003 में एक वरिष्ठ आंतरिक लेखा परीक्षक के रूप में विप्रो में शामिल हुए और 20 साल से अधिक के करियर में संगठन में प्रमुख नेतृत्व पदों पर चढ़ते हुए ऊपर चढ़े.

  • कंपनी के मुताबिक, उन्हें वित्तीय जोखिम प्रबंधन, पूंजी आवंटन, फंड जुटाने, बिजनेस रणनीति और विकास को आगे बढ़ाने में गहरी विशेषज्ञता हासिल है.

  • अपर्णा अय्यर ने पिछली बार विप्रो की फुलस्ट्राइड क्लाउड ग्लोबल बिजनेस लाइन में वरिष्ठ उपाध्यक्ष और सीएफओ का पद संभाला था.

  • अपनी नई भूमिका में, अय्यर सीईओ थिएरी डेलापोर्टे को रिपोर्ट करेंगे और विप्रो कार्यकारी बोर्ड में शामिल होंगे. अपर्णा अय्यर 22 सितंबर 2023 से कमान संभालेंगे.

क्या कहती है अपर्णा अय्यर ?

अपनी उपलब्धि पर अपर्णा अय्यर कहती है कि मैं विप्रो के CFO के रूप में इस महत्वपूर्ण समय पर यह भूमिका निभाने के लिए बहुत उत्साहित हूं. अपर्णा अय्यर ने विप्रो के CFO के रूप में नियुक्ति के बाद कहा कि हम अपने परिवर्तन की यात्रा को जारी रखते हैं, मैं थिएरी, हमारी वित्त टीम और पूरे संगठन के साथ मिलकर हमारे सफलताओं पर आधारित बनने, सतत विकास को प्रोत्साहित करने, और हमारे स्टेकहोल्डर्स के लिए मूल्य बनाने का संबोधन करती हूं.

विप्रो को 1945 में किया था स्थापित

विप्रो को आजीम प्रेमजी ने 1945 में स्थापित किया था. वह भारत के महान उद्यमियों और दानी लोगों में से एक माने जाते हैं. उनकी नेट वर्थ $11.5 बिलियन है. विप्रो एक भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी है जो जानकारी प्रौद्योगिकी (आईटी), परामर्श और व्यावसायिक प्रक्रिया सेवाओं में डील करती है. इस महाशक्तिशाली फर्म की मार्केट कैपिटलाइजेशन मनीकंट्रोल के अनुसार 2,18,790 करोड़ रुपये है.

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