आदिवासियों को गुजरात सरकार के खिलाफ भड़का रहे झारखंड के नक्सली, बेलोसा बबीता कच्छप की गिरफ्तारी के बाद एटीएस का दावा
Jharkhand News, Naxal News, Belosa Babita Kachhap, Gujarat ATS, Tribals of Gujarat: रांची/अहमदाबाद : गुजरात पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को दावा किया है कि झारखंड के नक्सली आदिवासियों को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं. इनका कहना है कि गुजरात से गिरफ्तार किये गये झारखंड के तीन नक्सली तापी और महीसागर जिलों के आदिवासियों को सरकार के खिलाफ हिंसा का रास्ता अपनाने के लिए भड़का रहे थे.
रांची/अहमदाबाद : गुजरात पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को दावा किया है कि झारखंड के नक्सली आदिवासियों को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं. इनका कहना है कि गुजरात से गिरफ्तार किये गये झारखंड के तीन नक्सली तापी और महीसागर जिलों के आदिवासियों को सरकार के खिलाफ हिंसा का रास्ता अपनाने के लिए भड़का रहे थे.
गुजरात एटीएस (आतंकवाद निरोधी दस्ता) ने शुक्रवार को सामु ओरैया, बिरसा ओरैया और बेलोसा बबीता कच्छप को गिरफ्तार किया था. एटीएस के पुलिस उपाधीक्षक बीएच चावड़ा ने दावा किया कि तीनों झारखंड में आदिवासियों के पत्थलगड़ी आंदोलन से जुड़े हुए हैं.
उन्होंने कहा, ‘हमने सूत्रों के माध्यम से तथ्यों और सूचनाओं का सत्यापन किया है कि ये लोग गुजरात के दो जिलों में स्थिति आदिवासी क्षेत्र में सतीपति पंथ के सदस्यों को बंद का आह्वान करके सरकार के खिलाफ कदम उठाने के लिए भड़का रहे थे.’ चावड़ा ने कहा, ‘हमने तकनीकी सर्विलांस की मदद से पता लगाया कि यह बात सच है.’
उन्होंने आरोप लगाया कि ये तीनों झारखंड में आदिवासियों द्वारा वर्ष 2016 में शुरू किये गये पत्थलगड़ी आंदोलन का हिस्सा रहे हैं और वे सतीपति पंथ के अनुयायियों को आंदोलन से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं. चावड़ा ने बताया कि गिरफ्तार किये गये तीनों नक्सलियों के कब्जे से प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की पुस्तिकाएं बरामद हुई हैं.
श्री चावड़ा ने कहा कि अब यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि क्या गुजरात के अन्य आदिवासी बहुल जिलों में भी और लोग ऐसा काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किये गये ये तीनों लोग मूल रूप से झारखंड के रहने वाले हैं. झारखंड के विभिन्न थानों में इनके खिलाफ 7-8 प्राथमिकी दर्ज हैं.
उन्होंने बताया कि ये लोग पिछले छह महीने से तापी और महीसागर जिले में आ रहे हैं और सतीपति पंथ के अनुयायियों को हिंसा का रास्ता अपनाने के लिए भड़का रहे हैं. एटीएस ने तीनों को भारतीय दंड संहित की धारा 121(ए) (सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ना) और 124(ए) (राजद्रोह) के तहत गिरफ्तार किया है.
Posted By : Mithilesh Jha