शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को एनसीपी से बगावत कर एकनाथ शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम बनने वाले अजित पवार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने बीजेपी पर भी हमला किया. उद्धव ने अजित पवार पर तंज कसते हुए कहा, यह देखना है कि बीजेपी अपनी नयी टोली को कैसे संभालती है.
बीजेपी ने फैसले का सम्मान किया होता तो दूसरों के लिए ‘कालीन’ नहीं बिछानी पड़ती : ठाकरे
उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, मुख्यमंत्री पद के बंटवारे पर 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले लिए गए फैसले का भाजपा ने सम्मान किया होता तो भाजपा कार्यकर्ताओं को अब दूसरे दलों के लिए कालीन नहीं बिछानी पड़ती. मालूम हो महाराष्ट्र में 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद उद्धव ने लंबे समय तक अपनी सहयोगी रही भाजपा से मुख्यमंत्री पद के बंटवारे के मुद्दे को लेकर गठबंधन तोड़ लिया था.
2022 में एकनाथ शिंदे की बगावत की वजह से गिर गयी थी उद्धव सरकार
मालूम हो बीजेपी के साथ गठबंधन टूटने के बाद उद्धव ठाकरे ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार बनाई थी, लेकिन जून 2022 में एकनाथ शिंदे की अगुवाई में विधायकों की बगावत के कारण एमवीए सरकार गिर गई और शिवसेना दो धड़ों में बंट गई. बाद में शिंदे भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बन गए.
Also Read: Uniform Civil Code: उद्धव ठाकरे बोले- हम यूनिफॉर्म सिविल कोड का समर्थन करते हैं, लेकिन…
अजित पवार ने दोहराया शिंदे का इतिहास
इस साल दो जुलाई को राकांपा में अजित पवार के नेतृत्व में बगावत हुई और वह उपमुख्यमंत्री के रूप में शिंदे सरकार में शामिल हो गए. राकांपा के आठ अन्य विधायकों ने शिंदे सरकार में मंत्री पद की शपथ ली.