Uddhav Thackeray: शिवसेना के एक धड़े का नेतृत्व करने वाले उद्धव ठाकरे ने अपने एक बयान में भरोसा जताया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के शरद पवार के फैसले से महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन को नुकसान नहीं होगा. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह (पवार) ऐसा कुछ नहीं करेंगे, जिससे विपक्षी एकता को नुकसान पहुंचे. ठाकरे ने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नहीं हैं बल्कि तानाशाही के खिलाफ हैं.
उद्धव ठाकरे ने कहा- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में जारी घटनाक्रम से एमवीए को नुकसान नहीं होगा. हालांकि, उन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के पवार के फैसले पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. पवार ने राकांपा अध्यक्ष पद छोड़ने की घोषणा की थी, जिससे पार्टी और विपक्षी गठबंधन को झटका लगा था. एमवीए में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), राकांपा और कांग्रेस शामिल हैं. नवंबर 2019 से जून 2022 के बीच महाराष्ट्र में एमवीए की सरकार थी.
उद्धव ठाकरे ने अपने एक बयान में कहा- पीएम ने कहा है जय बजरंग बली बोलो और अपना वोट डालो. #KarnatakaElections में बजरंग दल या बजरंग बली को आमंत्रित करने की कोई आवश्यकता नहीं थी. उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि- जय बजरंग बली, मैं वहां (कर्नाटक में) सभी मराठी भाषी लोगों से कहना चाहता हूं कि वे जय भवानी, जय शिवाजी कहकर वोट दें और उन लोगों को हराएं जो आप पर अत्याचार करते हैं. (भाषा इनपुट के साथ)
#WATCH | "PM has said, "say Jai Bajrang Bali & cast your vote." There was no need to invoke Bajrang Dal or Bajrang Bali in #KarnatakaElections. Public welfare should have been spoken of. So, if the PM tells people to vote by saying "Jai Bajrang Bali", I'd like to tell all… pic.twitter.com/vbf8G6X2Mp
— ANI (@ANI) May 4, 2023