राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की कार्यकारी अध्यक्ष चुने जाने के एक दिन बाद रविवार को सुप्रिया सुले ने सभी कार्यकर्ताओं और पिता शरद पवार का आभार जताया. उन्होंने कहा, मेरी प्राथमिकता पार्टी को मजबूत करना, मजबूत संगठन को खड़ा करना और देश के लोगों की सेवा करना है. मुझ पर विश्वास दिखाने के लिए मैं एनसीपी के सभी कैडर, नेताओं और श्री पवार का आभारी हूं.
भाई-भतीजावाद से भाग नहीं सकती: सुले
सुप्रिया सुले ने कहा, मैं भाई-भतीजावाद से दूर नहीं भाग सकती. किस पार्टी में भाई-भतीजावाद नहीं है? जब भाई-भतीजावाद की बात हो तो हम प्रदर्शन की बात क्यों नहीं कर सकते. मेरा संसदीय प्रदर्शन देखिए. राकांपा की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने आगे कहा, संसद मेरे पिता, चाचा या मेरी मां नहीं चलाते.
मुझे प्रतिभा और शरद पवार की बेटी होने पर गर्व : सुले
सुप्रिया सुले ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा, मैं भाई-भतीजावाद से दूर नहीं जा सकती, क्योंकि मैं एक राजनीतिक परिवार में पैदा हुई हूं. उन्होंने कहा, मुझे प्रतिभा और शरद पवार की बेटी होने पर बहुत गर्व है.
#WATCH | Pune: I am grateful to all NCP cadre, leaders & Mr Pawar for showing faith in me. My priority is strengthening the party…I can't go away from nepotism…Which party doesn't have nepotism? Why can't we talk about performance when talking about nepotism…Look at my… pic.twitter.com/cEgTMasx1p
— ANI (@ANI) June 11, 2023
अजित पवार को लेकर सुले ने क्या कहा?
एनसीपी नेता अजित पवार को पार्टी में कोई पद नहीं दिए जाने पर एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा, कौन कहता है कि वह खुश नहीं है, किसी ने उससे पूछा है? उनकी नाराजगी की बातें केवल गपशप हैं.
शरद पवार ने सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष घोषित किया
गौरतलब है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष घोषित किया. इस घोषणा को पार्टी में एक पीढ़ीगत बदलाव के साथ ही पवार के भतीजे अजित पवार को वस्तुत: दरकिनार करने के तौर पर देखा जा रहा है, जो अपने बगावती तेवरों के लिए पहचाने जाते हैं. पवार ने पार्टी की 25वीं वर्षगांठ पर यहां कार्यकारी अध्यक्षों के नामों की घोषणा की. पवार ने सुले को पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण का अध्यक्ष और महाराष्ट्र का प्रभारी भी नियुक्त किया. हालांकि, शरद पवार और खुद अजित ने उन खबरों को खारिज किया कि सुले की नियुक्ति से अजित पवार नाखुश हैं.
अजित पवार का भी बयान आया सामने
अजित पवार ने कहा, कुछ मीडिया चैनल ने ऐसी खबरें चलाईं हैं कि अजित पवार को कोई जिम्मेदारी नहीं मिली, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि मेरे पास महाराष्ट्र में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि वह स्वेच्छा से राज्य की राजनीति में सक्रिय हैं. महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, पिछले कई वर्षों से, सुप्रिया दिल्ली में हैं. मैं राज्य की राजनीति में सक्रिय हूं. मेरे पास राज्य की जिम्मेदारी है क्योंकि मैं यहां का विपक्ष का नेता हूं.