वायु प्रदूषण के नियमों का उल्लंघन करने पर NCRTC पर लगा 50 लाख रुपये का जुर्माना : मंत्री गोपाल राय
नयी दिल्ली : दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर सरकार काफी सख्त कदम उठा रही है. दक्षिणी दिल्ली में निर्माण परियोजनाओं का निरीक्षण के दौरान प्रदूषण नियंत्रण के लिए धूल नियंत्रण उपाय नहीं किये जाने को लेकर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) पर 50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
नयी दिल्ली : दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर सरकार काफी सख्त कदम उठा रही है. दक्षिणी दिल्ली में निर्माण परियोजनाओं का निरीक्षण के दौरान प्रदूषण नियंत्रण के लिए धूल नियंत्रण उपाय नहीं किये जाने को लेकर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) पर 50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
NCRTC विकास सदन,INA के पास के निर्माण कार्य स्थल पर पाई गई प्रदूषण से संबंधित भारी अनियमितताएं। DPCC को ₹50 लाख का जुर्माना लगाने के दिए निर्देश। pic.twitter.com/ek2jo7Db67
— Gopal Rai (@AapKaGopalRai) October 11, 2020
The odd-even is an emergency measure. The government is taking steps in trying to control pollution right now. But despite that, if polluted situations still persist, then the government will assess the situation & take measures accordingly: Gopal Rai, Delhi Development Minister https://t.co/MG2o0Jgt7H
— ANI (@ANI) October 11, 2020
मालूम हो कि दक्षिणी दिल्ली के नेताजी नगर और कस्तूरबा नगर में एनसीआरटीसी की ओर से बनाये जा रहे रैपिड मेट्रो के भवन निर्माण का निरीक्षण करने के लिए रविवार को दिल्ली के भवन नेताजी नगर और कस्तूरबा नगर में विध्वंस स्थलों का निरीक्षण करने पहुंचे पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एनसीआरटीसी पर धूल नियंत्रण उपाय नहीं किये जाने को लेकर 50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. साथ ही उन्होंने इसे सरकार के प्रदूषण नियंत्रण के निर्देशों का उल्लंघन बताया.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि ”युद्ध, प्रदूषण के विरुद्ध. अभियान के तहत आज नेताजी नगर, कस्तूरबा नगर, एनसीआरटीसी और नौरोजी नगर निर्माण एवं ध्वस्तीकरण स्थलों का दौरा किया. आईएनए के पास के निर्माणकार्य स्थल पर एनसीआरटीसी विकास सदन में प्रदूषण से संबंधित भारी अनियमितताएं पायी गयीं. डीपीसीसी को 50 लाख का जुर्माना लगाने के निर्देश दिये गये हैं.” साथ ही उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण के प्रति ऐसी लापरवाही बरदाश्त नहीं की जायेगी.
उन्होंने कहा कि ”इस साइट को एक और एंटी-स्मॉग गन की जरूरत है और जब तक इसे खरीदा नहीं जाता, तब तक काम बंद रहेगा.” उन्होंने कहा कि ”सम-विषम एक आपातकालीन उपाय है. सरकार प्रदूषण नियंत्रित करने की कोशिश में कदम उठा रही है. इसके बावजूद, अगर परिस्थितियां अब भी बनी हुई हैं, तो सरकार स्थिति का आकलन कर जरूरी उपाय करेगी.