प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए की बैठक के बाद अपने सहयोगी दलों को संबोधित किया. उन्होंने अपने संबोधन में विपक्ष पर जोरदार हमला किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को विकसित देश बनाना है. लोगों का विश्वास अब भी एनडीए के साथ है. एनडीए की बैठक में 38 पार्टी मौजूद थे. आइए जानते हैं पीएम मोदी ने अपने संबोधन में क्या कहा
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक तरह से NDA अटल जी की एक ओर विरासत है जो हमें जोड़े हुए है. NDA के निर्माण में आडवाणी जी ने भी बहुत अहम भूमिका निभायी थी और वो आज भी हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं…हाल ही में NDA के गठन के 25 साल पूरे हुए हैं, ये 25 वर्ष देश की प्रगति को गति देने और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने के रहे हैं.
-पीएम मोदी ने कहा कि हम जब विपक्ष में थे तब भी हमने सकारात्मक राजनीति की, हमने कभी नकारात्मक राजनीति नहीं की. हमने विपक्ष में रहकर सरकारों का विरोध किया, उनके घोटालों को सामने लाए लेकिन जनादेश का अपमान नहीं किया और न ही विदेशी ताकतों की मदद मांगी.
-पीएम मोदी ने कहा कि जब गठबंधन सत्ता की मजबूरी से होता है, जब गठबंधन भ्रष्टाचार के इरादे से हो, जब गठबंधन परिवारवाद की नीति पर आधारित हो, जब गठबंधन जातिवाद और क्षेत्रवाद को ध्यान में रखकर किया जाता है तो वह गठबंधन देश को बहुत नुकसान पहुंचाता है.
-प्रधानमंत्री ने कहा कि NDA का मतलब है N-न्यू इंडिया, D- विकसित राष्ट्र, A- लोगों की आकांक्षा। आज युवा, महिलाएं, मध्यम वर्ग, दलित और वंचितों को NDA पर भरोसा है.
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम केवल आज की जरूरतों के लिए काम नहीं कर रहे हैं, हम आने वाली पीड़ियों के भविष्य को भी सुरक्षित बना रहे हैं…हम विकास भी कर रहे हैं और विरासत को भी सहेज रहे हैं, हम मेक इन इंडिया पर भी बल दे रहे हैं और पर्यावरण की रक्षा भी कर रहे हैं, हमारी नीयत साफ है, नीति स्पष्ट है और निर्णय ठोस है.
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राजनीति में प्रतिस्पर्धा हो सकती है लेकिन शत्रुता नहीं होती लेकिन आज विपक्ष ने अपनी एक ही पहचान बना ली है, हमें गाली देना, हमें नीचा दिखाना. बावजूद इसके हमने देश को दलों के हित से उपर रखा है. यह NDA सरकार ही है जिसने प्रनब मुखर्जी को भारत रत्न दिया, हमने मुलायम सिंह यादव, शरद पवार, गुलाम नबी आज़ाद जैसे अनेक नेताओं को पद्म सम्मान दिया.
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि एनडीए के तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. हर सपने संकल्प हैं और हर संकल्प सिद्धि के लिए हम समर्पित भाव से जुटे हुए लोग हैं.
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-PM मोदी ने कहा कि अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए ये लोग पास-पास तो आ सकते हैं लेकिन साथ नहीं आ सकते…जो लोग आज मोदी को कोसने के लिए इतना समय लगा रहे हैं, अच्छा होता वो देश के लिए, गरीब के लिए सोचने में समय लगाते..2024 का चुनाव दूर नहीं है और देश के लोग मन बना चुके हैं कि तीसरी बार फिर NDA को ही अवसर देना है.
-प्रधानमंत्री ने कहा कि जनता देख रही है कि ये पार्टियां क्यों इकट्ठा हो रही हैं? जनता ये भी जान रही है कि ऐसा कौन सा गोंद है जो इन पार्टियों को जोड़ रहा है. किस तरह छोटे-छोटे स्वार्थ के लिए मूल्यों और सिद्धांतों से समझौता किया जा रहा है.
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-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूं कि मैं अपने परिश्रम, प्रयासों में कहीं कोई कमी नहीं रहने दूंगा…मेरे शरीर का हर कण, मेरे समय का हर क्षण देश को ही समर्पित है.
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 1988 में एनडीए का गठन हुआ था, लेकिन सिर्फ सरकारें बनाना और सत्ता हासिल करना उसका लक्ष्य नहीं था.
विपक्षी दलों की बैठक बेंगलुरु में
यहां चर्चा कर दें कि बेंगलुरु में आज विपक्षी दलों की भी बैठक हुई जिसमें शिरकत करने 26 दल के नेता पहुंचे थे. दो दिवसीय बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस की ओर से की गयी थी.