NEET Exam 2020: नीट परीक्षा के लिए जारी गाइडलाइंस में हुआ संशोधन, जानें क्या है नया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोनोवायरस महामारी के दौरान परीक्षा आयोजित करने के लिए तैयार किये गये एसओपी में संशोधन किया है. नये एसओपी में उस प्रावधान को समाप्त कर दिया गया है जिसके तहत यह प्रावधान था कि जिस परीक्षार्थी में करोना को लक्षण हैं उनका अलग कमर में अकेले बैठाकर परीक्षा लिया जा सकता है. अब नये संशोधित नयम के अनुसार जिस भी अभ्यर्थी में कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं उसे सबसे पहले नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भेजा जाना चाहिए.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोनोवायरस महामारी के दौरान परीक्षा आयोजित करने के लिए तैयार किये गये एसओपी में संशोधन किया है. नये एसओपी में उस प्रावधान को समाप्त कर दिया गया है जिसके तहत यह प्रावधान था कि जिस परीक्षार्थी में करोना को लक्षण हैं उनका अलग कमर में अकेले बैठाकर परीक्षा लिया जा सकता है. अब नये संशोधित नयम के अनुसार जिस भी अभ्यर्थी में कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं उसे सबसे पहले नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भेजा जाना चाहिए.
संशोधित नियमों के अनुसार ऐसे छात्रों को यह सुविधा मिलनी चाहिए की वो किसी अन्य माध्यम से भी परीक्षा दे सकते हैं. या फिर शिक्षण संस्थान उस छात्र की परीक्षा बाद में ले सके ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए. ताकि जब छात्र फिट हो जाये वो जाकर परीक्षा दे सके.
हालांकि नये संशोधन के अनुसार अगर किसी छात्र में संक्रमण के लक्षण पाये जाते हैं तो इस मामले मे उस छात्र के लिए परीक्षा में शामिल होने की अमुनति या अस्वीकृति परीक्षा आयोजित करने वालो अधिकारियों द्वारा पहले से जारी नीति के तहत की जायेगी. बता दें कि इससे पहले 2 सितंबर को दिशानिर्देश जारी किये गये थे. इसमें कहा गया था कटंनमेंट जोन से आने वाले छात्रों और कर्मियों को शारीरिक रूप से परीक्षा केंद्रों में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जायेगी.
इससे पहले परीक्षा केंद्रों के लेकर जारी किये गये गाइडलाइंस के अनुसार जो छात्र परीक्षा में शामिल नही हो पाये थे उनके लिए बाद में परीक्षा लेने की व्यवस्था की जायेगी. एसओपी के अनुसार परीक्षा केंद्रों में कोरोना से बचाव के लिए पूरी तैयारी करनी होगी. सभी केंद्रों पर सैनेटाइजर और हैंडवाश की व्यवस्था रहेगी.
दिशानिर्देशों में कहा गया है कि परीक्षा केंद्र में प्रवेश के समय स्वास्थ्य अधिकारी और परीक्षार्थी अपने स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में सेल्फ डिक्लयरेशन भी जमा कर सकते हैं. अगर परीक्षार्थी इस दौरान मानदंडों को पूरा नहीं करता है तो उसे फिर परीक्षा केंद्र में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जायेगी.
परीक्षा केंद्र में अंदर जानें की अनुमित केवल उन लोगों छात्रों को कर्मचारियो को मिलेगी जिनमें कोई लक्षण नहीं होंगे. एसओपी में कहा गया है कि फेस कवर या मास्क पहनना अनिवार्य है. परीक्षा के लिए जो समय निर्धारित किया गया है उसका पूरा पालन करना होगा, ताकि किसी भी प्रकार की भीड़ से बचा जा सके.
एसओपी में पेन और पेपर के लिए नियम बनाये गये हैं. प्रश्न पत्र या आंसर शीट देने से पहले शिक्षक को अपने हाथों को सैनेटाइज करना होगा. साथ ही छात्र भी जब पेपर लेंगे तो उन्हें अपने हाथ सैनेटाइज करने होंगे. इसी प्रकार पेपर पूरा होने पर उसे लेने और देने से पहले छात्र और शिक्षक अपने अपने हाथ को सैनेटाइज करेंगे. पेपर जमा होने के बेदा उसे 72 घंटे चले जाने के बाद ही जांच के लिए खोला जाएगा.
एसओपी के मुताबिक आंसर शीट की गिनती और वितरण करते समय थूक लगाने की अनुमति नहीं होगी. परीक्षा केंद्र में किसी भी ऐसे व्यक्ति को अलग करने के लिए एक आइसोलेशन कक्ष होना चाहिए जो स्क्रीनिंग के समय या परीक्षा के दौरान संक्रमित पाया जाता है.
Posted By: Pawan Singh