14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

NEET, JEE Exam 2020 LIVE : जानिए किस राज्य में परीक्षार्थियों के लिए मिलेगी क्या सुविधाएं

NEET, JEE Main 2020 admit card, New Exam Date, mock test paper, exam centers, jee exam guidelines : 1 सितंबर से शुरू होने वाली नीट और जेईई मेन एग्जाम पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. दरअसल, गैर बीजेपी शासित राज्यों द्वारा सुप्रीम कोर्ट में इसे रद्द करने के लिए याचिका पर सुनवाई होने वाली है. इसी बीच बीजेपी नेता ने सुब्रमण्यम स्वामी ने सरकार समय एग्जाम कैंसिल करने का अनुरोध किया है. वहीं जेईई एग्जाम को लेकर राज्य सरकारों ने तैयारी शुरू कर दी है. मध्य प्रदेश रसरकार ने बताया कि कल सभी परीक्षार्थियों को फ्री ट्रैवल सुविधा प्रदान की जाएगी. नीट और जेईई एग्जाम से जुड़े हर लेटेस्ट अपडेट के लिए पेज पर बने रहिए...

लाइव अपडेट

हर परीक्षा केंद्र को किया जाएगा सैनिटाइज

जेईई मेन परीक्षा दो पालियों में होनी है। लिहाजा, हर परीक्षा केंद्र को हर परीक्षा के पहले और बाद में सैनिटाइज किया जाएगा. उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र पर ही मास्क और सैनिटाइजर दिए जाएंगे. हर उम्मीदवार से सेल्फ डिक्लरेशन फॉर्म भरवाया जाएगा. अगर जरा भी कोविड की शंका होगी तो अलग से बने आईसोलेशन परीक्षा कक्ष में उन्हें बैठाया जाएगा.

रोस्टरवार होगा कंप्यूटर का इस्तेमाल

परीक्षा के दौरान एक कमरे में 12 से ज्यादा उम्मीदवार नहीं बैठ पाएंगे. जेईई मेन कंप्यूटर आधारित परीक्षा है. इसलिए उम्मीदवारों को एक-एक कंप्यूटर छोड़कर बैठाया जाएगा. पहली पाली में जिस कंप्यूटर का इस्तेमाल उम्मीदवार करेगा, दूसरी पाली में आने वाला उम्मीदवार उसका इस्तेमाल नहीं करेगा. इसके बजाए दूसरे कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाएगा.

सीजेआई बोबड़े से अपील

जेईई मेन में शामिल होने जा रहे एक 17 साल के स्टूडेंट ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया शरद अरविंद बोबड़े (CJI SA Bobde) को चिट्ठी लिखकर परीक्षा स्थगित करने की मांग की है. इस चिट्ठी में अभ्यर्थी ने देश में कोरोना वायरस और बाढ़ के हालातों के मद्देनजर जेईई और नीट दोनों परीक्षाएं स्थगित करने की अपील की है.

छत्तीसगढ़ में हुआ सुविधाओं का ऐलान

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी सभी जिला मजिस्ट्रेट को नीट और जेईई के परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने और वापिस भेजने की व्यवस्थाएं कराने का निर्देश दिया है. इसके लिए सीएम भूपेश बघेल ने परीक्षार्थियों की संख्यानुसार बस, मिनी बस और जीप आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का आदेश दिया है.

छत्तीसगढ़ के छात्रों को मिलेगी ये सुविधाएं

छत्तीसगढ़ में लगभग 13,500 परीक्षार्थियों के लिए 5 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. परीक्षा में हिस्सा लेने वाली छात्राओं के माता या पिता में से किसी एक अभिभावक को भी उनके साथ आने की अनुमति दी जाएगी. उनकी यात्रा भी मुफ्त में कराई जाएगी. इसका खर्च राज्य सरकार स्वयं वहन करेगी.

मध्य प्रदेश में मिलेगा मुफ्त यातायात

कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप के चलते लोगों को यातायात संबंधी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. मध्य प्रदेश के परीक्षार्थियों को यातायात संबंधी समस्याओं से बचाने के लिए वहां के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Madhya Pradesh Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने कुछ सुविधाएं उपलब्ध करवाने का ऐलान किया है. उन्होंने ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा, 'मध्य प्रदेश सरकार जेईई और नीट के परीक्षार्थियों के लिए यातायात के मुफ्त साधन उपलब्ध करवाएगी. इन सुविधाओं की व्यवस्था ब्लॉक और जिला के हेडक्वॉर्टर के बीच करवाई जाएगी. इसके लिए परीक्षार्थी 181 पर कॉल कर सकते हैं या चाहें तो 31 अगस्त से http://mapit.Gov.In/covid-19 साइट पर क्लिक कर भी अप्लाई कर सकते हैं.'

उड़ीसा में मिलेंगी ये सुविधाएं

उड़ीसा सरकार ने जेईई और नीट के परीक्षार्थियों को मुफ्त यातायात और छहरने की सुविधा मुहैया करवाने की घोषणा की है. राज्य के मुख्य सचिव असित त्रिपाठी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि जेईई मेन्स में 37,000 परीक्षार्थी हिस्सा लेंगे और उनके लिए राज्य के 7 शहरों में 26 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (Odisha Chief Minister Naveen Patnaik) के निर्देशों के मुताबिक, जिन भी परीक्षार्थियों को यातायात और ठहरने संबंधी कोई भी परेशानी है, वे इस मुफ्त सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.

सितंबर में हैं परीक्षाएं

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA-National Testing Agency) राष्ट्रीय स्तर पर जेईई मेन्स (JEE Mains-Joint Entrance Examination) और नीट (NEET-National Eligibility cum Entrance Test) समेत कई प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन कराती है. इसी के तहत नीट और जेईई 2020 (NEET, JEE Main 2020) का आयोजन सितंबर में करवाया जा रहा है. एनटीए द्वारा नीट 13 सितंबर को और जेईई 1 से 6 सितंबर के बीच आयोजित करवाया जाएगा.

जेईई मेन 2020: इन चीजों को परीक्षा हॉल में ले जाने की है इजाजत

एडमिट कार्ड का प्रिंटआउट

एक साधारण ट्रांस्पेरेंट बॉलपॉइंट पेन

फोटो आईडी प्रूफ, अतिरिक्त फोटो

हाथ प्रक्षालक (50 मिलीलीटर), ट्रांस्पेरेंट पानी की बोतल।

पीडब्ल्यूडी प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)

ड्राइंग के लिए - ज्योमेट्री बॉक्स, पेंसिल, इरेज़र, रंगीन पेंसिल या क्रेयॉन (BAchch उम्मीदवारों के लिए)

जेईई एडवांस्ड परीक्षा 2020 के कैंडिडेट्स को लॉजिस्टिक्स सपोर्ट करेगा ये पोर्टल

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, एल्यूमिनी एसोसिएशन के साथ मिलकर जेईई एडवांस्ड 2020 कैंडिडेट्स की मदद करने के लिए एक पोर्टल का निर्माण करने की सोच रहा है. इस पोर्टल के माध्यम से सितंबर के महीने में होने वाली जेईई एडवांस्ड परीक्षा 2020 के कैंडिडेट्स को लॉजिस्टिक्स सपोर्ट दिया जाएगा.

परीक्षा हुआ था रद्द

इससे पहले भी कोरोना वायरस संकट के कारण इससे पहले भी एक बार एग्जाम रद्द है चुका है. इससे पहले जेईई की परीक्षा 18 जुलाई से 23 जुलाई के बीच और नीट की परीक्षा 26 जुलाई को होनी थी.

3 घंटे का समय

बता दें कि एग्जाम को लेकर कुल 180 मिनट का समय मिलेगा, जिसमें 100 प्रश्न कज लिए 120 मिनट और 50 प्रश्न के लिए 60 मिनट क समय दिया जाएगा.

कर लें ये तैयारी

एनटीए के अनुसार एग्जाम सेंटर पर जाने से पहले छात्र पीने के लिए पानी का एक पारदर्शी बोतल रख लें. क्योंकि सेंटर पर पानी उपलब्ध नहीं होगा

गैर बीजेपी शासित राज्यों की याचिका

गैर बीजेपी शासित राज्यों की तरफ से 6 मंत्रियों ने याचिका दाखिल की है. प.बंगाल के मोलॉय घटक, झारखंड के रामेश्वर उरांव, छत्तीसगढ़ के अमरजीत भगत, पंजाब के बलबीर सिद्धू, महाराष्ट्र के उदय सामंत और राजस्थान के रघु शर्मा की तरफ से दाखिल हुई है याचिका

क्यों हो रद्द? विपक्ष की ये है दलील

बता दें कि एग्जाम पोस्टपोन करने के पीछे विपक्षी दलों की दलील कोरोना का संकट है. विपक्षी नेताओं का कहना है कि जब जुलाई में कोरोना के कम मामले थे, तब एग्जाम नहीं हुआ. अब तो 32 लाख के पार पहुंच गई है. ऐसे में एग्जाम नहीं होना चाहिए.

25 लाख छात्रों पर कोरोना का खतरा

पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा है ‘कोरोना संकट में केंद्र सरकार के नीट और जेईई कराने के फैसले से देश के 25 लाख छात्रों के स्वास्थ्य को खतरे में डाला जा रहा है.’ उन्होंने कहा कि अगर ये छात्र एग्जाम के दौरान कोरोना से संक्रमित हुए तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?

सोनिया जता चुकी है विरोध

सोनिया गांधी ने कांग्रेस के ‘स्पीक अप फॉर स्टूडेंट्स सेफ्टी’ अभियान के तहत एक वीडियो जारी किया है. वीडियो में सोनिया गांधी ने कहा है कि ‘उन्हें इसका अहसास है कि आप (छात्र) मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. आपके परीक्षा के मुद्दे को सबसे अधिक महत्व मिलना चाहिए.’

Posted by : Avinish Kumar Mishra

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें