JEE और NEET को लेकर ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने लिखा खत, बोले- कोरोना संकट में स्थगित हो परीक्षा

देश में ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई मेन JEE Main) और नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (नीट एग्जाम NEET Exam) को टालने की मांग जारी है. कोरोना संकट के बीच सितंबर में होने जा रही एग्जाम को लेकर राजनीतिक दलों ने सरकार को घेरा है. साथ ही कोरोना संकट के बीच एग्जाम को नहीं कराने की मांग की जा रही है. अब ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक जेईई मेन और नीट को स्थगित करने की मांग का समर्थन किया है. इसको लेकर सीएम नवीन पटनायक ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को खत भी लिखा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 25, 2020 3:21 PM

भुवनेश्वर : देश में ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई मेन JEE Main) और नेशनल एलिजबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (नीट एग्जाम NEET Exam) को टालने की मांग जारी है. कोरोना संकट के बीच सितंबर में होने जा रहे एग्जाम को लेकर राजनीतिक दलों ने सरकार को घेरा है. साथ ही कोरोना संकट के बीच एग्जाम को नहीं कराने की मांग की जा रही है. अब ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने जेईई मेन और नीट को स्थगित करने की मांग का समर्थन किया है. इसको लेकर सीएम नवीन पटनायक ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को खत भी लिखा है.

ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री से संयुक्त प्रवेश परीक्षा और राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा को स्थगित करने का अनुरोध किया है. खत में सीएम नवीन पटनायक ने जिक्र किया है कि ‘ओडिशा के शहरी केंद्रों में राज्य के भौगोलिक रूप से दुर्गम इलाकों के छात्र शामिल नहीं हो सकेंगे. माना जा रहा है कि परीक्षा में शामिल होने वाले ऐसे छात्रों की संख्या 50,000 से ज्यादा है. कोरोना संकट के बीच अधिकांश छात्रों को आने में परेशानी होगी. जबकि, कोरोना संकट के बीच एग्जाम कराना उनकी सुरक्षा से खिलवाड़ है.’

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दरअसल, नीट और जेईई मेन का एग्जाम सितंबर में होना है. जेईई मेन एग्जाम 1 से 6 सितंबर जबकि नीट की परीक्षा 13 सितंबर को होगी. इसके पहले सुप्रीम कोर्ट ने 17 अगस्त को साफ कर दिया था कि परीक्षाएं तय समय पर होंगी. दूसरी तरफ ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन, महाराष्ट्र सरकार के मंत्री आदित्य ठाकरे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी भी परीक्षा को टालने की मांग कर चुके हैं. सुब्रमण्यम स्वामी तो कोरोना संकट के बीच परीक्षाओं को आयोजित कराने के फैसले को मोदी सरकार के लिए ‘खतरनाक कदम’ तक करार दे चुके हैं.

Posted : Abhishek.

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