NEET-JEET 2020 Latest Updates : नीट-जेईई परीक्षा होगी रद्द ? शिक्षा मंत्री निशंक ने कह दी ये बड़ी बात

NEET-JEET 2020 Latest Updates : क्या अब भी जेईई और नीट की परीक्षा टलने का खतरा है ? यह सवाल सभी छात्रों के मन में उठ रहा है. इसी बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि 17 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने जेईई और नीट परीक्षा के लिये अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड कर लिया है और इससे स्पष्ट होता है कि छात्र हर हाल में परीक्षा चाहते हैं. केंद्रीय शिक्षा मंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कोविड-19 के मामले बढ़ने के मद्देनजर नीट और जेईई मेन्स परीक्षा को स्थगित करने की कुछ वर्गो द्वारा मांग की जा रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2020 9:04 AM

NEET-JEET 2020 Latest Updates : क्या अब भी जेईई और नीट की परीक्षा टलने का खतरा है ? यह सवाल सभी छात्रों के मन में उठ रहा है. इसी बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि 17 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने जेईई और नीट परीक्षा के लिये अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड कर लिया है और इससे स्पष्ट होता है कि छात्र हर हाल में परीक्षा चाहते हैं. केंद्रीय शिक्षा मंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कोविड-19 के मामले बढ़ने के मद्देनजर नीट और जेईई मेन्स परीक्षा को स्थगित करने की कुछ वर्गो द्वारा मांग की जा रही है.

निशंक ने कहा कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के अधिकारियों ने मुझे बताया कि 7 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने जेईई मेन्स परीक्षा के लिये प्रवेश पत्र डाउनलोड कर लिया है जबकि 10 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने नीट परीक्षा का प्रवेश पत्र डाउनलोड कर लिया है. इससे स्पष्ट होता है कि छात्र चाहते हैं कि परीक्षा हर हाल में आयोजित हो.

उन्होंने कहा कि मेडिकल और इंजीनियरिंग परीक्षा के करीब 25 लाख उम्मीदवारों में से 17 लाख प्रवेश पत्र डाउनलोड कर चुके हैं. हमें छात्रों और अभिभावकों से परीक्षा आयोजित किये जाने के पक्ष में ई मेल प्राप्त हुए हैं क्योंकि वे इस परीक्षा की तैयारी दो-तीन वर्षो से कर रहे थे. सुप्रीम कोर्ट का भी विचार है कि पूरे अकादमिक सत्र को बर्बाद नहीं किया जा सकता है. दो बार टालने के बाद परीक्षा को अंतिम रूप दिया गया है.

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चीन और जर्मनी का उदाहरण देते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि यदि परीक्षा कराने में और देरी हुई तो यह साल जीरो एकेडमिक साल में बदल जाएगा जो ठीक नहीं होगा. उन्होंने चीन में होने वाले नैशनल कॉलेज प्रवेश परीक्षा Gaokao Exam और जर्मनी में उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा Abitur के बारे में बात की और कहा कि इन देशों में कोविड-19 महामारी के दौरान प्रवेश परीक्षाएं आयोजित हुई हैं.

केंद्रीय शिक्षा मंत्री की यह टिप्पणी तब आई है जब एक दिन पहले ही गैर भाजपा शासित सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार के लिये समीक्षा याचिका दायर करने की जरूरत बतायी थी. इंजीनियरिंग के लिये संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य) या जेईई एक से छह सितंबर के बीच होगी जबकि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-स्नातक) 13 सितंबर को कराने की योजना है.

नीट के लिए 15.97 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है. जेईई मेन्य के लिये करीब 8.58 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया था. कोरोना वायरस के कारण ये परीक्षाएं पहले ही दो बार टाली जा चुकी हैं. जेईई मेन्स परीक्षा मूल रूप से 7-11 अप्रैल को आयोजित होनी थी लेकिन इसे 18-23 जुलाई के लिये टाल दिया गया. नीट परीक्षा मूल रूप से 3 मई को आयोजित होनी थी लेकिन इसे 26 जुलाई के लिये टाल दिया गया था. इन परीक्षाओं को एक बार फिर सितंबर के लिये टाल दिया गया.

यह मुद्दा पिछले कुछ महीने से गहन सार्वजनिक चर्चा का विषय बना हुआ है और इन परीक्षाओं के आयोजन को लेकर अलग अलग विचार सामने आ रहे हैं. एक वर्ग परीक्षा आयोजित करने के पक्ष में है तो विपक्षी पार्टी और एक वर्ग के कार्यकर्ताओं की मांग है कि महामारी को देखते हुए परीक्षा को आगे टाल देना चाहिए. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने जेईई मेन्स और नीट परीक्षा को स्थगित करने संबंधी याचिका को खारिज कर दिया था और कहा था कि छात्रों के बहुमूल्य शैक्षणिक वर्ष को बर्बाद नहीं किया जा सकता.

कांग्रेस और कुछ विपक्षी दलों की मांग है कि कोविड-19 महामारी के फैलने और कुछ राज्यों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए परीक्षा को टाल देना चाहिए. वहीं सरकार ने स्पष्ट किया है कि परीक्षा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उपयुक्त सावधानी बरतते हुए आयोजित की जायेगी.

Posted By : Amitabh Kumar

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