NEP 2020: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy) के क्रियान्वयन की समीक्षा की. समीक्षा बैठक के दौरान पीएम मोदी ने स्कूली छात्रों पर तकनीक की ओवर-एक्सपोजर से बचने के लिए शिक्षा के हाईब्रिड मॉडल पर जोर दिया. इस मॉडल के तहज छात्रों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही रूप में शिक्षा प्रदान की जा सकती है.
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी एक बयान में इस बारे में जानकारी दी गई है. पीएम मोदी ने कहा कि समता, गुणवत्ता, वहनीयता और जवाबदेही के उद्देश्यों को हासिल करने की दिशा में पिछले दो सालों में कई कदम उठाए गए हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि स्कूल छोड़ चुके बच्चों को फिर से मुख्य धारा में शामिल करने से लेकर उच्च शिक्षा में मल्टीपल एंट्री एंड एक्जिट की व्यवस्था शुरू करने तक कई ऐसे रूपांतरकारी सुधारों की पहल की गई है जो देश की प्रगति में कारगर साबित होंगे.
इस बैठक में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार, अन्नपूर्णा देवी और राजकुमार रंजन सिंह, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पीके मिश्रा, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष, अखिल भारतीय तकनीकि शिक्षा परिषद (AICTC) के अध्यक्ष और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) के निदेशक सहित शिक्षा मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को को राष्ट्रीय संचालन समिति के अधीन तैयार किए जा रहे राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा की प्रगति से अवगत कराया गया. इस दौरान उन्होंने कहा कि ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षा इस प्रकार विकसित की जानी चाहिए कि स्कूल जाने वाले छात्रों को कम से कम जोखिम का सामना करना पड़े.