नेपाल ने एक बार फिर सीमा विवाद छेड़ दिया है. एक बार फिर नेपाल के उत्तारखंड के कालापानी इलाके के तीन गांवों पर अपना दावा ठोका है. नेपाल उत्तराखंड के गुंजी, नाभी और कुटी गांव में अपना दावा किया है. नेपाली मीडिया ने इसके लेकर कहा है कि नेपाली की प्रशासन ने इन गांवों की जनगणना के लिए अपनी टीम भी भेजी थी, लेकिन भारतीय प्रशासन ने उन्हें सीमा पर ही रोक दिया.
गौरतलब है कि बीते साल भी नेपाल ने ऐसी ही कारगुजारी की थी. इसको लेकर भारत और नेपाल के रिश्तों में भी खटास आ गयाी थी. अब एक बार फिर नेपाल ने यहीा राग अलापना शुरू कर दिया है. नेपाली मीडिया ने कहा है कि नेपाल की जनगणना टीम को जाने की भारत से अनुमति नहीं दी जा रही है. नेपाल प्रशासन क कहना है कि इन तीनों गांवों में जनगणना का काम होना है. लेकिन इसके लिए भारत की अनुमति नहीं मिल रही है.
बता दें, नेपाल ने साल 2020 में भी भारत के उत्तराखंड स्थित इन तीनों गांवों का अपना बताया था. यहां तक की नेपाल ने साल 2020 में अपने देश के मानचित्र में भी इन तीनों गांवो को शामिल कर लिया था. नेपाल की ओली सरकार ने संसद में इसे मान्यता भी दिलाई. हालांकि की भारत सरकार के कड़े विरोध के बाद नेपाल ने उस समय मामले को ज्यादा नहीं उठाया. लेकिन अब एक बार फिर नेपाल इन इलाकों को अपना बता रहा है.
इधर नेपाल के दखल की कोशिश का भारतीय गांव गुंजी, नाभी और कुटी के लोगों ने भी विरोध किया है. लोगों में इसको लेकर जबरदस्त आक्रोश है. लोगों का कहना है कि नेपाल जबरन इन गांवों को अपना बताने पर जुटा है. कई लोगों का ये भी कहना है कि चीन से दोस्ती के बात नेपाल के सुर बदले गये हैं. और वो भारत के इन तीन गावों को अपना बनाने की कोशिश में जुटा हुआ है.
Postesd by: Pritish Sahay