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Nepal-India Border: ‘नेपाली बहू’ की वजह से हुई भारत-नेपाल सीमा पर गोलीबारी!

12 जून को सीतामढ़ी जिले से सटे भारत नेपाल की सीमा पर नेपाली सशस्त्र बल के जवानों ने गोली चलाई. इसमें 1 भारतीय नागरिक की मौत हो गयी. मरने वाले नागरिक का नाम विकेश यादव था. उसकी उम्र 22 साल थी.

By SurajKumar Thakur | June 13, 2020 2:24 PM

सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी जिला से लगती भारत नेपाल सीमा पर गोलीबारी की घटना हुई. गोलीबारी के कारणों का खुलासा हो गया है. वजह हैरान करने वाली है. जांच में पता चला है कि ये पूरा वाकया एक भारतीय नागरिक की नेपाली बहू की वजह से हुआ.. लेकिन कैसे, चलिये आपको पूरा मामला समझाते हैं.

12 जून को सीमा पर हुई थी फायरिंग

12 जून को सीतामढ़ी जिले से सटे भारत नेपाल की सीमा पर नेपाली सशस्त्र बल के जवानों ने गोली चलाई. इसमें 1 भारतीय नागरिक की मौत हो गयी. मरने वाले नागरिक का नाम विकेश यादव था. उसकी उम्र 22 साल थी. घटना में 24 साल का उदय ठाकुर और 18 साल का रमेश राम घायल हो गया. इन दोनों को बिहार की राजधानी पटना से 85 किमी दूर सीतामढ़ी के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.

रिश्तेदारों से मिलने को लेकर विवाद!

गोलीबारी की ये घटना सीतामढ़ी जिले के जानकीनगर और नेपाल के सरलाही के बीच सोनबरसा नाम की जगह पर हुई. सोनबरसा नेपाल और भारत की सीमा के बीच स्थित नो मेन्स लैंड के 75 मीटर भीतर नेपाल में है. घटना के बाद नेपाल सशस्त्र बल के जवानों ने एक भारतीय नागरिक को हिरासत में भी ले लिया था. शख्स का नाम लगन यादव है. पूरी घटना इसी लगन यादव से जुड़ी है.

घटना के संबंध में जानकारी देते हुए एसएसबी के महानिदेशक राजेश कुमार चंद्र ने बताया कि, सीतामढ़ी जिले के सीमावर्ती इलाके में रहने वाले गांव वालों के रिश्तेदार भारत में भी हैं और नेपाल में भी. यहां रहने वाले लोग अक्सर सीमा पार करके नेपाल में अपने रिश्तेदारों से मिलने चले जाते हैं. इसकी वजह ये है कि बार्डर को बाड़ से घेरा नहीं गया है.

नेपाल की रहने वाली है लगन की बहू

गोलीबारी की घटना के बाद नेपाल पुलिस द्वारा हिरासत में लिये गये लगन यादव की बहू नेपाल की रहने वाली है. घटना वाले दिन लगन यादव और उसके घरवाले नो मेन्स लैंड से 75 मीटर भीतर जाकर अपनी बहू से मिल रहे थे. इसका नेपाल एपीएफ के जवानों ने विरोध किया. इसी बात से विवाद बढ़ा.

नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक नारायण बाबू थापा ने बताया कि ललन यादव और नेपाल पुलिस के जवानों के बीच विवाद होते देख भारतीय पक्ष की तरफ से 75 से 80 की संख्या में लोग वहां जमा हो गये.

उनका आरोप है कि भारतीय पक्ष के लोग नेपाल एपीएफ के जवानों से उनके हथियार छीनने की कोशिश कर रहे थे. जवानों ने आत्मरक्षा में गोली चलाई जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गयी.

सीमा पर स्थिति सामान्य करने की कोशिशें

एसएसबी के महानिदेशक राजेश कुमार चंद्र ने बताया कि सीमा पर स्थिति फिलहाल सामान्य है. भारत के स्थानीय कमांडर ने अपने नेपाली समकक्ष से संपर्क किया. दोनों पक्षों के बीच सार्थक बातचीत हुई. तनाव कम करने की कोशिशें जारी है.

घटना के बारे में पहले आशंका जताई गयी थी कि फायरिंग भारत और नेपाल के बीच सीमा को लेकर चल रहे विवाद का हिस्सा है. हालांकि जांच में कोई और ही बात निकलकर सामने आई.

एसएसबी के जिम्मे है सीमा की सुरक्षा

जानकारी के लिये बता दूं कि भारत और नेपाल के बीच तकरीबन 1751 किमी सीमा की सुरक्षा एसएसबी के जिम्मे है. वहीं नेपाल की तरफ से एपीएफ के जवान तैनात होते हैं. सीतामढ़ी जिले के कई इलाकों से नेपाल की सीमा बिलकुल पास है. अक्सर लोग यहां बार्डर के आर पार हो जाते हैं. इसी वजह से संघर्ष की स्थिति बनी.

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