नंदनकानन के 64वें स्थापना दिवस पर लांच हुआ नंदनकानन व स्टेट बॉटनिकल गार्डन का नया ऐप
25 जून को क्योंझर से बचायी गयी मादा हाथी का नाम आशा रखा गया है और 24 नवंबर को क्योंझर से आये शिशु हाथी का नाम अभि रखा गया है. इस अवसर पर अतिथियों ने नये केनेल का उद्घाटन किया.
नंदनकानन का 64वां स्थापना दिवस शनिवार को मनाया गया. इस मौके पर आज 16 शावकों का नामकरण किया गया है. दो हाथी शावक, छह बाघ शावक और छह शेर शावकों को आज से उनके नये नामों से जाना जायेगा. कॉमन रेड टाइगर अंकिता और नंदन के मिलन से जन्मे चार शावकों में से तीन मादा शावकों का नाम श्री, संघश्री और जयश्री रखा गया है. सफेद बाघ रूपा और राजेश के मिलन से जन्मे शावक का नाम शिवा और ओम्रिता रखा गया है. चार शेर शावकों में से तीन मादा शावकों का नाम श्रद्धा, रीमा और अनामिका रखा गया है और शावक को युवराज कहा जाता है. इसी तरह सिंघी रेबा के दो शावकों में से नर शावक का नाम शिवम और मादा शावक का नाम माया है. 25 जून को क्योंझर से बचायी गयी मादा हाथी का नाम आशा रखा गया है और 24 नवंबर को क्योंझर से आये शिशु हाथी का नाम अभि रखा गया है. इस अवसर पर अतिथियों ने नये केनेल का उद्घाटन किया, जहां राज्य के बाहर से लाये गये और संगरोध में रखे गये वालबी, कैसोवरी और शुतुरमुर्ग को रखा गया है. इसके साथ ही नंदनकानन का एप और स्टेट बॉटनिकल गार्डन का निम्स एप लॉन्च किया गया.
पशुपालक प्रफुल्ल बाग, सविता सेठी, पशुचिकित्सक प्रशांत कुमार मल्लिक, गंगाधर हांसदा, वनस्पति उद्यान कर्मी मानस भोई, राजश्री राऊत, वनरक्षी मिलनबाला प्रधान, बिंबाधर राऊत, वनपाल सुपा बेहेरा, आदिरूप राऊत को सम्मानित किया गया. बाद में, राज्य वनस्पति उद्यान के परिसर में बांस के पेड़ों की 75 प्रजातियों के साथ एक बांस उद्यान और ताड़ के पेड़ों और कछुओं की विभिन्न प्रजातियों के साथ एक जलीय पौधे उद्यान का उद्घाटन किया गया. नंदन कानन के निर्देशक मनोज वी नायर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और मुख्य अतिथि वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रदीप अमात उपस्थित थे.
जटानी विधायक सुरेश कुमार राउतराय, वन एवं पर्यावरण विभाग के अपर सचिव सत्यव्रत साहू, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) एवं वानिकी प्रमुख सुशांत नंदा मगर सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल हुए. संयुक्त शिक्षा अधिकारी रुकसाना प्रधान और उपप्राचार्य नंदनकानन सनथ कुमार नारायण ने मंच संचालन किया और अतिथियों का परिचय कराया. गौरतलब है कि मुख्य अतिथि श्री अमात ने अन्य अतिथियों के साथ शिमिलिपाल में बाघ संरक्षण सेवा के लिए जीपीएस ट्रैकर से लैस 16 नयी जीपों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.