कोरोना के नये स्वरूप (new strain of Coronavirus india) ने पूरी दुनिया को एक बार फिर से चिंता में डाल दिया है. ब्रिटेन में जहां नये स्ट्रेन का मामला सबसे पहले पता चला, वहां स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. अब भारत में भी ब्रिटेन से लौटे 6 लोगों में नये स्ट्रेन का मामला सामने आ चुका है. जिसके बाद दहशत का माहौल है. हर कोई यह जानना चाह रहा है कि कोरोना का नया स्ट्रेन (New Coronavirus) कैसा है. इसके लक्ष्ण कैसे हैं और पूराने से कितना घातक है.
वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) -कोशिकीय एवं आणविक जीवविज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) के निदेशक राकेश मिश्रा ने कोरोना के नये स्ट्रेन को लेकर जो बताया है उससे चिंता और भी बढ़ गयी है. डॉक्टर राकेश मिश्रा (Rakesh Mishra) ने बताया कि अभी तक जो डाटा है, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि यह वैरिएंट संक्रमण को और तेजी से फैला सकता है. उन्होंने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि इससे अचानक मरीजों की संख्या बढ़ सकती है, जिससे अस्पतालों में भीड़ बढ़ जाएगी. हेल्थकेयर वर्कर्स पर बोझ बढ़ेगा.
डॉक्टर राकेश मिश्रा ने बताया कि सभी वायरस म्यूटेट होते हैं, यह बहुत सामान्य बात है. उन्होंने बताया कोरोना का नया स्ट्रेन SARS-COV-2 की तुलना में करीब 70% अधिक घातक है.
उन्होंने कहा, अगर बड़ी संख्या में लोग इससे संक्रमित होते हैं, तो बड़ी चिंता की बात होगी. भले ही इसके लिए इलाज और सावधानियां समान रहें. हालांकि उन्होंने कहा, हमें सावधानी के साथ बचाव कि दिशा में तेजी से काम करना होगा. उन्होंने सालह दी है कि रैपिड एंटीजन टेस्ट की जगह आरटी-पीसीआर टेस्ट पर अधिक फोकस करना होगा.
दूसरी ओर अन्य वैज्ञानिकों का दावा है कि ब्रिटेन से आये कोरोना के नये स्ट्रेन पर मास्क, सैनेटाइजर, सामाजिक दूरी जैसे मानक बचाव का पालन कर काबू पाया जा सकता है.
वहीं मेदांता अस्पताल के एमडी डॉक्टर नरेश त्रेहन ने कहा कि कोरोनावायरस का नया स्ट्रेन काफी खतरनाक और संक्रामक है. सुरक्षा पहले से ज्यादा रखनी है और बुजुर्ग और बच्चों का विशेष ध्यान रखना है क्योंकि यह वायरस इन्हें ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है.
Posted By – Arbind kumar mishra