New Delhi News: दिल्ली में धोखाधड़ी का शिकार हुए व्यवसायी, 14 लाख रुपये लेकर फरार हुआ गिरोह
New Delhi News: राजधानी नई दिल्ली में एक व्यवसायी के साथ 14 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामले सामने आया है.
New Delhi News: नई दिल्ली के उत्तम नगर क्षेत्र के व्यवसायी संजय कुमार जो अप टू डेट फैसिलीटी मैनेजमेंट सर्विसेज के प्रोपराइटर हैं ने अमनप्रीत कौर नाम की महिला पर 14.32 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि एक महिला और दो पुरुषों के गिरोह ने उन्हें व्यावसायिक साझेदारी के नाम पर ठग लिया.
क्या है पूरा मामला?
संजय कुमार ने बताया कि उनका व्यवसाय कंसल्टेंसी, डीलरशिप और मैनपावर फैसिलिटेशन से जुड़ा है. जून 2024 के पहले सप्ताह में अमनप्रीत कौर नामक एक महिला उनके कार्यालय में आई और खुद को ‘इलेक्ट्रो प्राइवेट लिमिटेड’ (एसजीटीबी) कंपनी की एचआर मैनेजर बताया. उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी सीसीटीवी कैमरा और मोबाइल कैमरा जैसे उपकरण बनाती है और मैनपावर और ईपीएफ सेवाओं के लिए सहयोग करना चाहती है.
इसे भी पढ़ें: भूकंप के झटके से हिला तेलंगाना
व्यवसायी संजय कुमार ने पुलिस को बताई आपबीती
पुलिस को दी गई शिकायत में संजय ने बताया कि अमनप्रीत कौर ने उन्हें जून के दूसरे सप्ताह में कंपनी के एक निदेशक इंद्रजीत सिंह से मिलवाया. इंद्रजीत सिंह ने भरोसा दिलाया कि कंपनी अपने कर्मचारियों के वेतन और ईपीएफ जमा कराने के लिए उनकी सेवाओं का उपयोग करेगी और उनकी सभी फीस का भुगतान करेगी. इसके बाद, इंद्रजीत सिंह ने अपने दूसरे निदेशक अरुण कुमार पांडेय से परिचय करवाया.
संजय ने बताया कि दोनों निदेशकों ने अपनी कंपनी का प्रोफाइल और ब्रांच विस्तार की जानकारी देते हुए विश्वास हासिल किया. उन्होंने कर्मचारियों के बैंक खाते और आधार कार्ड की जानकारी साझा की और उन्हें एक ब्रांच का काम सौंपने का वादा किया. इसके तहत संजय ने 25 कर्मचारियों का वेतन और ईपीएफ ऑनलाइन जमा करवाया, जिसमें 9% सेवा शुल्क के साथ कुल राशि 14.32 लाख रुपये थी.
इसे भी पढ़ें: संभल कैसे पहुंचेंगे राहुल-प्रियंका? यूपी सीमा पर रोकने की तैयारी में प्रशासन
फर्जी निकला ऑफिस का पता
जुलाई 2024 में बिलिंग के बाद अगस्त के पहले सप्ताह तक भुगतान नहीं किया गया. जब संजय ने कंपनी के कनॉट प्लेस स्थित कार्यालय का दौरा किया, तो पता चला कि वह कार्यालय अस्थायी रूप से किराये पर लिया गया था. पांडव नगर के पते पर जाने पर भी कोई जानकारी नहीं मिली. संजय का आरोप है कि इन लोगों ने 25 कर्मचारियों के बैंक खातों में पैसे जमा कराकर फिर से वापस ले लिया. यह भी स्पष्ट हुआ कि ये लोग उनकी कंपनी के वास्तविक कर्मचारी नहीं थे.
पुलिस कार्रवाई की मांग
संजय ने पुलिस से इन तीनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करने और कानूनी कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने यह भी आग्रह किया कि उनके गुम हुए 14.32 लाख रुपये वापस दिलाने में मदद की जाए. मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. प्राथमिक जांच में धोखाधड़ी का मामला प्रतीत हो रहा है. पुलिस संदिग्धों की पहचान और उनके ठिकाने की तलाश कर रही है.
इसे भी पढ़ें: फ्रांस में सरकार पर संकट, अविश्वास प्रस्ताव से बदल सकती है सियासी तस्वीर