Delhi Violence भारतीय जनता पार्टी (BJP ) नेत्री मीनाक्षी लेखी ने गुरुवार को तीन नये कृषि कानूनों के मुद्दे पर किसान आंदोलन का समर्थन करने पर ग्रेटा थनबर्ग पर तंज कसते हुए कहा है कि मैं भारत सरकार से ग्रेटा को बाल वीरता पुरस्कार प्रदान करने का प्रस्ताव करती हूं. मीनाक्षी लेखी ने कहा है कि ग्रेटा थनबर्ग ने भारत को अस्थिर करने की साजिश का दस्तावेज टूलकिट अपलोड कर दिया है और यह भारत देश की बड़ी सेवा है. भाजपा नेत्री ने कहा कि एक जनवरी से शुरू हुई यह साजिश 26 जनवरी के घटनाक्रम तक पहुंची.
दरअसल, केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन को अपना सर्पार्ट देते हुए ग्रेटा थनबर्ग ने इसमें मदद की चाहत रखने वाले लोगों के लिए एक टूलकिट साझा की थी. थनबर्ग ने ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने कहा कि अगर आप मदद चाहते हैं तो यह रही टूलकिट. टूलकिट ने लोगों की उस दस्तावेज तक पहुंच मुहैया कराई, जिसमें प्रदर्शन को समर्थन करने के तरीकों के बारे में जानकारी थी. दस्तावेज में तत्काल उठाए जाने वाले विभिन्न कदम थे, जिसमें ट्विटर पर ज्यादा से ज्यादा पोस्ट करना और भारतीय दूतावासों के बाहर प्रदर्शन करना शामिल है.
वहीं, कुछ लोगों ने इस टूलकिट को भारत में आंदोनकारियों को भड़काने के लिए उनकी साजिश का प्रमाण बताया. मीनाक्षी लेखी ने कहा कि ग्रेटा सिर्फ एक बच्ची हैं और मुझे उन लोगों पर तरस आता है, जिन्होंने उनका नाम नोबेल पुरस्कार के लिए प्रस्तावित किया है. एक बच्चा टिकाऊ खेती बाड़ी, पराली जलाने या फसलों की विविधीकरण, जल संसाधन प्रबंधन को नहीं समझता है, उसे नामित नहीं किया जा सकता है. यह नागरिक समाज और विश्वसनीयता के लिए बुरा है.
इस बीच थनबर्ग ने ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से एफआईआर दर्ज होने के बाद किए गए अपने ट्वीट में लिखा कि मैं अभी भी किसानों और उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शन के साथ खड़ी हुई हूं. नफरत, धमकी या मानवाधिकारों का उल्लंघन भी इसे नहीं बदल सकता है. उन्होंने अपने ट्वीट के साथ हैशटैग फार्मर्स प्रोटेस्ट भी लिखा.
Upload By Samir Kumar