कोरोना की तरह फैल रहा है केरल में दूसरा संक्रमण
तेजी से बढ़ रहा है. यह किसी खास वायरस की वजह से नहीं बल्कि बैक्टीरियल संक्रमण (Bacterial Infection) की वजह से परेशानी बनता जा रहा है. यह संक्रमण भी जानलेवा साबित हो सकता है .
तेजी से बढ़ रहा है. यह किसी खास वायरस की वजह से नहीं बल्कि बैक्टीरियल संक्रमण (Bacterial Infection) की वजह से परेशानी बनता जा रहा है. यह संक्रमण भी जानलेवा साबित हो सकता है . राज्य में इससे जुड़े कई संक्रमण के मामले अब सामने आने लगे हैं. कोरोना की तरह इस संक्रमण के संबंध में सभी को कोई खास जानकारी नहीं है.
कोरोना और शिगेलेसिस में क्या है समानता
यह संक्रमण केरल में अब चिंता का विषय बनता जा रहा है, सरकार भी इससे लड़ने के लिए रणनीति तैयार कर रही है. यह शिगेला नाम के बैक्टीरिया से फैलता है और इसे शिगेलोसिस कहा जाता है. कोरोना और शिगेलेसिस में समानता यह है कि दोनों ही मामलों में लक्षण तुरंत नजर नहीं आते बल्कि इसमें वक्त लगता है. इतना ही नहीं यह भी कोरोना की तरह बगैर इलाज के ठीक हो सकते हैं. लेकिन गंभीर मामले खतरनाक होकर जानलेवा तक हो सकते हैं.
Also Read: Driving licence : ड्राइविंग लाइसेंस मिलने में अब नहीं होगी देरी, पढ़ें सरकार का अहम फैसला
साल 2019 में बच्चे बने थे शिकार
केरल में इस संक्रमण के मामले पिछले साल भी दर्ज करिये गये थे. साल 2019 में 40 बच्चों में शिगेला के लक्षण मिले थे जिसके बाद तुरंत इन्हें अस्पताल में भरती कराया गया था. इस साल 11 साल के एक बच्चे की इस वायरस से मौत हो गयी . यह वायरस फैलता है तो बच्चे के संपर्क में जितने भी लोग आये थे उनके सेहत की जाचं की जा रही है.
दुनियाभर में बैक्टियारिया से छह लाख लोगों की मौत
एक आंकड़े के अनुसार दुनियाभर में हर साल बैक्टिरिया से होने वाली बीमारियों की वजह से छह लाख लोगों की मौत हो जाती है. अफ्रीका और दक्षिण एशिया में डायरिया के गंभीर मामलों के पीछे चार प्रमुख बैक्टीरिया कारण होते हैं, जिनमें से शिगेला भी प्रमुख कारण है. बैक्टीरिया की खोज 1897 में जापानी विशेषज्ञ कियोशी शिगा ने की थी, इसलिए इसका नाम उन्हीं के नाम पर रखा गया. अब यह दूसरे देशों में भी परेशानी बन रहा है जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है.
Also Read: Toll plaza : अब टोल प्लाजा पर नहीं चलेगा कैश, ऐसे करना होगा पेमेंट
क्या है लक्षण
अगर आप इस संक्रमण के शिकार हो गये हैं तो आपको पेट में दर्द होगा, मरोड़ होगी साथ ही बुखार या दस्त भी हो सकता है. शिगेला बैक्टीरिया एक व्यक्ति से दूसरे में तभी फैलता है जब पीड़ित के दस्त के लक्षण ठीक हो चुके हों. बहुत कम मात्रा में बैक्टीरिया किसी को भी बीमार कर सकता है. यह दूषित खाना या पानी से फैलता है. यह भी कोरोना की तरह संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकता है.